राज एक्सप्रेस। देश के कई बड़े नेता हैं, जो आज भले ही इस दुनिया में ना हो, लेकिन उनके द्वारा किए कार्यो की सराहना अभी भी होती है, उन्हीं में से एक ऐसी नेत्री हैं, अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम (AIADMK) की प्रमुख, साउथ फिल्मों की सुपरस्टार एवं तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे जयललिता। आपको अम्मा के नाम से भी जाना जाता था और इनकी आज यानी 5 दिसंबर को तीसरी पुण्यतिथि (Jayalalithaa Death Anniversary) है।
2016 में इस दुनिया को छोड़ चली थीं अम्मा :
यह वहीं नेता हैं, जिन्होंने सर्वोच्च मुकाम पाया और राजनीति में छा गईं थीं और जब उनके निधन की खबर टीवी न्यूज चैनलों पर चली, तो लोगों को विश्वास ही नहीं हो रहा था कि, अब अम्मा उनके बीच नहीं रही है। वर्ष 2016 में 5 दिसंबर को जयललिता का लम्बी बीमारी के बाद चेन्नई के अपोलो अस्पताल में निधन हो गया था।
जयललिता स्मारक पर श्रृद्धांजलि अर्पित :
AIADMK की प्रमुख जे जयललिता की पुण्यतिथि पर तमिलनाडु के सीएम एडप्पादी के पलानीस्वामी और उपमुख्यमंत्री ओ पन्नीरसेल्वम ने चेन्नई के मरीना बीच में जयललिता स्मारक पर श्रृद्धांजलि अर्पित की। इसके साथ चेन्नई मरीना बीच पर उनका स्मारक बनाकर सजाया गया है। तो वहीं मदुरै के केके नगर क्षेत्र में पार्टी के संस्थापक एम जी रामचंद्रन की प्रतिमा के बगल में उनकी प्रतिमा लगाई गई है।
जयललिला की जिंदगी में संघर्ष का दौर :
जयललिता का जन्म 24 फरवरी 1948 को कर्नाटक के ब्राह्मण परिवार में हुआ था, महज 2 साल की उम्र में ही उनके पिता की मृत्यु हो जाने के बाद से ही उनकी जिंदगी में संघर्ष का दौर शुरू हो गया, तो उनकी मां वेदवल्ली ने तमिल फिल्मों में काम करना शुरू कर दिया।
वहीं जयललिता की रूचि वकालत करने में थी, लेकिन उनकी मां ने फिल्मों में काम करने के लिए मजबूर किया, तो उन्होंने कई फिल्मों में काम भी किया।
राजनीति से पहले अभिनेत्री थीं जयललिता :
जयललिता की हैरान कर देने वाली बात तो यह है कि, 70 के दशक में वह भारत की सबसे महंगी हीरोइनों में से एक थीं, वे लगभग 300 फिल्मों में काम कर चुकी हैं, जिनमें से 140 में तो उन्होंने लीड हीरोइन की भूमिका निभाई और करीब 125 फिल्में हिट रहीं। साथ ही यह भी बताते चलें कि, दक्षिण भारत की फिल्मों में पर्दे पर स्कर्ट पहनने वाली पहली एक्ट्रेस जयललिता ही थीं एवं उन्हें तमिल सिनेमा की रानी कहा जाता था।
दक्षिण सियासत में रखा कदम :
दक्षिण की सबसे मशहूर अभिनेत्री फिल्मों को छोड़कर फिर उन्होंने राजनीति में कदम रखा और इसमें भी एक अच्छी छाप छड़ी व बड़ी जल्दी कामयाबी हासिल कर ली।
जयललिता 1982 में एआईएडीएमके की सदस्य बनकर राजनीति में आईं।
1983 में उन्हें पार्टी के प्रचार विभाग का सचिव बनाया गया।
1984 से 1989 तक वे तमिलनाडु से राज्यसभा की सदस्य रहीं।
1987 में एमजीआर का देहांत हुआ, तो पार्टी में विरासत की जंग छिड़ गई व पार्टी दो धड़ों में बंटी, एक एमजीआर की पत्नी जानकी रामचंद्रन, तो दूसरी में जयललिता नेता बनी।
1989 में वह तामिलनाडु की पहली निर्वाचित नेता प्रतिपक्ष बनीं।
1991 से 1996 तक राज्य की पहली निर्वाचित मुख्यमंत्री व राज्य की सबसे कम उम्र की CM रहीं।
वर्ष 2001 में वे दोबारा से तमिलनाडु की मुख्यमंत्री बनने में सफल हुईं।
2016 में दूसरी बार विधानसभा का चुनाव जीतनी वाली वो एमजीआर के बाद दूसरी नेता बनी।
वर्ष 2011 में 14वीं राज्य विधानसभा में बहुमत हासिल करते हुए वह तीसरी बार CM बनीं और तमिलनाडु में वह अम्मा के नाम से मशहूर हुईं।
वर्ष 2011 से मृत्यु पर्यन्त यानी 2016 तक वह CM पद पर रही।
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