Subscribe to our news
NEWSLETTER
Copyright © 2025, All rights reserved.
पुतिन का भारत दौरा: मोदी बोले- 2030 तक रूस के साथ व्यापार 100 अरब डॉलर के पार होगा, पुतिन ने कहा- भारत को तेल सप्लाई जारी रखेंगे; जानें साझा बयान में क्या-क्या
Fri, 05 Dec, 2025
1 min read

हैदराबाद हाउस में द्विपक्षीय बैठक के बाद रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और प्रधानमंत्री मोदी ने जॉइंट स्टेटमेंट रिलीज किया। (फोटो सोर्स: ANI)
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की दो दिवसीय यात्रा का समापन हुआ। रात 9.45 पर उनका विमान रूस के लिए रवाना हुआ। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने उन्हें विदा किया।
राष्ट्रपति भवन में स्टेट डिनर जारी है। प्रधानमंत्री मोदी और रूसी राष्ट्रपति पुतिन एक-दूसरे के पास बैठे हैं।
व्लादिमीर पुतिन राष्ट्रपति भवन पहुंचे। प्रेसिडेंट द्रौपदी मुर्मु ने उनका वेलकम किया। राष्ट्रपति भवन में ही डिनर आयोजित किया गया है।
भारत-रूस द्विपक्षीय बैठक में मैनपावर मोबिलिट व्यवस्था, हेल्थकेयर एंड मेडिकल एजुकेशन, फुड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड, जहाज निर्माण, समुद्री सुरक्षा और निगरानी, एग्रीकल्चर और फर्टिलाइजर, परमाणु ऊर्जा सहयोग जैसे मुद्दों पर दोनों देशों के बीच समझौते हुए हैं। हालांकि किसी तरह की डिफेंस डील नहीं हुई है।
भारत को जरूरी एनर्जी सप्लाई जारी रखेंगे- पुतिन
पुतिन ने कहा कि रूस भारत को कोयला, पेट्रोलियम, फ्यूल, ऑयल और गैस के साथ ही इंडिया की एनर्जी जरूरतों को पूरा करने के लिए सप्लाई जारी रखेंगे। इसके साथ ही हम भारत के साथ मिलकर न्यूक्लियर प्रोजेक्ट पर भी काम करेंगे।
पुतिन ने मोदी और राष्ट्रपति मुर्मु को गर्मजोशी भरे स्वागत के लिए धन्यवाद दिया
पुतिन ने कहा मैं भारत की राष्ट्रपति द्राैपदी मुर्मु और प्रधानमंत्री मोदी और हमारे सभी इंडियन साथियों को गर्मजोशी से स्वागत करने के लिए धन्यवाद देता हूं। मैं पीएम मोदी को कल रात अपने आवास पर डिनर पर इनवाइट करने के लिए भी धन्यवाद देता हूं। हमारे बीच कल रात और आज कई मुद्दों पर बातचीत हुई है। हमने कई सेक्टर में एक कोऑपरेशन बढ़ाने का फैसला किया है।
आतंकवाद के खिलाफ भारत-रूस साथ
भारत और रूस ने हमेशा आतंकवाद के खिलाफ साथ कंधे से कंधे मिलाकर काम किया है। पहलगाम में हुआ आतंकी हमला या फिर क्रोकस सिटी पर किया गया कायरतापूर्ण आघात। इन सबकी जड़ एक है। भारत का मानना है कि इसके लिए दुनिया को एकजुट होना होगा। भारत और रूस के बीच G20 और दूसरे मंचों पर करीबी सहयोग रहा है। इन सभी मंचों पर हमने आतंकवाद के खिलाफ एक दूसरे का साथ देने की प्रतिबद्धता जताई है।
जल्द दोनों देश यूरेनेशियन इकोनॉमिक यूनियन के FTA करेंगे
पिछले ढाई दशक में पुतिन ने भारत के साथ संबंधों को सींचा है। भारत के प्रति प्रतिबद्धता को मजबूत किया है। हर परिस्थिति में उनके नेतृत्व ने आपसे संबंधों को नई ऊंचाई दी है। भारत के प्रति इस गहरी दोस्ती के लिए मैं राष्ट्रपति पुतिन और अपने दोस्त का धन्यवाद करता हूं। हमने इकोनॉमिक कोऑपरेशन पर सहमति बनाई है। इससे हमारी इकोनॉमी डायवर्सिफाइड है। आज हमें इंडिया रशिया इकोनॉमिक फोरम में शामिल होने का मिलेगा। यह मंच हमारे बिजनेस संबंधों को मजबूत करने का मौका मिलेगा। इससे एक्सपोर्ट, को प्रोडक्शन और को इनोवेशन के नए दरवाजे खुलेंगे। हम यूरेनेशियन इकोनॉमिक यूनियन के साथ फॉरेन ट्रेड डील पर भी विचार करेंगे। हम लोग साथ में यूरिया उत्पादन बढ़ाने पर भी काम करेंगे। एग्री और फर्टिलाइजर के क्षेत्र में हमारा सहयोग कृषि और किसानों के लिए फायदेमंद साबित होगी। दोनों देशों के बीच कनेक्टिविटी बढ़ाना हमारी पहली प्राथमिकता है।
