इतने लंबे समय तक डेविस कप खेलने पर गर्व है : रोहन बोपन्ना
हाइलाइट्स :
डेविस कप में रोहन बोपन्ना और युकी भांबरी ने मोरक्को के इलियट बेनचेट्रिट और यूनुस लालामी लारौसी को हराया।
रोहन बोपन्ना ने अपने डेविस कप करियर को शानदार पूर्ण विराम कर दिया।
रोहन बोपन्ना ने कहा इतने लंबे समय तक डेविस कप खेलने पर गर्व है।
रोहन बोपन्ना अमेरिकी ओपन 2023 में पुरुष युगल वर्ग के उप-विजेता थे।
डेविस कप 120 वर्षों से अधिक के समृद्ध इतिहास के साथ दुनिया की सबसे पुरानी और सबसे प्रमुख अंतरराष्ट्रीय पुरुष टेनिस टीम प्रतियोगिता है।
लखनऊ। भारत के स्टार टेनिस खिलाड़ी रोहन बोपन्ना ने कहा कि लंबे समय तक डेविस कप जैसे प्रतिष्ठित टूर्नामेंट का हिस्सा बने रहने पर उन्हे गर्व का अहसास होता है। बोपन्ना ने रविवार को विश्व ग्रुप-2 मुकाबले में मोरक्को पर जीत हासिल करने के बाद डेविस कप टूर्नामेंट को अलविदा कह दिया। यह युगल मुकाबला गोमती नगर स्थित विजयंत खंड मिनी स्टेडियम में खेला गया जिसमें बोपन्ना और युकी भांबरी ने इलियट बेनचेट्रिट-यूनुस लालामी लारौसी की जोड़ी को 6-2, 6-1 से हराया। बोपन्ना के शक्तिशाली फोरहैंड का विपरीत खेमे के पास कोई जवाब नहीं था।
43 वर्षीय खिलाड़ी ने कहा “ डेविस कप छोड़ने का दुख है, लेकिन साथ ही इतने लंबे समय तक खेलने पर गर्व भी है। मैं समर्थन के लिए पूरे देश, सभी साथियों और कप्तान को धन्यवाद देता हूं जिनके नेतृत्व में मैंने खेला है। यह एक शानदार यात्रा थी जिसमें सीखने का अनुभव मिला।”
बोपन्ना हालांकि इस बात से खुश हैं कि अब उन्हें अपने परिवार के साथ बिताने का समय मिलेगा। मुकाबले के बारे में बोलते हुए उन्होंने कहा, “हमारे लिए विश्व ग्रुप-1 प्लेऑफ़ में जाना बेहद महत्वपूर्ण था जहां भारत को होना चाहिए और अब इसके लिये तैयारी की जरूरत है।”
भारत के गैर-खिलाड़ी कप्तान और भारतीय ओलंपिक संघ की कार्यकारी समिति के सदस्य रोहित राजपाल ने कहा “बोपन्ना की कमी खलेगी। जब आपके पास रोहन बोपन्ना जैसा महान व्यक्तित्व वाला खिलाड़ी हो, तो हमेशा इस बात को लेकर झगड़ा होता है कि कौन उसके साथ खेलना चाहता है। वे सभी उसके साथ युगल खेलना चाहते हैं। पूरी टीम उनके डेविस कप से संन्यास लेने के फैसले से सदमे में है। लेकिन निश्चित रूप से, उन्होंने युकी (भाम्बरी) और राम (रामनाथन रामकुमार) को महत्वपूर्ण टिप्स दी हैं। हम उनका मार्गदर्शन लेते रहेंगे और उससे लाभान्वित होंगे।”
राजपाल का मानना है कि भारतीय युगल खिलाड़ी हमेशा अपने पीछे एक विरासत छोड़ते हैं, लेकिन एकल पर ध्यान देने की जरूरत है। उन्होने कहा “हम एक कठिन टीम हैं और हमने डेविस कप में बहुत दिल लगाया है। जब हम खेल रहे होते हैं तो हमें हराना एक कठिन काम होता है। साथ ही, यदि हमें शीर्ष टीमों को हराना है तो निश्चित रूप से हमें अपने खिलाड़ियों से बहुत अच्छा एकल प्रदर्शन करने की आवश्यकता है, क्योंकि एकल के लिए चार अंक हैं। हमें टीम में अपने एकल मुकाबलो के लिये ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है।”
बोपन्ना के मुताबिक, टीम में इसे आगे ले जाने के लिए कुछ प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं और वह उनकी मदद के लिए हमेशा मौजूद रहेंगे। उन्होने कहा कि डेविस कप से बाहर होना उनके करियर का अंत नहीं है। उन्होने कहा “कुछ दिन घर पर रहूँगा और फिर टेनिस की दुनिया में वापस आ जाऊँगा। टेनिस एक बहुत व्यस्त कार्यक्रम है, न्यूयॉर्क से आना और फिर चीन वापस आना इसलिए बहुत यात्रा करनी पड़ती है। एशियाई खेलों के लिए जाने से पहले हमें एक सप्ताह का अभ्यास करना होगा।”
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