खेल हमें बेहतर इंसान बनने में मदद करते हैं : सचिन तेंदुलकर
नई दिल्ली। मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने यूनिसेफ द्वारा विश्व बाल दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में शुक्रवार को बच्चों से कहा कि खेल हमें बेहतर इंसान बनने में मदद करते हैं। सचिन ने यहां त्यागराज स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम में कहा, '' मेरा हमेशा से मानना रहा है कि खेल हमें कई बंधनों से मुक्त करते हैं और हमें बेहतर इंसान बनने में मदद करते हैं। खेल और बाल अधिकारों को जोड़ने के यूनिसेफ के प्रयास सराहनीय हैं। जब तक आपके दिल में जुनून है, तब तक खेल आपका है।"
इस अवसर पर बच्चों के बीच एक दोस्ताना फुटबाल मैच खेला गया, जिसमें सचिन तेंदुलकर और बाल अधिकार क्षेत्र में यूनिसेफ के दूत आयुष्मान खुराना ने हिस्सा लिया। युवा मामले एवं खेल मंत्रालय की सचिव मीता राजीवलोचन ने इस अवसर पर कहा,'' युवा मामले और खेल मंत्रालय देश भर में स्वयंसेवी संगठनों के माध्यम से युवाओं के अनुरूप और समग्र कल्याण और विकास पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। हमें यह सुनिश्चित करने लिये लिए प्रतिबद्ध होना होगा कि इस देश के प्रत्येक बच्चे और युवा व्यक्ति के पास भारत को एक उज्जवल कल की ओर ले जाने के लिए संसाधन, कौशल, अवसर और अपने विचारों को व्यक्त करने के लिए स्थान हो।"
आयुष्मान खुराना ने कहा, ''जब हम खेलते हैं, तो हम एक टीम बन जाते हैं और महसूस करते हैं कि हमारा दृढ़ संकल्प, जुनून और उत्साह ही सब कुछ है। हम यहां जश्न मनाने के लिये हैं। आइए सभी बच्चों के लिए समानता और समावेश को बढ़ावा देने के लिये लड़कियों और लड़कों को सशक्त बनायें। मैं इस कार्यक्रम को एक ऐसे विषय पर आयोजित करने के लिए यूनिसेफ को धन्यवाद देता हूं, जिसकी मुझे परवाह है।"
इसी बीच, प्रसिद्ध भारतीय स्प्रिंटर हिमा दास विश्व बाल दिवस के अवसर पर यूनिसेफ असम की बाल-केंद्रित गतिविधियों में शामिल हुईं। उन्होंने 100 स्कूली बच्चों द्वारा पेश की गयी एक रचनात्मक कला प्रस्तुति का आनंद लिया, जिसमें मनोरम नृत्य के माध्यम से समावेश और गैर-भेदभाव की कहानियों पर प्रकाश डाला गया।
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