यूक्रेन मुद्दे का समाधान शांति के जरिए हो
मोदी ने कहा- भारत ने हमेशा शांति की वकालत की है।शुरुआत से ही यूक्रेन के मुद्दे पर भारत का यही स्टैंड रहा है। हम इस मामले का स्थायी समाधान ढूंढ़ने और शांति कायम करने की सभी कोशिशों का स्वागत करते हैं। भारत हमेशा से इसमें अपना योगदान देने के लिए तैयार रहा है और भविष्य में भी इसके लिए तैयार रहेगा।
हमारी दोस्ती किसी ध्रुवतारे की तरह बरकार
माेदी ने कहा- पिछले 8 दशक में दुनिया ने कई उतार-चढ़ाव देखे हैं। इंसानियत को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा है। इन सबके बीच भारत और रूस की दोस्ती किसी ध्रुवतारे की तरह बरकरार है।
एनर्जी सिक्योरिटी हमारी साझेदारी का मजबूत पिलर
मोदी ने कहा- एनर्जी सिक्योरिटी दोनों देशों के बीच साझेदारी का एक मजबूत पिलर रहा है। न्यूक्लियर एनर्जी में हमारा कोऑपरेशन दशकों पुराना है। यह क्लीन एनर्जी की हमारी प्राथमिकताओं को पूरा करने में अहम रहा है। यह साझेदारी दोनों देशों के लिए फायदेमेंद है और हम इसे जारी रखेंगे। दुनिया में डायवर्सिफाइड और सिक्योर सप्लाई चेन बनाए रखने के लिए क्रिटिकल मिनरल्स को लेकर हमारा सहयोग बेहद कारगर होगा। इसके साथ ही हमने शिपबिल्डिंग में भी साथ मिलकर काम करने का फैसला किया है। इससे जहां देश में स्कील और रोजगार बढ़ेगा, वहीं ये इकोनॉमिक ग्रोथ के लिहाज से भी मददगार होगा।
एनर्जी सिक्योरिटी हमारी साझेदारी का मजबूत पिलर
मोदी ने कहा- एनर्जी सिक्योरिटी दोनों देशों के बीच साझेदारी का एक मजबूत पिलर रहा है। न्यूक्लियर एनर्जी में हमारा कोऑपरेशन दशकों पुराना है। यह क्लीन एनर्जी की हमारी प्राथमिकताओं को पूरा करने में अहम रहा है। यह साझेदारी दोनों देशों के लिए फायदेमेंद है और हम इसे जारी रखेंगे। दुनिया में डायवर्सिफाइड और सिक्योर सप्लाई चेन बनाए रखने के लिए क्रिटिकल मिनरल्स को लेकर हमारा सहयोग बेहद कारगर होगा। इसके साथ ही हमने शिपबिल्डिंग में भी साथ मिलकर काम करने का फैसला किया है। इससे जहां देश में स्कील और रोजगार बढ़ेगा, वहीं ये इकोनॉमिक ग्रोथ के लिहाज से भी मददगार होगा।
भारत और रूस का ज्वाइंट स्टेटमेंट
23वां भारत-रूस समिट के समय दोनों देशों के ज्वाइंट सटेटमेंट में कई अहम मुद्दों पर साझेदारी पर सहमति बनी। मेडिकल और एजुकेशन सेक्टर में दोनों देशों के बीच समझौता। साझा बयान में मोदी ने कहा- भारत और रूस का इकोनॉमिक कोऑपरेशन 2030 तक जारी रहेगा।
पुतिन ने बैठक के दौरान भारत–रूस रिश्तों को मजबूत बनाने में मोदी की भूमिका की सराहना की। पुतिन ने कहा- पिछले कुछ वर्षों में आपने हमारे रिश्तों को आगे बढ़ाने के लिए बेहद अहम काम किया है। हम हाई-टेक एयरक्राफ्ट, स्पेस एक्सप्लोरेशन और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसे सेक्टर में कोऑपरेशन बढ़ा रहे हैं। इससे दोनों देशों के बीच आपसी रिश्ते और मजबूत हो रहे हैं।
