नेतन्याहू के खिलाफ हुई इजराइली जनता
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PM नेतन्याहू के खिलाफ हुई इजराइली जनता, नाराज लोगों ने संसद में मचाया हंगामा

इजराइल में PM बेंजामिन नेतन्याहू ने कुछ ऐसा किया है, जिससे इजराइली जनता प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के खिलाफ हो गई है और इतना ही नहीं यहां लोग प्रदर्शन के लिए सड़कों पर उतर आए हैं।
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इजराइल, दुनिया। जैसा कि, सभी जानते हैं बेंजामिन नेतन्याहू इजराइल में छठी बार प्रधानमंत्री बने है और वह 6 पार्टियों को मिलाकर हुए गठबंधन से बनी सरकार के चलते देश के प्रधानमंत्री के पद पर बैठे हैं। इसके अलावा बेंजामिन नेतन्याहू को हमेशा से ही अपने कठौर फैसले लेने के लिए जाना जाता रहा है। इस बार भी उन्होंने कुछ ऐसा किया है, जिसके चलते इजराइली जनता प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के खिलाफ हो गई है। इतना ही नहीं यहां संसद में बड़ा हंगामा हुआ और तो और लोग प्रदर्शन के लिए सड़कों पर उतर आए हैं।

PM नेतन्याहू के खिलाफ हुई इजराइली जनता :

इजराइल में इन दिनों प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के खिलाफ जमकर प्रदर्शन देखने को मिल रहे हैं। जिसका कारण एक नया बिल है। दरअसल, प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की सरकार संसद में एक नया बिल लेकर आई है, जिसमे इजराइल में जुड़ी शियरी में सुधार करने की बात कही गई है। इस बिल को लेकर संसद में बड़ा हंगामा हुआ। इसके अलावा यह हंगामा यहीं तक नहीं रुका। ऐसा लग रहा है मानों, इजराइली जनता PM नेतन्याहू के खिलाफ हो गई है, क्योंकि, संसद में हंगामा होने के बाद प्रदर्शन के लिए ही देशभर से 10 हजार से ज्यादा लोग बस, ट्रेन और कार से येरूशलम पहुंचे। हजारों की संख्या में लोगों ने संसद के बाहर ही जमकर विरोध प्रदर्शन किए। इस दौरान इन लोगों के हाथ में इजराइल के झंडे, मेगाफोन और बैनर दिखाई दे रहे थे। साथ ही यह लोग लोकतंत्र और न्यायिक व्यवस्था से जुड़े नारे लगा रहे थे।

हंगामा होने का मुख्य कारण :

जानकारी के अनुसार, इजराइल में प्रदर्शन और हंगामा होने का मुख्य कारण प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की सरकार के तरफ से लाया गया यह बिल ही है जिसे वापस लेने की मांग की जा रही है। क्योंकि, इजराइल के लोगों का मानना है कि, यदि यह बिल पास होता है तो, यह बिल ही देश के लिए खतरा बन जाएगा। जबकि, दूसरी तरफ सरकार का कहना है कि, देश की न्याय व्यवस्था के लिए ये बिल जरूरी है। इस बिल के तहत पेश किए गए प्रस्ताव में कहा गया है कि, 'सुप्रीम कोर्ट संसद द्वारा पास किए गए कानूनों को आसानी से बदल नहीं सकेगी। साथ ही कोर्ट के जजों को चुनने में सरकार की भूमिका में भी मजबूती आएगी।'

लोकतंत्र के लिए खतरा है ये बिल :

बेंजामिन नेतन्याहू की सरकार के विरोधियों ने भी इस बिल को लोकतंत्र के लिए बड़ा खतरा बताया है। इजराइल की संसद में सरकार द्वारा पेश किए गए इस बिल पर पहले मतदान किया गया, बाद में डिबेट होने की भी खबर सामने आई है। इन सबके बीच बेंजामिन नेतन्याहू का कहना है कि, 'प्रदर्शनकारी सरकार की तख्तापलट करने की कोशिश कर रही है।' सरकार की मानें तो, सरकार द्वारा पेश किया गया बिल देश के लिए बहुत जरूरी है। बेंजामिन नेतन्याहू के प्रधानमंत्री बनते ही फिलिस्तीन में डर का माहौल देखने को मिलने लगा है, क्योंकि बेंजामिन नेतन्याहू बहुत कठौर फैसले लेते आए हैं।

कानून पर किया गया मतदान :

दूसरी तरफ, संसद में सरकार के लाए गए कानून पर मतदान किया गया। इसके बाद अब प्रस्तावित कानून पर डिबेट होगी। सरकार के मुताबिक, ये बदलाव देश की न्यायपालिका के लिए बेहद जरूरी हैं। इस दौरान सरकार और विपक्ष ने एक दूसरे पर तख्तापलट की कोशिश करने के आरोप लगाए। विपक्षी विधायकों ने हंगामे के जरिए संसद की कार्यवाही में बाधा डालने की कोशिश की, जिसे देखते हुए प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने उन पर अराजकता फैलाने का आरोप लगाया।

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