राज एक्सप्रेस। उत्तराखंड के चमोली में रविवार को हिमस्खलन के कारण हुई तबाही पर लोकसभा ने आज मौन रखकर शोक जताया और गृहमंत्री अमित शाह ने सदन को आश्वस्त किया कि स्थिति सामान्य बनाने और राहत तथा बचाव कार्यों में राज्य सरकार के साथ सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। श्री शाह ने सदन की कार्यवाही शुरू होते ही इस संबंध में एक वक्तव्य देते हुए कहा कि सोमवार पांच बजे तक उन्हें दी गयी सूचना के अनुसार इस आपदा में 20 लोगों की जान गयी है और छह घायल हुए हैं। आपदा में 197 व्यक्ति लापता हैं जिनमें एनटीपीसी परियोजना में 139 तथा ऋषिगंगा परियोजना में 46 लोगों की और 12 ग्रामीणों की जान गयी है। दुर्घटना में फंसे 15 लोगों को बचाया जा चुका है। उन्होंने कहा कि एक सुरंग में 25 से 35 लोगों के फंसे होने का अनुमान है और उन्हें निकालने के लिए दिनरात राहत तथा बचाव का काम चल रहा है। फंसे लोगों को सुरक्षित निकाला जा सके इसके लिए बचाव अभियान युद्ध स्तर पर चलाकर लापता व्यक्तियों को ढूंढने का बडे पैमाने पर काम चल रहा है।
स्थानीय लोगों को दिक्कत नहीं हो इसके लिए हेलीकाप्टर से आवश्यक सामग्री पहुंचायी जा रही है। श्री शाह ने कहा कि केंद्र सरकार घटना पर बराबर नजर रखे हुए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना की निगरानी कर रहे हैं और उनके मंत्रालय के दो नियंत्रण कक्ष 24 घंटे काम कर रहे हैं। केंद्रीय ऊर्जा मंत्री ने घटना स्थल का दौरा किया है और राज्य के मुख्यमंत्री तथा अधिकारी लगातार घटना पर नजर रखे हैं और केंद्र को इसकी सूचना दे रहे हैं ताकि मिलकर स्थिति को तेजी से सामान्य बनाया जा सके। उन्होंने कहा कि इस दुर्घटना के कारण 13 गांवों का संपर्क पूरी तरह टूट गया। इस आपदा में इन गांवों को जोडऩे वाला एक महत्वपूर्ण पुल बह गया था जिसकी मरम्मत का काम तेजी से चल रहा है। ग्रामीणों को किसी तरह की दिक्कत नहीं हो इसके लिए वहां राहत और बचाव का काम तेजी से चल रहा है।
डिस्क्लेमर : यह आर्टिकल न्यूज एजेंसी फीड के आधार पर प्रकाशित किया गया है। इसमें राज एक्सप्रेस द्वारा कोई संशोधन नहीं किया गया है।
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