लंदन। कजाकस्तान की एलेना रिबाकिना शनिवार को ट्यूनीशिया की ओन्स जब्योर को विंबलडन महिला फाइनल में तीन गेमों में हराकर ग्रैंड स्लैम खिताब जीतने वाली पहली कजाक महिला और विंबलडन जीतने वाली पहली एशियाई महिला बनीं। कजाकस्तान की 17वीं सीड रिबाकिना ने सेंटर कोर्ट में एक घंटा 48 मिनट तक चले फाइनल मैच में तीसरी सीड जब्योर को 3-6, 6-2, 6-2 से मात दी। रिबाकिना की विपक्षी जब्योर भी अपना पहला विंबलडन फाइनल खेल रही थीं। जब्योर विंबलडन फाइनल में पहुंचने वाली पहली ट्यूनीशियाई, पहली अरब और पहली अफ्रीकी महिला हैं।
विश्व के सबसे पुराने ग्रैंड स्लैम आयोजन के फाइनल में पहली बार उतरते हुए दोनों खिलाड़ियों पर दबाव लगभग बराबर ही था, लेकिन पहला सेट हारने के बाद रिबाकिना ने शानदार वापसी की और बड़ी आसानी से अंतिम दो सेट जीतकर विंबलडन खिताब हासिल किया। इस जीत के साथ रिबाकिना ओपन एरा में 21 वर्षीय पेट्रा क्वितोवा (2011) के बाद वीनस रोजवाटर डिश उठाने वाली सबसे युवा खिलाड़ी बन गयीं।
रिबाकिना ने तीसरा खिताब जीता :
यह रिबाकिना का पहला ग्रैंड स्लैम फाइनल था, जिसे जीतकर उन्होंने अपना तीसरा खिताब जीत लिया है। इससे पहले वह बुकारेस्ट ओपन 2019 और होबार्ट ओपन 2020 का खिताब अपने नाम कर चुकी हैं। होबार्ट 2020 और विंबलडन 2022 के बीच रिबाकिना को चार बार फाइनल में हार का सामना करना पड़ा था। साथ ही वह पिछले वर्ष हुए टोक्यो ओलंपिक का कांस्य पदक मुकाबला भी हार गयी थीं।
ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।