राजस्थान: उदयपुर के एआईसीसी मीडिया सेंटर में खड़गे, माकन, समेत इन नेताओं ने दिए बयान
राजस्थान, भारत। राजस्थान के उदयपुर में कांग्रेस चिंतन शिविर का आयोजन हो रहा है इस दौरान आज शुक्रवार को उदयपुर के एआईसीसी मीडिया सेंटर में कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, अजय माकन, रणदीप सुरजेवाला और गौरव गोगोई ने विशेष प्रेस ब्रीफिंग की।
उदयपुर के एआईसीसी मीडिया में कांग्रेस के महासचिव व राजस्थान के प्रभारी अजय माकन ने प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि, "हम सभी लोगों का जो डिस्कशन हो रहा है, हमारा संगठन जिस तरीके से काम करता है, जो हमारी जिम्मेदारियां हैं, उनके अंदर एक आमूलचूल परिवर्तन आप आने वाले समय में देखेंगे और जिसकी नींव हम यहां इस शिविर में रखने वाले हैं। जिसका नाम है- 'नव संकल्प चिंतन शिविर'।"
कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा- इन मुद्दों पर आज चर्चा होगी और उससे जो निष्कर्ष निकलेगा, इस आधार पर हमारा पॉलिटिकल रेजोल्यूशन बनेगा। हम आएंगे और आपको बताएंगे कि इन रेजोल्यूशन में किन किन विषयों पर कौनसा निर्णय होने जा रहा है या हुआ है। आप सभी को मालूम है कि हमारे संविधान की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। हम एक तरफ आजादी की 75 वीं सालगिरह मना रहे हैं और दूसरी तरफ संविधान के तहत काम करने में मोदी जी और भाजपा और जो भी उनके मित्र या उनके सहयोगी हैं। वह उसमें विश्वास नहीं रखते हैं कि संविधान के तहत चलें।
भाजपा राष्ट्रवाद की बात करती है। ये नया पाठ कांग्रेस पार्टी को पढ़ाते हैं। जो लोग आजादी के वक्त (ना वो ना उनकी पार्टी के लोग) कहीं भी दिखते नहीं थे ना कभी जेल गए, ना आजादी की लड़ाई में वो थे और हमें देशभक्ति का पाठ पढ़ाते हैं कि कांग्रेस देश के बारे में सोचती नहीं। देश की आजादी का इतिहास नई पीढ़ी को बताना जरूरी है। जितने भी पुराने लोग हैं, वह जानते हैं कि कांग्रेस ने देश के लिए क्या किया, जनता के लिए क्या किया। सब कुछ जानते हुए भी वह हम पर टिप्पणियां करते रहते हैं।
कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे
इसके अलावा गौरव गोगोई ने प्रेस ब्रीफिंग में कहा- आज देश के सामने विभिन्न चुनौतियां हैं- सामाजिक, आर्थिक और संवैधानिक। देश इन चुनौतियों का सामना करने की ताकत, आकांक्षा और एक सोच की खोज में है। अगर उत्तर पूर्वांचल की हम बात करें तो सबसे बड़ी समस्या ही केवल बेरोजगारी है। उत्तर पूर्वांचल के युवाओं को जब नौकरी नहीं मिलती तो देश और दुनिया भर में जाने के लिए वह मजबूर होते हैं।
आज प्रश्न पूछा गया उत्तर पूर्वांचल के संदर्भ में। अगर उत्तर पूर्वांचल की हम बात करें तो सबसे बड़ी समस्या ही केवल बेरोजगारी है। उत्तर पूर्वांचल के युवाओं को जब नौकरी नहीं मिलती तो देश और दुनिया भर में जाने के लिए वह मजबूर होते हैं।
पूर्वांचल के युवा जब चाहते भी हैं कि वह अपने प्रदेश में वापस लौटकर अपने पैरों पर खड़े हों तो उस प्रकार की आर्थिक व्यवस्था नहीं है, आर्थिक नीतियां नहीं हैं।
आज विभिन्न समुदायों के बीच हिंसा बढ़ रही है, घृणा बढ़ रही है और राजनीतिक तरीके से इस माहौल को भाजपा के द्वारा बढ़ावा दिया जा रहा है।
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