भारतीय महिला खिलाड़ी ओलम्पिक में धमाका करने के लिए तैयार : गीता फोगाट

भारत की महिला ओलम्पिक खिलाड़ियों साक्षी मालिक और पीवी सिंधु ने पिछले ओलम्पिक में मेडल प्राप्त किए थे और इस बार के टोक्यो ओलम्पिक में भी भारत की महिला खिलाड़ी बड़ा धमाका करने के लिए तैयार हैं।
भारतीय महिला खिलाड़ी ओलम्पिक में धमाका करने के लिए तैयार : गीता फोगाट
भारतीय महिला खिलाड़ी ओलम्पिक में धमाका करने के लिए तैयार : गीता फोगाटSocial Media
Published on
Updated on
2 min read

राज एक्सप्रेस। भारत की महिला ओलम्पिक खिलाड़ियों साक्षी मालिक और पीवी सिंधु ने पिछले ओलम्पिक में मेडल प्राप्त किए थे और इस बार के टोक्यो ओलम्पिक में भी भारत की महिला खिलाड़ी बड़ा धमाका करने के लिए तैयार हैं। उक्त बातें वाराणसी पहुंची इंटरनेशनल वूमेन रेसलर गीता फोगाट ने कही।

गीता फोगाट वाराणसी से संचालित तेजस्वनी स्ट्रांग वूमेन क्लब के पहले स्थापना दिवस समारोह में बतौर मुख्य अतिथि पहुंची थी। इस दौरान उन्होंने पढ़ाई के साथ ही साथ खेल को भी आवश्यक बताया और कहा कि दोनों जरुरी है पर हम 100 परसेंट किसी एक चीज में ही दे सकते हैं।

गीता फोगाट ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि महिला सशक्तिकरण और महिलाओं को खेल की दुनिया में आगे लाने के लिए मेरी योजना है, मै जल्द ही एक रेसलेनिग एकेडमी महिलाओं के लिए खोलने वाली हूं। उत्तर प्रदेश की अगर बात करें तो यहां की सरकार अपने खिलाड़ियों की जितनी हो सके उतनी मदद कर सके। यहां प्रतिभाओं की कमी नहीं है।

उत्तर प्रदेश में महिला खिलाड़ियों की कमी पर उन्होंने कहा कि ऐसा आप नहीं कह सकते। मेरी काफी सीनियर और इण्टरनेशनल रेसलर और अर्जुन अवार्डी अलका तोमर जी मेरठ की निवासी हैं और इसके अलावा बनारस की सिंह सिस्टर्स को कौन नहीं जानता। इन्होने अपनी मेहनत और लगन से सफलता के मुकाम को पाया है। गीता ने पढ़ाई और खेल के साथ-साथ करने के सवाल पर कहा कि खेल के साथ-साथ हमें पढ़ाई भी करना चाहिए पर यदि आप की रूचि खेल में हैं तो खेल जरूर खेलें।

उन्होंने यह भी कहा कि दोनों में से किसी एक चीज में व्यक्ति परफेक्ट हो सकता है। यदि खेल में परफेक्ट होना है तो पढ़ाई में परफेक्शन नहीं आ सकता। आप दोनों जगह परफेक्ट नहीं हो सकते पर उन्होंने जोर देते हुए कहा कि पढ़ाई जरुरी है। सफलता के पीछे उन्होंने अपने माता-पिता का सम्पूर्ण योगदान बताया। उन्होंने कहा कि पिता ही हमारे कोच थे और उनसे ही हमने सारे दांव-पेच सीखे हैं। उन्होंने कभी ये नहीं सोचना कि लोग क्या सोचेंगे, जमाना क्या सोचेगा। उन्होंने हमें खुली छूट दी और आज हम इस मुकाम पर हैं। किसी भी खिलाड़ी की सफलता के पीछे उसकी माता का बड़ा योगदान होता है।

डिस्क्लेमर : यह आर्टिकल न्यूज एजेंसी फीड के आधार पर प्रकाशित किया गया है। इसमें राज एक्सप्रेस द्वारा कोई संशोधन नहीं किया गया है।

ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।

और खबरें

No stories found.
logo
Raj Express | Top Hindi News, Trending, Latest Viral News, Breaking News
www.rajexpress.com