क्यों मनाया जाता है विश्व चॉकलेट दिवस? जानिए क्या है इस दिन का इतिहास?
World Chocolate Day : इस दुनिया में चॉकलेट खाना भला किसे पसंद नहीं होता। जब भी कोई हस मौका होता है तो युवाओं से लेकर हर वर्ग के लोग एकदूसरे को चॉकलेट देना ही पसंद करते हैं। चॉकलेट के इसी महत्व को देखते हुए हर साल दुनियाभर में आज यानि 7 जुलाई को विश्व चॉकलेट दिवस के रूप में मनाया जाता है। हम जो चॉकलेट खाते हैं वह चाहे मीठी है लेकिन शुरुआत में ऐसा बिलकुल नहीं था। दरअसल शुरुआत में चॉकलेट का स्वाद कड़वा हुआ करता था। लेकिन बाद में जब इसमें वेनीला और चीनी को मिलाया गया तब जाकर इसका स्वाद जुबान को पसंद आने लगा। आज इस खास दिन पर चलिए आपको बताते हैं चॉकलेट दिवस का इतिहास और इससे जुड़ी खास बातें।
क्या है चॉकलेट दिवस का इतिहास?
ऐसा कहा जाता है कि साल 1519 में एक स्पेनिश खोजकर्ता हर्नान कोर्टेस को चॉकलेट पीने के लिए दी गई थी। लेकिन वे उसे अपने साथ स्पेन ले गए। जहां उन्होंने इसके साथ एक्सपेरिमेंट करते हुए उसमें चीनी, वेनीला और दालचीनी मिला दी, जिससे चॉकलेट को एक नया स्वाद मिला। कहा जाता है कि इसके बाद 7 जुलाई 1550 को पहली बार यूरोप में चॉकलेट दिवस मनाया गया था। फिर समय बीतने के साथ ही इसे दुनियाभर में कई देश मनाने लगे।
दुनियाभर में है चॉकलेट की डिमांड
इस बात में कोई दोराय नहीं है कि चॉकलेट को दुनियाभर में बड़े तौर पर पसंद किया जाता है। आज मार्केट में कैडबरी और नेस्ले के द्वारा बनाई गई चॉकलेट्स का दबदबा है। वहीं हर्शे दुनियाभर के सबसे बड़े चॉकलेट ब्रांड्स में एक बन गई है। खासकर युवाओं की बात करें तो वे ख़ुशी जाहिर करने से लेकर अपने प्यार का इजहार करने और अपने पार्टनर का मुंह मीठा करने तक के लिए चॉकलेट देना ही पसंद करते हैं।
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