Subscribe to our news
NEWSLETTER
Copyright © 2025, All rights reserved.
अंतरिक्ष से लौटे शुभांशु: लैंडिंग से 4 मिनट पहले खुले स्पेसक्राफ्ट के पैराशूट, 28 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से समुद्र में उतरा
Tue, 15 Jul, 2025
2 min read

कैप्टन शुभांशु शुक्ला स्पेसक्राफ्ट से मुस्कुराते हुए बाहर निकले।
5 पॉइंट्स में जानें कैसे हुई एस्ट्रोनॉट्स की रिकवरी
जितेंद्र सिंह बोले- हम स्पेस सेक्टर में एक कदम आगे बढ़े
केंद्रीय सूचना और प्राैद्योगिकी राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने भी शुभांशु शुक्ला की वापसी पर खुशी जाहिर की। सिंह ने कहा कि शुभांशु ने स्पेस में जो एक्सपेरिमेंट किए हैं, वह बेहद कारगर साबित होने वाले हैं। भारत अपनी क्षमताओं को साबित कर चुका है। अब हम एक कदम और आगे बढ़ रहे हैं। हम उस मुकाम पर पहुंच गए हैं जहां हम दुनिया को यह बता सकते हैं कि देखो, हम ऐसे एक्सपेरिमेंट्स के लिए तैयार हैं, जिसे अभी तक किसी ने नहीं किया।
स्प्लैशडाउन के लिए अच्छा रहा मौसम
एस्ट्रोनॉट्स की वापसी से 20 मिनट पहले एक्सिओम ने अपने एक्स पोस्ट में कहा कि सैन डिएगो तट पर स्प्लैशडाउन के लिए मौसम अच्छा है। नासा के वेदर एक्सपर्ट मौसम को मॉनिटर कर रहे थे। मंगलवार दोपहर 2.3 मिनट पर स्पेसएक्स ड्रैगन के नोज कोन यानी सामने वाले हिस्से को बंद कर दिया गया। इसके बाद स्पेसक्राफ्ट धरती के ऑर्बिट में दाखिल हुआ। इस दौरान स्पेसक्राफ्ट के बाहरी सतह का टेम्परेचर 1600°C तक पहुंच गया। इससे पहले ड्रैगन कैप्सूल का हीट शील्ड एक्टिवेट कर दिया गया था।
पीएम मोदी बोले- शुमांशु का सफर गगनयान मिशन को मजबूती देगा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एस्ट्रोनॉट शुभांशु शुक्ला की अंतरिक्ष से सकुशल वापसी पर बधाई दी है। पीएम मोदी ने एक्स पर लिखा- मैं पूरे देश के साथ ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला का स्वागत करता हूं। वह अपने ऐतिहासिक अंतरिक्ष मिशन को पूरा कर पृथ्वी पर लौट रहे हैं। इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन का दौरा करने वाले भारत के पहले अंतरिक्ष यात्री के रूप में, उन्होंने अपने समर्पण, साहस और भावना से करोड़ों सपनों को प्रेरित किया है। यह हमारे गगनयान ह्यूमन स्पेस मिशन की दिशा में एक मील का पत्थर है।

सोनिक बूम के साथ लैंड हुआ स्पेसक्राफ्ट
कैलिफोर्निया के सैन डिएगो बीच के पास ड्रैगन कैप्सूल की लैंडिंग की तैयारी पहले ही कर ली गई थी। कैप्सूल के समुद्र में उतरते ही तेज आवाज हुई। इस आवाज को सुनते ही नासा के रिकवरी शिप और फ्लीट एक्टिव हो गए। महज पांच मिनट के अंदर टीम एस्ट्रोनॉट्स के पास पहुंच गई। बता दें कि स्प्लैशडाउन को देखते हुए नासा ने एस्ट्रोनॉट्स को समुद्र से निकालने के लिए कोस्ट गार्ड की भी मदद मांगी थी।
पैराशूट के जरिए लैंड हुआ ड्रैगन कैप्सूल
ड्रैगन कैप्सूल पैराशूट के जरिए सैन डिएगो के तट पर एक साेनिक बूम के साथ समुद्री सतह पर उतरा। 2:57 बजे कैप्सूल के धरती से 5.7 किलोमीटर की ऊंचाई पर पहुंचते ही पैराशूट डिप्लॉय कर दिया गया। स्प्लैशडाउन से पहले करीब 2 किलोमीटर की ऊंचाई पर मेन पैराशूट खुल गया। इसके बाद पैराशूट कैप्सूल को लेकर समुद्र की सतह पर उतर गया। समुद्री सतह पर उतरने से पहले इसकी स्पीड घटकर 28 किमी प्रतिघंटे रह गई।

खुशी में मां-पिता के छलके आंसू
शुभांशु शुक्ला की वापसी उनके मां-पिता ने लखनऊ में देखी। स्प्लैशडाउन के बाद शुभांशु के मां-पिता तिरंगा लहराते नजर आए। दोनों की आंखों में खुशी के आंसू थे। उन्होंने एक दूसरे को मिठाई खिलाई। शुभांशु के पिता शंभु दयाल ने कहा- हमें अच्छा महसूस हो रहा है कि शुभांशु का मिशन सफल रहा। उसने सेफ लैंडिंग की। हमें उस पर गर्व है।
#WATCH | Axiom-4 Mission | Lucknow, UP: Group Captain Shubhanshu Shukla's family rejoices and celebrates as he and the entire crew return to the earth after an 18-day stay aboard the International Space Station (ISS) pic.twitter.com/S8TuJk95D7
— ANI (@ANI) July 15, 2025