हमारे प्रयासों से दुनिया में शांति लौटेगी- मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शिखर बैठक की शुरुआत में राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से कहा- राष्ट्रों का कल्याण शांति के रास्ते में है। मोदी ने बताया कि यूक्रेन संकट शुरू होने के बाद से दोनों देशों के बीच लगातार बातचीत होती रही है। उन्होंने कहा कि पुतिन ने समय-समय पर एक सच्चे दोस्त की तरह भारत को हर स्थिति की जानकारी दी है।
मोदी ने कहा कि भरोसा किसी भी रिश्ते की सबसे बड़ी ताकत है और उन्होंने कई बार यह बात पुतिन से भी साझा की है और दुनिया के सामने भी रखी है। दुनिया की भलाई शांति के रास्ते पर चलने में है और भारत-रूस मिलकर दुनिया को उसी दिशा में ले जाएंगे। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि उन्हें पूरा भरोसा है कि हाल के दिनों में जो प्रयास किए जा रहे हैं, उनकी वजह से दुनिया एक बार फिर शांति की ओर लौटेगी।
पुतिन ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को यूक्रेन युद्ध में शांति प्रयासों पर भारत की ओर से खास ध्यान देने के लिए धन्यवाद दिया। पुतिन ने कहा कि रूस और भारत के बीच डिफेंस, स्पेस, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और कई दूसरे सेक्टर्स में कोऑपरेशन जारी रहेगा।
पुतिन और मोदी की बाइलेटरल मीटिंग शुरू
पुतिन और मोदी की हैदराबाद हाउस में मीटिंग शुरू हुई। इस दौरान पुतिन ने कहा- भारत और रूस में इकोनॉमिक कोऑपरेशन बढ़ेगा। हने आपसी रिश्तों को सुधारने की दिशा में कई कदम उठाए हैं। बेहतर संबंधों से दोनों देशों के लक्ष्य पूरे होंगे। भारत रूस से सस्ता तेल खरीद रहा है और कई देशों को यह बात चुभ रही है। हम भारत के साथ अपनी टेक्नोलॉजी भी शेयर कर रहे हैं।
पुतिन हैदराबाद हाउस पहुंचे
पुतिन राजघाट पहुंचे
राष्ट्रपति भवन में गार्ड ऑफर ऑनर मिलने के बाद पुतिन राजघाट पहुंचे। यहां उन्होंने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की समाधि पर पुष्पांजलि अर्पित की।
पुतिन को राष्ट्रपति भवन में गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया
राष्ट्रपति भवन पहुंचने पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने पुतिन का स्वागत किया
पुतिन राष्ट्रपति भवन पहुंचे

मोदी राष्ट्रपति भवन पहुंचे
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्रपति भवन पहुंच गए हैं। यहां पर पुतिन के लिए एक राजकीय समारोह का आयोजन किया जाएगा। पुतिन को गार्ड ऑफ ऑनर दिया जाएगा। विदेश मंत्री एस जयशंकर समेत कई केंद्रीय नेता इस समारोह में मौजूद रहेंगे।
राजघाट पर तैयारियां शुरू
पुतिन राष्ट्रपति भवन के समारोह में शामिल होने के बाद राजघाट पहुंचकर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देंगे। इसके लिए राजघाट पर तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।
राष्ट्रपति भवन में पुतिन के स्वागत की तैयारियां शुरू
पुतिन के लिए राष्ट्रपति भवन में होने वाले सेरेमोनियल रिसेप्शन और गार्ड ऑफ आनर की तैयारियां शुरू कर दी गई। मौके पर विदेश मंत्रर एस जयशंकर, दिल्ली के एलजी वीके सक्सेना, सीडीएस जनरल अनिल चौहान मौजूद हैं।
