विधायक जय चौबे और विनय शंकर तिवारी सपा में शामिल हुए
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की खलीलाबाद विधानसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक दिग्विजय नारायण चौबे उर्फ जय चौबे और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) से हाल ही में निष्कासित किए गए विधायक विनय शंकर तिवारी सहित अन्य नेता रविवार को समाजवादी पार्टी (सपा) में शामिल हो गए।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने यहां पार्टी कार्यालय में तिवारी बंधुओं और चौबे को सपा की प्राथमिक सदस्यता दिलाई। गोरखपुर जिले की चिल्लूपार विधानसभा सीट से विधायक विनय शंकर तिवारी, उनके भाई संत कबीर नगर से पूर्व सांसद कुशल तिवारी और उनके करीबी रिश्तेदार एवं विधान परिषद के पूर्व सभापति गणेश शंकर पांडेय के अलावा भाजपा विधायक जय चौबे ने सपा की सदस्यता ग्रहण की। विनय और कुशल तिवारी पूर्वांचल के कद्दावर नेता रहे हरिशंकर तिवारी के पुत्र तथा गणेश शंकर भांजे हैं।
इस दौरान संवाददाताओं के सवालों के जवाब में अखिलेश ने कहा कि योगी सरकार जाति के आधार पर भेदभाव पूर्ण तरीके से काम कर रही है। उन्होंने कहा कि इस सरकार में अंग्रेजों की तरह 'बांटो और राजनीति करो' की तर्ज पर काम हो रहा है। जो सरकार अपने संकल्प पत्र के काम को पूरा नही कर पा रही है उस पर कौन विश्वास करेगा।"
तिवारी की अखिलेश से दिसंबर के पहले सप्ताह में ही मुलाकात होने के बाद तिवारी परिवार का सपा में शामिल होना तय हो चुका था। जानकारों की राय में पूर्वांचल की राजनीति में खासा दखल रखने वाले भाजपा के वर्तमान विधायक चौबे तथा बसपा से निष्कासित तिवारी परिवार के सपा में शामिल होने से क्षेत्रीय राजनीतिक समीकरणों का प्रभावित होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है।
उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर पूर्वांचल की राजनीति के लिहाज से इसे भाजपा और बसपा के लिए बड़ा झटका तथा सपा के लिए अहम उपलब्धि माना जा रहा है। मौजूदा भाजपा विधायक चौबे, बस्ती मंडल के कद्दावर नेता हैं। उल्लेखनीय है कि पांडेय और तिवारी बंधुओं को बसपा से सात दिसंबर को अनुशासनहीनता के आरोप में निष्कासित किया गया था।
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