प्रचंड ने ली नेपाल के प्रधानमंत्री पद की शपथ
काठमांडू। श्री पुष्प कमल दहल 'प्रचंड' ने सोमवार को तीसरी बार नेपाल के प्रधानमंत्री के पद की शपथ ली। शीतल निवास में हुए एक आधिकारिक समारोह में राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी ने श्री प्रचंड को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। श्री प्रचंड के गठबंधन को मजबूत समर्थन मिलने के बाद उन्हें प्रधानमंत्री नियुक्त किया गया। उन्हें संविधान के अनुच्छेद 76 (4) के अनुसार 30 दिन के भीतर निचले सदन में विश्वास मत हासिल करना होगा। श्री प्रचंड के शपथ लेते ही पिछले माह हुए आम चुनावों के बाद से देश में जारी राजनीतिक अनिश्चितता का माहौल समाप्त हो गया है।
श्री प्रचंड को 275-सदस्यीय प्रतिनिधि सभा में 168 सदस्यों का समर्थन मिला है, इस गठबंधन में सीपीएन-यूएमएल के 78, सीपीएन-एमसी के 32, आरएसपी के 20, आरपीपी के 14, जेएसपी के 12, जनमत के छह, नागरिक उन्मुक्ति पार्टी के तीन सदस्य और तीन निर्दलीय भी शामिल हैं। उल्लेखनीय है कि रविवार को सीपीएन-माओइस्ट सेंटर के अध्यक्ष श्री प्रचंड (68) ने सदन के 168 सदस्यों का समर्थन पत्र राष्ट्रपति को सौंपा था, इसके बाद सुश्री भंडारी ने उनको नेपाल को नया प्रधानमंत्री नियुक्त किया था।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को नेपाल के नये प्रधानमंत्री 'प्रचंड' को दी बधाई देते हुए कहा था, ''आशा करता हूं कि दोस्ती और मजबूत होगी। भारत और नेपाल के बीच अद्वितीय संबंध गहरे सांस्कृतिक जुड़ाव और गर्मजोशी से लोगों के बीच संबंधों पर आधारित है। मैं इस दोस्ती को और मजबूत करने के लिए आपके साथ मिलकर काम करने की आशा करता हूं।"
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