पीयूस गोयल ने की रशियन कॉमर्स मिनिस्टर से मुलाकात
सेंट्रल कॉमर्स मिनिस्टर पीयूष गोयल ने अपने रूसी समकक्ष मैक्सिम रेशेत्निकोव से मुलाकात की। गोयल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर बताया कि बैठक बेहद सफल रही, जिसमें फूड और एग्रिकल्चर, फार्मा, टेक्सटाइल, ऑटोमोबाइल समेत कई सेक्टर्स में कोऑपरेशन बढ़ाने पर बात हुई। उन्होंने कहा कि भारत और रूस मिलकर अब उन सेक्टर्स में आगे बढ़ने की प्लानिंग कर रहे हैं, जिन पर अब तक दोनों देश साथ नहीं आए हैं।
भारत और रूस के रिश्ते मजबूत होने चाहिए- रूसी चेस ग्रैंडमास्टर
पुतिन की इंडिया विजिट पर रूसी चेस ग्रैंडमास्टर और नेता सर्गे करियाकिन ने कहा कि भारत और रूस के रिश्ते आगे और मजबूत होने चाहिए। उन्होंने कहा कि रूस भारत को एक दोस्त देश के रूप में देखता है और उम्मीद है कि दोनों देशों में कई नए प्रोजेक्ट शुरू होंगे, हो सकता है चेस से जुड़े पहल भी आगे बढें। रूस और भारत दोनों की चेस स्कूल दुनिया में बेहद मजबूत हैं। भारत में नई पीढी के कई युवा ग्रैंडमास्टर उभर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सिर्फ गुकेश ही नहीं, एरिगैसी और प्रग्गनानंदा जैसे खिलाड़ी भी आगे हैं। इनमें से कोई भी अगला वर्ल्ड चैंपियन बन सकता है, जिससे रूसी खिलाड़ियों के लिए मुकाबला और कठिन होगा। करियाकिन ने कहा कि वह इससे खुश हैं और भारत को इतनी मजबूत नई चेस टैलेंट पीढी के लिए बधाई देते हैं।
अमेरिका खुद रूस से फ्यूल खरीदता है तो फिर भारत को क्यों राेक रहा
पुतिन ने गुरुवार को कहा कि जब अमेरिका खुद रूस से फ्यूल खरीद सकता है, तो भारत को ऐसा करने से क्यों रोका जाए। उन्होंने कहा कि अमेरिका आज भी अपने न्यूक्लियर पावर प्लांट्स के लिए रूस से न्यूक्लियर फ्यूल लेता है। पुतिन ने यह बात उस समय कही जब वह भारत पर ट्रंप के टैरिफ फैसले को लेकर चल रही चर्चा पर बोल रहे थे।
कैसा है पुतिन का आज का शेड्यूल
आज पुतिन के भारत दौरे का दूसरा दिन है। सुबह 11 बजे राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की ओर से उनको राजकीय सम्मान दिया जाएगए। 11.30 बजे के आसपास वे राजघाट जाकर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देंगे। इसके बाद वे हैदराबाद हाउस पहुंचेंगे, जहां 23वें इंडो-रूस समिट में शामिल होंगे। इस दौरान उनकी PM मोदी से औपचारिक बातचीत होगी। यहां डिफेंस, ट्रेड, एनर्जी कोऑपरेशन, Su-57 पर चर्चा और यूक्रेन जंग से जुड़ी अमेरिका की शांति पहल पर भी बात होने की संभावना जताई गई है।
हैदराबाद हाउस में मोदी और पुतिन के बीच होने वाली बातचीत के दौरान PM मोदी रूसी डेलिगेट्स के लिए वर्किंग लंच होस्ट करेंगे। मीटिंग करीब दो घंटे चलेगी। उसके बाद दोपहर लगभग 1.50 बजे जॉइंट प्रेस स्टेटमेंट जारी होना तय है। करीब 3.40 बजे पुतिन एक बिनेस इवेंट में शामिल होंगे। शाम को वे राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति मुर्मू से मुलाकात करेंगे। प्रोटोकॉल के मुताबिक स्टेट बैंकेट के बाद पुतिन रात लगभग 9 बजे के आसपास दिल्ली से मास्को के लिए रवाना होंगे।
इंडिया और रूस के कस्टम डिपार्टमेंट के बीच नया प्रोटोकॉल साइन
