अमेरिका। आज यदि भारत की बात करें तो, देश की 2 सबसे बड़ी समस्याओं में पहली कोरोना और दूसरी बेरोजगारी बनी हुई है। वहीं, यदि सबसे ज्यादा कोरोना से परेशान देश यानि अमेरिका की बात करें तो, यहां कोरोना महामारी के मामले जितनी तेजी से बढ़ रहे हैं उतनी ही तेजी से बेरोजगारी की दर घटती नजर आ रही है। बता दें अमेरिका में ठीक एक महीने बाद राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव होने वाले हैं और उससे पहले बेरोजगारी की दर का यह सरकारी आंकड़ा जारी किया गया है।
अमेरिका में बेरोजगारी की दर :
भले भारत में बेरोजगारी की समस्या सबसे बड़ी हो, लेकिन अमेरिका में ऐसा नहीं हैं, वहां भले कोरोना बहुत तेजी से फेल रहा हो, लेकिन उसके बाद भी अमेरिका में बेरोजगारी की दर घट कर आज 7.9% पर आ गई है। खबरों के अनुसार, अमेरिका में बेरोजगारी की दर घटी जरूर है, लेकिन फिर भी वहां नियुक्ति की रफ्तार बहुत धीमी बताई जा रही है। जबकि, खबरों के अनुसार वहां ऐसे बहुत से लोग हैं, जिन्होंने काम की तलाश करना ही छोड़ दिया है।
श्रम विभाग के आंकड़े :
बताते चलें, अमेरिका का श्रम विभाग का कहना हैं कि, अमेरिका में कोरोना वायरस महामारी के बीच नियोक्ताओं ने सितंबर महीने में केवल 6,61,000 नए रोजगार जोड़े। जबकि, अगस्त के महीने में 15 लाख और जुलाई में 18 लाख लोगों को रोजगार प्राप्त हुआ था। इस प्रकार ही अमेरिका में बेरोजगारी की दर 8.4% से घटकर 7.9% पर जा पहुंची है, लेकिन आंकड़ों में आई इस कमी के पीछे की मुख्य वजह यह भी हैं कि, वहां नियुक्ति में वृद्धि के बजाए नौकरी चाहने वाले लोगों के आंकड़ों में कमी आई हैं और सरकार ऐसे लोगों को बेरोजगार की श्रेणी में नहीं रखती हैं जो, सक्रियता से रोजगार नहीं तलाशते।
कोरोना के चलते करोड़ों लोग हुए बेरोजगार :
मेट लाइफ इनवेस्टमेंट मैनेजमेंट के अर्थशास्त्री ड्रियू मैतस ने बताया कि, 'रोजगार के मोर्चे पर गति कम हुई है जो चिंताजनक है। नियोक्ताओं की बात की जाए तो वे काफी सतर्कता बरत रहे हैं।’ इसके अलावा अमेरिका में कोरोना के बढ़ते प्रकोप के चलते ही लगभग 2.2 करोड़ लोगों को बेरोजगार हो गए हैं। हालांकि, सितंबर में कई सारे लोगों की नियुक्ति होने से अर्थव्यवस्था की स्थिति में थोड़ा सुधर आया है।
ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।