हाइलाइट्स:
कांग्रेस ने 13 बार जीती है नागपुर लोकसभा सीट।
2014 और 2019 में नितिन गडकरी ने दर्ज की जीत।
नागपुर पश्चिम से वर्तमान विधायक है विकास ठाकरे।
Nitin Gadkari vs Vikas Thakre from Nagpur Lok Sabha Seat: एक समय में कांग्रेस का गढ़ माने जाने वाली Nagpur Lok Sabha को अब केंद्रीय मंत्री Nitin Gadkari के क्षेत्र के रूप में पहचाना जाता है। नितिन गडकरी लगातार 2 बार नागपुर सीट से लोकसभा सांसद रह चुके हैं। वे तीसरी बार नागपुर से लोकसभा का चुनाव लड़ रहे हैं। उनके सामने Vikas Thakre चुनावी मैदान में उतरे हैं। महाराष्ट्र की उपराजधानी, 2024 की सत्ता के खेल में एक अहम सीट होने वाली है। जानते हैं इस सीट का इतिहास और पूरा समीकरण।
कांग्रेस का गढ़ था नागपुर
1952 में हुए पहले लोकसभा चुनाव में नागपुर लोकसभा सीट पर कांग्रेस की अनसूयाबाई काले की जीत हुई थी। 1952 से लेकर 2009 तक, कुल 13 बार कांग्रेस पार्टी ने इस सीट पर जीत दर्ज की है। इसके अलावा 1 बार निर्दलीय और एक बार भारतीय जनता पार्टी ने भी इस सीट से जीत दर्ज की थी। 1998 से लेकर 2009 तक कांग्रेस के विलास मुत्तेमवार नागपुर के सांसद रहे थे।
2014 में गडकरी ने बदली सत्ता
नागपुर में सत्ता परिवर्तन हुआ 2014 में, जब नरेंद्र मोदी भाजपा का देश में चेहरा बने और नितिन गडकरी को पहली बार सांसदी लड़ने का मौका दिया गया। सिटिंग एमपी विलास मुत्तेमवार को 2 लाख 84 हजार से ज्यादा वोटों से हराकर, नितिन गडकरी पहली बार नागपुर के सांसद बने। इसके बाद 2019 में कांग्रेस ने नाना पटोले को नितिन गडकरी के सामने उतारा। यहां भी गडकरी ने 2 लाख 16 हजार से ज्यादा वोटों से बाजी मारी। ऐसे में अबकी बार फिर से कांग्रेस ने एक नए चेहरे को नागपुर लोकसभा सीट से मौका दिया है।
पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ रहे विकास ठाकरे
नागपुर सीट से 2024 का लोकसभा चुनाव विकास ठाकरे लड़ रहे हैं। वर्तमान में विकास ठाकरे नागपुर पश्चिम विधानसभा सीट से कांग्रेस के विधायक है। 2019 में वे पहली बार विधानसभा के लिए चुनकर आए थे। ऐसे में अब उन्हें नितिन गडकरी के सामने उतारा गया है। कुनबी समाज से आने वाले ठाकरे, नागपुर के जातिगत समीकरण को साधने के लिए कांग्रेस का एक दाव है। महाराष्ट्र में मनोज जारंगे पाटिल ने मराठा आरक्षण के लिए खूब आंदोलन किया। ऐसे में ठाकरे के जरिए कांग्रेस नागपुर की कुनबी जाति को प्रभावित करना चाहती है।
ये समीकरण खास
नागपुर लोकसभा में 6 विधानसभा सीटें आती है। इनमें से 4 पर भाजपा के विधायक है, जबकि 2 पर कांग्रेस के। ऐसे में भाजपा की पकड़ यहां मजबूत दिखाई दे रही है।
केंद्र में सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री बनने के बाद नितिन गडकरी की लोकप्रियता खूब बढ़ी है, जो चुनाव में उन्हें फायदा देगी।
नागपुर में RSS का मुख्यालय है। यह भी इस सीट पर भाजपा का प्रभाव बढ़ाता है।
नागपुर सीट पर एसटी, एससी और मुस्लमान वोटर निर्णायक भूमिका निभा सकते हैं।
नागपुर में मतदाताओं की संख्या
कुल मतदाता 22,18,259
महिला मतदाता 11,07,197
पुरुष मतदाता 11,10,840
थर्ड जेंडर मतदाता 222
चुनाव तारीख 19 अप्रैल, 2024
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