राज एक्सप्रेस। चीन से कुछ ही महीने पहले फैले कोरोना वायरस की पीड़ा अभी पूरी दुनिया झेल रही है। अभी चाइना में इस वायरस से बचने का इलाज तक नहीं मिला और अब वहां दूसरे वायरस की एंट्री हो चुकी है। जी हां, आपको जान कर हैरानी होगी कि, चाइना में कोरोना के बाद अब एक और अन्य हंता नाम का वायरस (Hantavirus) मिला है। इतना ही नहीं इस वायरस से एक व्यक्ति की मौत होने की खबर तक सामने आई है। चलिए विस्तार से जानें कि, क्या है हंता वायरस और इसके होने का कारण।
क्या है मामला :
हंता वायरस से जुड़ी सम्पूर्ण जानकारी जानने से पहले आपको बता दें कि, चाइना के यूनान प्रांत में हंता वायरस से एक इंसान की मौत होने की पुष्टि हुई है। दरअसल, ग्लोबल टाइम्स से प्राप्त खबरों के अनुसार, शाडोंग प्रांत से लौट रही एक बस में कुल 32 यात्री सवार थे। जब इन सभी को कोरोना की जांच के लिए एक-एक करके बुलाया गया तब हंता वायरस से पीड़ित व्यक्ति की पहचान हुई। इसके बाद बस के बाकी 31 यात्रियों की भी जांच की गई। इस खबर के सामने आते ही पूरे चाइना की मीडिया में हंगामा मच गया है।
कहा पाया जाता है हंता वायरस :
विदेशों में अलग-अलग जानवरों को खाने का चलन है उन्ही जानवरों में चूहा भी शामिल है। कुछ लोग चूहों को घरों में भी पालते हैं। यूएस सेंटर फॉर डिजीस एंड कंट्रोल द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार, चूहों के मल, मूत्र और थूक में हंता वायरस उपस्थित होता है। यह वायरस इंसान की जान ले लेता है। यह चूहों से इंसान में तब प्रवेश कर सकता है जब चूहे इस वायरस को हवा में ही छोड़ देते हैं। डॉक्टरों ने बताया है कि, हंता वायरस सांस के द्वारा मनुष्य के शरीर में प्रवेश करता है।
हंता वायरस के लक्षण :
यदि किसी मनुष्य के शरीर में हंता वायरस प्रवेश कर गया है तो, उसे ठंड लगेगी और फिर बुखार आ जाएगा।
धीरे-धीरे मरीज की मांसपेशियों में दर्द हो जाएगा।
शुरुआती लक्षण के एक दो दिन बाद ही व्यक्ति को सूखी खांसी आने लगेगी
मरीज को पूरे टाइम सर में दर्द भी रहेगा।
बार-बार उलटियां-डायरिया की शिकायत होगी।
मरीज को सांस लेने में परेशानी होगी।
किस जगह रहता है ज्यादा खतरा :
खबरों के अनुसार, यह वायरस ज्यादातर चीन के ग्रामीण इलाकों में पाया जाता है। हालांकि, यह कोरोना वायरस जितना घातक नहीं होता और न ही यह इंसान से इंसान में फैलता है, लेकिन यह जानलेवा होता है। इससे पहले हंता वायरस के चलते मरने वलो का आंकड़ा 38% पाया गया है। डॉक्टरों के अनुसार, यह वायरस चूहे या गिलहरी के संपर्क में आने से मनुष्य के शरीर में प्रवेश कर जाता है। यदि कोई मनुष्य चूहों के मल, मूत्र आदि को गलती से छू कर अपनी आंख, नाक या मुंह को स्पर्श कर ले तो, उसमें हंता वायरस पहुँचने के चांस 90% तक बढ़ जाते हैं।
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