साक्षी का परिणाम बदला गया, जीत हार में तब्दील

कजाखस्तान की दीना झोलमन के आग्रह पर जूरी ने मुकाबले के आखिरी राउंड की समीक्षा की और परिणाम को बदलते हुए कजाक मुक्केबाज को 3-2 से विजेता घोषित किया।
साक्षी का परिणाम बदला गया, जीत हार में तब्दील
साक्षी का परिणाम बदला गया, जीत हार में तब्दील Social Media
Published on
Updated on
2 min read

राज एक्सप्रेस। दो बार की युवा विश्व चैंपियन साक्षी (54) ने छह बार की विश्व चैम्पियन भारत की एमसी मैरीकोम (51 किग्रा) के साथ दुबई में जारी 2021 एएसबीसी एशियाई महिला एवं पुरुष मुक्केबाजी चैंपियनशिप के फाइनल में जगह बना ली थी लेकिन उनकी विपक्षी टॉप सीड कजाखस्तान की दीना झोलमन के आग्रह पर जूरी ने मुकाबले के आखिरी राउंड की समीक्षा की और परिणाम को बदलते हुए कजाक मुक्केबाज को 3-2 से विजेता घोषित किया।

इस बदलाव से साक्षी को अब कांस्य पदक से संतोष करना पड़ेगा। साक्षी ने इससे पहले झोलमन को 3-2 से हराया था लेकिन आखिरी परिणाम झोलमन के पक्ष में 3-2 से गया और वह फाइनल में पहुंच गयी। गुरूवार को भारत की 10 महिला मुक्केबाज सेमीफाइनल खेलने उतरीं जिनमें से चार मैरी ( 51 किग्रा), लालबुतसाई (64 किग्रा), पूजा रानी (75 किग्रा) और अनुपमा (+81 किग्रा) ने अपने अपने वजन वर्ग के फाइनल में जगह बना ली जबकि जबकि मोनिका (48 किग्रा), जैस्मिन (57) , सिमरनजीत (60), लवलीना बोरगोहेन (69 किग्रा) और स्वीटी (81 किग्रा) को अपने सेमीफाइनल मुकाबलों में गुरूवार को हार का सामना करना पड़ा।

मैरी ने मंगोलिया की लुटसैखान अल्टानसेतसेग को 4-1 से हराया। लंदन ओलंपिक में कांस्य पदक जीत चुकीं मैरीकोम अब अपने लिए कम से कम रजत पदक पक्का कर लिया है। मैरीकोम का एशियाई चैम्पियनशिप में यह सातवां पदक है। 2008 में गुवाहाटी में रजत पदक जीतने के अलावा मैरी कोम ने 2003, 2005, 2010, 2012 और 2017 में इस इवेंट में स्वर्ण पदक हासिल किया है। फाइनल में मैरी कोम का सामना कजाकिस्तान की नज्म जैबे से होगा। जैबे ने दूसरे सेमीफाइनल में श्रीलंका की नदीका पुष्पकुमारा अपने मुक्कों से पहले ही राउंड में धराशायी कर दिया।

लालबुतसाई (64 किग्रा) ने अपने क्वार्टरफाइनल में कुवैत की नौरा अलमुतेरी को अपने जबरदस्त प्रहारों से ऐसा पीटा कि रैफरी ने मुकाबले को दूसरे ही राउंड में रोक दिया। पूजा (75) को अपनी मंगोलियाई विपक्षी मुंखबात म्याग्मार्जारगल से वाकओवर मिल गया और वह फाइनल में पहुंच गयी । अनुपमा (81+) ने उज्बेकिस्तान की मोखीरा अब्दुल्लेवा को 4-1 से हराया और फाइनल में जगह बनाने के साथ ही देश के लिए रजत पदक तय कर दिया।

डिस्क्लेमर : यह आर्टिकल न्यूज एजेंसी फीड के आधार पर प्रकाशित किया गया है। इसमें राज एक्सप्रेस द्वारा कोई संशोधन नहीं किया गया है।

ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।

और खबरें

No stories found.
logo
Raj Express | Top Hindi News, Trending, Latest Viral News, Breaking News
www.rajexpress.com