क्या है भारतीय टीम के पाकिस्तान ना जाने का कारण, क्यों पाकिस्तान के लिए जरूरी है भारत का वहां जाना? जानिए...
राज एक्सप्रेस। भारत और पाकिस्तान, दो ऐसे देश है जिनके बीच की जंग विश्व के सभी मंचों पर दिखाई देती है चाहे वो खेल हो राजनीति हो या सोशल मीडिया। अगर बात खेल की करे तो भारत बनाम पाकिस्तान एक मैच से भी ऊपर एक इवेंट के तौर पर देखा जाता है। दोनो देशों के लोगों के अलावा विश्व के सभी देश इस जंग का आनंद उठाना चाहते है, जिससे मैच आयोजित करने वाले आयोजक खूब पैसे भी कमाते हैं। लेकिन लगभग 10 सालों से भारत और पाकिस्तान के बीच किसी भी खेल में द्विपक्षीय श्रृंखला नहीं खेली जा रही है, भारत और पाकिस्तान की टीम या तो विश्व कप में आमने सामने दिखती है या एशिया कप में।
क्रिकेट की बात करे तो भारत और पाकिस्तान के बीच आखरी द्विपक्षीय श्रृंखला साल 2012 में खेली गई थी और वो भी भारत में लेकिन भारतीय दल ने पाकिस्तान में जाकर अपना आखरी मैच लगभग 17 साल पहले 19 फरवरी 2006 को खेला था, लेकिन ऐसा क्यों? आइए जानते है
क्यों छिड़ी है बहस?
बीसीसीआई ने हफ्ते भर पहले ही इस बार के 50 ओवर फॉर्मेट वाले एशिया कप जो कि पाकिस्तान में आयोजित होने वाला था, उसमे जाने से इंकार कर दिया। जिसके बाद से ही सोशल मीडिया और हर मंच पर दोनो देशों के नेता, क्रिकेटर्स और लोग आपस में भिड़ते हुए नजर आए। पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर्स ने बहुत से बेतुके बयान भी भारत के खिलाफ दिए जिसमे सबसे पहला नाम पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर और कप्तान जावेद मियादाद का था जिन्होंने कहा था कि भारत को अगर पाकिस्तान नहीं आना हैं तो भाड़ में जाए भारत।
इससे पहले पिछले साल बीसीसीआई के सयुक्त सचिव जय शाह ने भारतीय टीम को पाकिस्तान भेजने से मना कर दिया था। जिसके बाद पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के उस समय के अध्यक्ष रमीज रजा ने कहा था कि अगर भारत अगर पाकिस्तान एशिया कप खेलने नहीं आया तो पाकिस्तान भी इस साल भारत में आयोजित होने वाले वनडे विश्व कप में भारत नहीं आएगा। जिसके बाद से ही पाकिस्तान के मीडिया, नेता और कुछ क्रिकटर्स ने बीसीसीआई और भारत पर आक्रामक बयान दिये थे।
क्यों भारत अब नहीं जाता है पाकिस्तान?
भारतीय क्रिकेट टीम के पाकिस्तान जाकर मैच ना खेलने के कई कारण है, लेकिन इसमें सबसे बढ़ा मुख्य कारण है खिलाड़ियों की सुरक्षा और उनका खान पान। पाकिस्तान एक आतंकवाद प्रभावित देश है जहां आए दिन आतंकवादी से जुड़ी हुई घटनाएं और गतिविधियां होती रहती है। यही नहीं पाकिस्तान दुनिया के बड़े-बड़े आतंकवादी सरगनाओं का अड्डा भी है, जिसका खामियाजा साल 2009 के श्रीलंका क्रिकेट टीम को उठाना पड़ा था।
श्रीलंका क्रिकेट टीम की बस पर हुआ था हमला :
श्रीलंका की क्रिकेट टीम जो कि पाकिस्तान टेस्ट और वनडे मैच खेलने आई थी, उनकी टीम की बस पर 3 मार्च 2009 को 12 बंदूकधारियों ने हमला कर दिया था। टीम बस से मैच खेलने के लिए लाहौर के गद्दाफी स्टेडियम जा रही थी। श्रीलंकाई टीम गद्दाफी स्टेडियम में हो रहे दूसरे टेस्ट मैच के दूसरे दिन का खेल खेलने जा रही थी। इस हमले में लंकाई टीम के 6 मुख्य सदस्य बुरी तरह घायल हुए थे और स्थानीय नागरिक की मौत हो गई थी। इस हमले के बाद से ही विश्व के सभी क्रिकेट खेलने वाले देशों ने पाकिस्तान जाकर क्रिकेट खेलने से मना कर दिया था।
