Nepal के नोट में छपे नक्शे में 3 भारतीय इलाकें, S Jaishankar ने दिया जवाब

Nepal में जारी हो रहे 100 रुपए के नए नोट में देश के नक्शे में 3 भारतीय हिस्से दिखाए जा रहे। सालों से दोनों देशों के बीच है सीमा विवाद।
Nepal के नोट में छपे नक्शे में 3 भारतीय इलाकें
Nepal के नोट में छपे नक्शे में 3 भारतीय इलाकेंRaj Express
Author:
Shreya N
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हाइलाइट्स:

2020 में जारी किये मैप में नेपाल ने दिखाए 3 भारतीय इलाकें।

भारत ने अपना रोड प्रोजेक्ट विवादित लिपुलेख की जमीन पर बनाया।

भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने दिया नेपाल को जवाब।

नेपाल। Nepal में 100 रुपए के नए नोट जारी होने वाले हैं। इस नए नोट पर नेपाल अपने नक्शे की प्रति छापने वाला है। इस नक्शे में तीन ऐसे इलाके दिखाए जा रहे हैं, जिस पर भारत अपना अधिकार बताता आया है। ये इलाके लिपुलेख, लिंपियाधुरा और कालापानी हैं। नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड की अध्यक्षता में हुई बैठक में इस बात का फैसला लिया गया है। 

2020 में नेपाल ने इन इलाकों को अपना बताया

Nepal ने भारतीय इलाकों को अपने नक्शे में शामिल कर 18 जून 2020 को मैप जारी किया था। इस नए मैप में लिपुलेख, लिंपियाधुरा और कालापानी को भी दिखाया गया, जिसे भारत अपना हिस्सा बताता है। 2019 में भारत द्वारा जारी किये गए नक्शे में यह स्थान शामिल थे। नेपाल ने अपने संविधान में बदलाव करके इस नए नक्शे को जारी किया था। भारत ने नेपाल द्वारा सीमाओं में इस एकतरफे बदलाव को कभी स्वीकार नहीं किया।

इसके बाद दोनों देशों के बीच लगातार इस सीमा विवाद को लेकर समस्या बढ़ती रही। मई 2020 में भारत ने कैलाश मानसरोवर को जोड़ने वाली सड़क लिपुलेख से होते हुए बनवाई और इसका उद्घाटन किया। इस बार नेपाल ने भारत के इस एक्शन को एकतरफा बताया। हालांकि इस विषय में भारतीय विदेश मंत्री का कहना था कि यह सड़क पूरी तरह से भारत से ही होकर जाती है।

विदेश मंत्री ने दिया जवाब

नेपाल के करेंसी नोट पर भारतीय इलाकों वाला मैप दिखाने के मामने में अब विदेश मंत्री एस. जयशंकर (S Jaishankar) का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा- "मैंने वह रिपोर्ट देखी। मैंने इसे विस्तार से नहीं देखा है, लेकिन मुझे लगता है कि हमारी स्थिति बहुत स्पष्ट है। नेपाल के साथ, हम एक स्थापित मंच के माध्यम से अपनी सीमा मामलों पर चर्चा कर रहे थे। और फिर उसके बीच में, उन्होंने एकतरफा फैसला किया उन्होंने अपनी तरफ से कुछ कदम उठाए, लेकिन अपनी तरफ से कुछ करने से वे हमारे बीच या जमीनी हकीकत को बदलने वाले नहीं हैं।"

नदी से तय हुई सीमाएं

भारत और Nepal की सीमाएं 1816 में सुगौली समझौते से तय हुई थी। यह  समझौता अंग्रेजों और गोरखा राजा के बीच हुआ था। समझौते के अंतर्गत काली या महाकाली नदी के पश्चिमी क्षेत्र को भारतीय क्षेत्र माना गया था। जबकि इसका पूर्वी क्षेत्र नेपाल के हिस्से में माना जाता है। दोनों देश इस नदी के दो अलग-अलग उद्गम स्थल मानते हैं। जिसके कारण दोनों देशों के बीच सालों से सीमा विवाद है। 

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