ढाका। बंगलादेश में कोरोना संक्रमण के साये में बुधवार को ईद-उल-अजहा का त्योहार धार्मिक हर्ष और उल्लास के साथ मनाया गया। देश भर की मस्जिदों में लाखों मुसलमानों ने ईद की नमाज अदा की लेकिन कोविड महामारी के मद्देनजर बड़ी संख्या में एक जगह इकट्ठा होने पर रोक लगी हुई है। बैतूल मुकर्रम राष्ट्रीय मस्जिद में बुधवार सुबह साढ़े सात बजे ईद की मुख्य नमाज का आयोजन किया गया। इस दौरान कोरोना वायरस से पीड़ित लोगों के स्वस्थ होने और मृतकों की आत्मा की शांति के लिए विशेष प्रार्थना की गयी। अकीदतमंदों ने महामारी से बंगलादेश की सुरक्षा के लिए भी प्रार्थना की।
देश में इस समय कोरोना के लगभग 1,60,000 सक्रिय मामले हैं, लिहाजा ईद का त्योहार सादे ढंग से मनाया जा रहा है। सक्रिय मामलों की संख्या इससे बहुत अधिक हो सकती है क्योंकि कई लोग जांच नहीं कराते हैं। देश में पहले दो हफ्तों में कठोर लॉकडाउन के बावजूद जुलाई में लगभग हर दिन 200 से अधिक मौतों और 10,000 मामलों के साथ प्रकोप रिकॉर्ड गति से बढ़ा जिसके बाद विशेषज्ञों ने प्रतिबंधों के विस्तार का आवाह्न किया लेकिन सरकार ने लोगों से खतरे के प्रति समझदारी दिखाने का आग्रह करते हुए 23 जुलाई की सुबह तक समारोह की अनुमति देने का फैसला किया।
राष्ट्रपति अब्दुल हामिद ने एक संदेश में सभी को ईद की शुभकामनाएं दीं और उन्हें उचित स्वच्छता नियमों का और शारीरिक दूरी का पालन करते हुए सावधानी से त्योहार मनाने की सलाह दी। उन्होंने सभी से संयम और बलिदान के त्योहार ईद-उल-अजहा से प्रेरणा लेकर महामारी से प्रभावित लोगों के साथ खड़े होने का भी आग्रह किया।
ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।