ऑस्ट्रेलिया दौरा शुरू होने के पहले ICC ने भारत के साथ ऐसे कर दिया खेल

गुगली गेंद डालने में माहिर अनिल कुंबले इन दिनों क्रिकेट प्रतियोगिताओं की नियंत्रक संस्था ICC की क्रिकेट समिति के प्रमुख हैं।
सांकेतिक चित्र (फाइल फोटो)
सांकेतिक चित्र (फाइल फोटो)– Social Media
Published on
Updated on
4 min read

हाइलाईट्स –

  • कोविड से बदले नियम

  • WTC रैंकिंग में बदलाव

  • नंबर वन बना नंबर टू

  • नंबर टू बना नंबर वन

राज एक्सप्रेस। ऑस्ट्रेलिया दौरा शुरू होने के पहले ही टीम ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट रैटिंग में सिरमौर भारत को पछाड़कर अंक तालिका में पहले नंबर पर काबिज हो गई। माना जा रहा है इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) की क्रिकेट कमिटी के हेड अनिल कुंबले की नियमों की प्रस्तावित गुगली के कारण भारत को पॉइंट्स टेबल में पहले नंबर से हाथ धोना पड़ा।

कुंबले का रोल –

गुगली गेंद डालने में माहिर भारतीय क्रिकेट टीम के भूतपूर्व कप्तान अनिल कुंबले इन दिनों विश्व भर में क्रिकेट की प्रतियोगिताओं की नियंत्रक तथा नियामक संस्था अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (International Cricket Council, इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल, ICC, आईसीसी) की क्रिकेट समिति के प्रमुख हैं।

भारत विदेशी दौरे पर ऑस्ट्रेलिया में टूर का आगाज करता इसको पहले इस समिति ने जो प्रस्ताव आईसीसी के समक्ष पेश किया उससे टीम इंडिया को रैंकिंग में यह नुकसान उठाना पड़ा। आपको पता हो आईसीसी ने हाल ही में 19 नवंबर को वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप की अंक प्रणाली में बड़ा बदलाव किया है।

खेल जगत की खबरों के अनुसार यह फेरबदल आईसीसी की क्रिकेट समिति के मशविरे पर किया गया है। नियमों में बदलाव का खामियाजा भारत को भुगतना पड़ गया।

ऑस्ट्रेलिया को हुआ फायदा -

आईसीसी के नियमों की व्याख्या में हुए बदलाव के बाद अंक तालिका में दूसरे नंबर वाली टीम ऑस्ट्रेलिया एक पायदान चढ़कर नंबर वन हो गई जबकि नंबर वन इंडिया को लुढ़ककर नंबर टू पोजीशन से संतोष करना पड़ा।

वजह बना कोविड 19 -

आईसीसी के बयान के मुताबिक टीम ऑस्ट्रेलिया को यह फायदा कोरोना वायरस डिजीज 19 के कारण वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप की पॉइंट्स टैली में किए गए संशोधन के कारण हुआ है। कोरोना वायरस महामारी की वजह से क्रिकेट में भी यह बड़ा बदलाव देखने को मिला।

दरअसल कोविड-19 से प्रभावित क्रिकेट मैचों के कारण आईसीसी ने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप की अंक तालिका के तरीके में सुधार किया है। इस वजह से टीम इंडिया को नुकसान उठाना पड़ा। नए नियम लागू होने से भारत ने अपनी शीर्ष पोजीशन गंवाई तो नंबर टू ऑस्ट्रेलिया उस पर काबिज हो गया।

ICC का बयान -

इस बदलाव के संदर्भ में आईसीसी ने एक बयान जारी कर स्थिति से अवगत कराया है।

“कोविड-19 जनित व्यवधान के कारण वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के आधे मैच हो पाए हैं। इसलिए नियमानुसार जो मैच नहीं हो पाए उन्हें ड्रॉ माना जा रहा है। इन मैचों के अंक दोनों टीमों में बंट रहे हैं। क्रिकेट समिति ने इस हालात को बरकरार रखने या फिर फाइनल वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप लीग स्टैंडिंग का फैसला खेले जा चुके मैचों से करने पर विचार किया।”

ICC की ओर से जारी बयान

इनकी रजामंदी -

इस बारे में ICC ने अपने बयान में स्थिति साफ करते हुए कहा है कि क्रिकेट समिति और मुख्य कार्यकारी समिति की रजामंदी से अंक प्रणाली में यह बड़ा बदलाव किया गया है।

मंशा ये है –

आईसीसी के मुताबिक दोनों समितियों ने पूरे खेले गए मैचों के आधार पर टीमों की रैंकिंग का निर्णय लिया। समितियों का मानना है कि इस तरीके से टीमों का प्रदर्शन सही तरीके से आंका जा सकता है। साथ ही बगैर किसी गलती के मैच खेलने से वंचित रहने वाली टीमों को भी इससे नुकसान नहीं होगा।

नया नियम –

संशोधित बदलाव के मुताबिक पाइंट्स टेबल में स्थान का फैसला टेस्ट क्रिकेट टीमों के सीरीज खेलने और उनमें मैचों की हार-जीत के पैमाने पर आधारित होगा। डब्ल्यूटीसी यानी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के नियमानुसार शीर्ष रैंकिंग वाली प्रत्येक नौ टीमें दो साल में छह श्रृंखलाएं खेलेंगी।

प्रत्येक श्रृंखला में अधिकतम 120 अंकों पर निर्णय होगा। ये अंक श्रंखला के मैचों की संख्या के मान से विभाजित होंगे। इसे ऐसे समझा जा सकता है कि यदि कोई सीरीज दो मैचों की है तो प्रत्येक मैच में 60 अंक मिलेंगे, जबकि चार मैचों की सीरीज में यही अंक क्रमशः 30-30 प्रत्येक मैच में विभक्त होंगे।

पुराना तरीका –

अंक तालिका के पुराने तरीके में टीम की रैंकिंग का निर्धारण अंकों के आधार पर होता था। इस मान से भारतीय क्रिकेट टीम कुल 360 अंकों के साथ शीर्ष जबकि टीम ऑस्ट्रेलिया 296 अंकों के साथ दूसरे स्थान पर मौजूद थी। नया नियम लागू हुआ तो ऑस्ट्रेलिया को एक तरह से गिफ्ट के तौर पर पहली पोजीशन मिल गई।

मौजूदा स्थिति –

अंक तालिका में प्रतिशत का तरीका लागू होने से अब तक तीन सीरीज खेलने वाली ऑस्ट्रेलिया ने सात जीत और एक ड्रॉ से 296 अंक हासिल किए। इस तरह टीम ऑस्ट्रेलिया की जीत का प्रतिशत 82.2 हो गया। नये बदलाव के बाद भारतीय क्रिकेट टीम के चार सीरीज खेलने के बाद सात मुकाबले जीतने की वजह से 360 अंक बने जिससे टीम इंडिया की जीत का प्रतिशत 75 माना गया।

कृपया आपके विचार जरूर साझा करें ताकि आगामी लेख को आपकी रुचि के और अधिक अनुकूल बनाया जा सके।

डिस्क्लेमर – आर्टिकल प्रचलित रिपोर्ट्स पर आधारित है। इसमें शीर्षक-उप शीर्षक और संबंधित अतिरिक्त प्रचलित जानकारी जोड़ी गई हैं। इस आर्टिकल में प्रकाशित तथ्यों की जिम्मेदारी राज एक्सप्रेस की नहीं होगी।

ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।

और खबरें

No stories found.
logo
Raj Express | Top Hindi News, Trending, Latest Viral News, Breaking News
www.rajexpress.com