जोहान्सबर्ग में 15वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में PM नरेंद्र मोदी की टिप्पणी, जानें क्या-क्या कहा...
हाइलाइट्स :
दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
भारत ब्रिक्स विस्तार का पूरा समर्थन करता है- PM मोदी
ब्रिक्स की 15वीं वर्षगांठ पर इसका विस्तार करने का फैसला लिया
दक्षिण अफ्रीका। दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 15वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में शामिल हुए। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच संक्षिप्त बातचीत भी हुई। तो वहीं, 15वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में PM मोदी ने यह टिप्पणी दी।
तीन दिन की इस बैठक से कई साकारत्मक परिणाम सामने आए :
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा- भारत ब्रिक्स विस्तार का पूरा समर्थन करता है। भारत का मानना है कि नए सदस्यों को जोड़ने से ब्रिक्स और अधिक मजबूत संगठन बनकर उभरेगा और हमारी सामूहिक कार्रवाइयां मजबूत होंगी। मुझे खुशी है कि, तीन दिन की इस बैठक से कई साकारत्मक परिणाम सामने आए हैं। हमने ब्रिक्स की 15वीं वर्षगांठ पर इसका विस्तार करने का महत्वपूर्ण फैसला लिया है। भारत ने BRICS की सदस्यता में विस्तार का हमेशा से पूरी तरह समर्थन किया है। भारत का ये मत रहा है कि नए सदस्यों के जुड़ने से BRICS एक संगठन के रूप में मजबूत तथा हमारे सभी साझा प्रयासों को एक नया बल देने वाला होगा। इस कदम से विश्व के अनेक देशों का मल्टी पोलर वर्ल्ड ऑर्डर में विश्वास और सुदृढ़ होगा।
मुझे खुशी है कि हमारी टीमों ने विस्तार के लिए तैयार किए गए मार्गदर्शक सिद्धांतों, मानकों, मानदंडों और प्रक्रियाओं पर आम सहमति बनाई है। इनके आधार पर हम ब्रिक्स में अर्जेंटीना, मिस्र, ईरान, सऊदी अरब, इथियोपिया और यूएई का स्वागत करने पर सहमत हुए हैं। मैं इन देशों के नेताओं और नागरिकों को बधाई देता हूं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
मुझे खुशी है कि हमारी टीम ने मिलकर एक्सपेंशन के Guiding Principles, Standards, Criteria और Procedures पर सहमति बनाई है। इनके आधार पर आज हम अर्जेंटीना, इजिप्ट, ईरान, सऊदी अरब, इथियोपिया और यूएई का ब्रिक्स का स्वागत करने के लिए सहमत हुए हैं।
अभी रामाफोसा जी ने भारत के मून मिशन को लेकर ढेरों बधाइयां दीं। कल से मुझे यहां हर किसी से बधाइयां मिल रही हैं। दुनिया भर में इस सफलता को एक देश की सीमित सफलता के रूप में नहीं, बल्कि मानवजाति की महत्वपूर्ण सफलता के रूप में स्वीकार किया जा रहा है, ये हम सब के लिए गर्व का विषय है।
कल शाम भारत के चंद्रयान-3 ने चांद के दक्षिण ध्रुव पर सॉफ्ट लैंडिंग की। ये सिर्फ भारत के लिए नहीं, बल्कि विश्व के पूरे वैज्ञानिक समुदाय के लिए उपलब्धि है।
ब्रिक्स विस्तार और आधुनिकीकरण वैश्विक संस्थाओं के लिए एक संदेश है कि बदलते समय के साथ खुद को ढालना चाहिए। यह विस्तार 20वीं सदी के अन्य वैश्विक संस्थानों के लिए एक उदाहरण के रूप में काम कर सकता है।
कल शाम भारत के चंद्रयान-3 ने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सॉफ्ट लैंडिंग की। यह न केवल भारत के लिए, बल्कि विश्व के संपूर्ण वैज्ञानिक समुदाय के लिए एक उपलब्धि है। मैं अपने देश की ओर से, इस महान सफलता पर आपकी अद्भुत शुभकामनाओं के लिए आप सभी को धन्यवाद देता हूँ।
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