2008 का मुंबई हमला :
विश्व की बाकी क्रिकेट टीम ने 2009 के हमले बाद से पाकिस्तान जाकर क्रिकेट खेलने से मना कर दिया था, लेकिन भारत ने पाकिस्तान जाकर क्रिकेट खेलना साल 2008 के मुंबई हमले के बाद से ही छोड़ दिया था। साल 2008 में हुआ मुंबई हमला जिसमे आतंकवादी कसाब ने देश के सबसे महंगे और आलीशान होटल में से एक ताज होटल में कत्लेआम किया था। इस हमले में 175 लोगों की जान गई थी। मुंबई हमले के आतंकवादी पाकिस्तान के रहने वाले थे, जिसके बाद से भारत ने पाकिस्तान में जाकर क्रिकेट खेलने से मना कर दिया था। यहाँ तक कि 2009 में भारत के पाकिस्तान दौरे को रद्द कर दिया गया था जिसका शेड्यूल भी आ गया था।
खिलाड़ियों की सुरक्षा :
पाकिस्तान एक आतंकवाद प्रभावी देश है जहां पर दुनिया सभी बड़े आतंकवादी संगठनों के सरगना पनाह लेने आते है और कुछ का तो घर ही पाकिस्तान है। पाकिस्तान में कानून का कोई महत्व नहीं है। पाकिस्तान में आए दिन आतंकवादी गतिविधियां और हमले होते रहते है। इसी साल 30 जनवरी को पाकिस्तान के पेशावर में एक मस्जिद में बम ब्लास्ट हुआ जिसमे 60 लोगों ने अपनी जान गवाई थी।
यही नहीं आईपीएल की तरह पाकिस्तान में भी पीएसएल यानी पाकिस्तान सुपर लीग का आयोजन 2016 से किया जा रहा है, उसके 2023 के संस्करण के पहले ही मैच में बॉम्ब धमाके की खबर आई थी, यह धमाका क्वेटा प्रांत के बिगुट स्टेडियम में हुआ था। ऐसी घटनाएं एक सबसे बड़ी वजह है, जिसके कारण बीसीसीआई भारतीय टीम को पाकिस्तान नहीं भेजना चाहती है। भारतीय टीम को सभी क्रिकेट खेलने वाले और क्रिकेट न भी खेलने वाले प्रेम करते है, तो उन खिलाड़ियों की सुरक्षा को देखते हुए बीसीसीआई उन्हें पाकिस्तान नहीं भेजता है।
क्यों है भारत का पाकिस्तान में क्रिकेट खेलना पाकिस्तान के लिए जरूरी?
पाकिस्तान देश अभी अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है। उनकी अर्थव्यवस्था पूरी तरह से चरमरा चुकी है, जिससे वहां महंगाई और भुखमरी के हालात पैदा हो गए है। ऐसे में जो एक चीज उनकी अर्थव्यस्था को बचाए रख सकती है वो है क्रिकेट। भारतीय टीम पिछले दशक से ही क्रिकेट की दुनिया की सबसे डिमांडिंग टीम बन चुकी है। जहां भी भारतीय टीम के खिलाड़ी खेलते है वहां लोग उन्हें देखने के लिए महंगी से महंगी टिकट भी खरीदते है। ऐसे में पाकिस्तान के लिए भारत का उनके घर में जाकर खेलना वरदान से कम नहीं होगा। लेकिन भारतीय टीम को संचालित करने वाली बीसीसीआई ने पाकिस्तान जाकर किसी भी तरह की श्रृंखला या मैच खेलने से साफ मना कर दिया है।
इसका कारण राजनीतिक तो है ही लेकिन उसके अलावा 2016 और 2019 के जम्मू कश्मीर में हुए पाकिस्तानी आतंकवादियों द्वारा उरी और पुलवामा हमले भी इसका एक बड़ा कारण है। भारतीय सरकार का कहना है कि आए दिन पाकिस्तान कश्मीर के रास्ते भारत में आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देता है और आए दिन पाकिस्तान में बसे हिंदू धर्म और गैर इस्लामिक धर्मो के लोगों पर अत्याचार करता है। ऐसे में भारत सरकार ने यह फैसला लिया था कि जब तक पाकिस्तान से आतंकवाद का नामोनिशान नहीं मिट जाता तब तक भारत से किसी भी खेल के खिलाड़ी पाकिस्तान जाकर नहीं खेलेंगे, जिसमे सबसे ज्यादा जोर क्रिकेट पर ही दिया गया था।
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