भारत और रूस के कस्टम डिपार्टमेंट ने गुरुवार को माल और वाहनों से जुड़ी प्री-अराइवल जानकारी साझा करने के लिए एक नया प्रोटोकॉल साइन किया। सेंट्रल बोर्ड ऑफ इनडायरेक्ट टैक्सेज एंड कस्टम्स (CBIC) चेयरमैन विवेक चतुर्वेदी और रूस की फेडरल कस्टम सर्विस की डेप्युटी हेड तातियाना मर्कुशोवा ने इस प्रोटोकॉल पर साइन किए। दोनों देशों के बीच व्यापार प्रक्रियाओं को तेज और आसान बनाने के लिए इसे अहम कदम माना जा रहा है। यह करार 23वें भारत-रूस शिखर सम्मेलन से पहले या गया।
गुरुवार शाम पुतिन नई दिल्ली के पालम एयरपोर्ट पहुंचे, जहां प्रधानमंत्री मोदी ने खुद उनका स्वागत किया। दोनों एक ही कार से एयरपोर्ट से निकले। रात को PM आवास लोक कल्याण मार्ग पर मोदी ने पुतिन के सम्मान में निजी डिनर होस्ट किया। इसी दौरान PM मोदी ने पुतिन को रूसी भाषा में भगवद गीता की प्रति भेंट की और कहा कि गीता की सीख दुनिया भर के करोड़ो लोगों को प्रेरणा देती है।
पुतिन-मोदी की कार राइड चर्चा में
पालम एयरपोर्ट पर उतरते ही पुतिन का पीएम मोदी ने गर्मजोशी से स्वागत किया। दोनों गले मिले और फिर एक ही सफेद SUV कार में सवार होकर PM आवास (सेवा तीर्थ) के लिए रवाना हुए। दोनों ने करीब 11 किलोमीटर की दूरी एक कार में तय की। इस दौरान पुतिन की बख्तरबंद गाड़ी पीछे चलती रही। इसकी काफी चर्चा हो रही है। इसे 'कारपूल डिप्लोमेसी' कहा जा रहा है। कार में दोनों नेता हंसते-बोलते नजर आए। इससे पहले मोदी और पुतिन चीन के तियानजिन में एक कार में सवारी की थी। हालांकि, अंतर बस इतना था कि उस बार कार पुतिन की थी तो इस बार कार मोदी की।

कई अहम डिफेंस और स्ट्रेटिजक एग्रीमेंट हो सकते हैं- एक्सपर्ट
पुतिन की इंडिया विजिट को लेकर विदेश मामलों के एक्सपर्ट रोबिंदर सचदेव ने कहा कि इस बार की मुलाकात में कई अहम डिफेंस और स्ट्रेटेजिक एग्रीमेंट्स हो सकते हैं। डिफेंस सेक्टर में एयर डिफेंस सिस्टम S-400 का नया ऑर्डर चर्चा में रह सकता है, क्योंकि यह ऑपरेशन सिंदूर में अच्छा प्रदर्शन कर चुका है। इसके साथ ही S-500 की संभावना पर भी बात हो सकती है। ब्रह्मोस अपग्रेड पर भी चर्चा की उम्मीद है।
सचदेव ने कहा कि इंडिया-रूस समिट का मुख्य फोकस तीन सेक्टर्स- न्यूक्लियर, क्रूड और डिफेंस में रिश्ते मजबूत करना है। रूस की तरफ से सात मंत्री पुतिन के साथ आए हैं। इससे पता चलता है कि मीटिंग कितना है।भारत और रूस के बीच कल्चरल रिलेशन समेत कई दूसरे सेक्टर्स में रिश्तों को और बढ़ाने की जरूरत है, क्योंकि जितने गहरे रिश्ते होंगे, उतनी ही दोनों देश स्ट्रेटेजिक तौर पर मजबूती होंगे। यह समिट दोनों देशों के बीच ट्रेड और स्ट्रेटेजिक रिलेशन बैलेंस करने के लिहाज से बेहद अहम है।
विजिट से पहले इंडियन इकोनॉमी की तारीफ की
इंडिया विजिट से पहले एक इंटरव्यू में पुतिन ने कहा कि भारत ने 77 साल में जिस तरह तरक्की की है, वह लगभग एक चमत्कार है। उन्होंने कहा कि भारत रूस साझेदारी किसी के खिलाफ नहीं, सिर्फ दोनो देशों के हितों की रक्षा के लिए है। G7 को लेकर उन्होंने सवाल उठाया कि असल मायने में बड़ी अर्थव्यवस्थाएं कौन हैं और भारत की PPP के हिसाब से अर्थव्यवस्था तीसरे नंबर पर है। उन्होंने कहा कि यूक्रेन जंग पर अमेरिकी प्रस्ताव के कुछ बिंदुओं को स्वीकार करना उन्होंने फिलहाल नामुमकिन बताया।