नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को यूरोपीय संघ आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन के साथ जी-7 शिखर सम्मेलन के मौके पर दोनों पक्षों ने निवेश संबंधों को प्रगाढ बनाने, जलवायु परिवर्तन से निपटने के प्रयासों, डिजिटल सहयोग और खाद्य सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए द्विपक्षीय वार्ता की।
प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया, ''यूरोपीय संघ की अध्यक्ष उर्सला वॉन डेर लेयेन और मेरे (नरेन्द्र मोदी) बीच आज पहले एक उत्कृष्ट बैठक हुई थी। हमने निवेश संबंधों को प्रगाढ बनाने के तरीकों, जलवायु परिवर्तन से निपटने के प्रयासों, डिजिटल सहयोग को बढ़ावा देने और अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की।'' यूरोपीय संघ आयोग की अध्यक्ष ने एक ट्वीट में कहा कि दोनों देशों ने व्यापार और प्रौद्योगिकी परिषद की स्थापना और ग्लोबल गेटवे परियोजनाओं की पहचान बनाने और अक्षय ऊर्जा पर सहयोग करने में प्रगति पर चर्चा की।
उन्होंने कहा, भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मिलकर बहुत अच्छा लगा। हमने व्यापार और प्रौद्योगिकी परिषद की स्थापना, वैश्विक गेटवे परियोजनाओं की पहचान करने और नवीकरणीय ऊर्जा पर सहयोग करने में प्रगति पर चर्चा की। इसके अलावा हम नैनो-उर्वरक पर भी काम करेंगे और हमने इस बारे में चर्चा की कि वैश्विक खाद्य सुरक्षा को कैसे मजबूती प्रदान की जाए।'' विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने एक ट्वीट में कहा, ''प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूरोपीय संघ आयोग की अध्यक्ष उर्सला वॉन डेर लेयेन के बीच जी-7 शिखर सम्मेलन पर चर्चा सार्थक रही। व्यापार, निवेश, प्रौद्योगिकी, जलवायु कार्रवाई में भारत-यूरोपीय संघ के सहयोग की समीक्षा की गयी।
प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा, ''भारत और यूरोपीय संघ के संबंध लगातार बढ़ते द्विपक्षीय सहयोग और साझेदारी एक नया आयाम बनाएंगे। भारत और यूरोपीय संघ ने भारत-प्रशांत में द्विपक्षीय और क्षेत्रीय सहयोग बढ़ाने के लिए मई 2021 में कनेक्टिविटी पार्टनरशिप की स्थापना की थी। अगले पांच वर्षों में रणनीतिक साझेदारी को और भी मजबूत बनाने के लिए दोनों पक्षों ने जुलाई 2020 में 15वें भारत-यूरोपीय संघ शिखर सम्मेलन में 2025 का खाका तैयार किया था।
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