राज एक्सप्रेस। पी. चिदंबरम पर चल रहे INX मीडिया केस की सुनवाई में दिल्ली हाई कोर्ट ने चिदंबरम को अग्रिम जमानत देने से साफ़ मना कर दिया है। हाई कोर्ट में इस मुद्दे पर जज सुनील गौड़ ने अपना फैसला सुनाते हुए कहा कि, जांच एजेंसियों ने जो सामग्री दी है, उसकी भयावहता और विशालता को देखते हुए तो, जमानत नहीं दी जा सकती है। सुप्रीम कोर्ट ने अग्रिम जमानत की याचिका को खारिज करते हुए चिदंबरम द्वारा मांगी 3 दिन की मोहलत को भी खारिज कर दिया है।
चिदंबरम के वकील जॉइंट रजिस्टर के पास पहुंचे :
जमानत न मिलने पर पी. चिदंबरम के वकील कपिल सिब्बल, सलमान खुर्शीद और अभिषेक महू सिंह भी कोर्ट पहुंचे, लेकिन तब तक कोर्ट उठ चुकी थी। उसके बाद वो जॉइंट रजिस्टर के पास गए। वहां उन्हें जानकारी मिली कि, उनका ये मामला बुधवार को वरिष्ठ जस्टिस (CJI) (रंजन गोगोई) के पास भेज दिया गया है जो, फिलहाल राम मंदिर की सुनवाई में लगे हुए है। अब वह तय करेंगे कि, इस मामले को किस बैंच के पास भेजा जाएग।
क्या था मामला :
2007 में जब पी. चिदंबरम वित्त मंत्री थे, उस समय उन्होंने पीटर मुखर्जी और इन्द्राणी मुखर्जी की टीवी कंपनी INX मीडिया को फॉरेन इन्वेस्टमेंट प्रोमोशन बोर्ड (FIPB) से 305 करोड़ का विदेशी फंड दिलवाया था, जबकि उन्हें अनुमति सिर्फ 5 करोड़ के निवेश की ही मिली थी। INX मीडिया ने इस निवेश के लिए पी. चिदंबरम के बेटे कार्तिक चिदंबरम का सहारा लिया। एजेंसियों का कहना है कि, कार्तिक चिदंबरम ने इस मामले में रिश्वत भी ली, जिसके लिए उन पर कड़ी कार्यवाही होना ही चाहिए। इसी मामले में कमलनाथ के भतीजे का भी नाम सामने आया है। जिसके चलते ED ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। कार्तिक चिदंबरम को पिछले साल गिरफ्तार किया गया था, वो उस समय 23 दिन तक जेल में रहे थे। इसके अलावा पी. चिदंबरम पर हवाई जहाज खरीद और हवाई सेल के भी कुछ अन्य मामले चल रहे है।
15 घंटे में 3 बार घर पहुंची सीबीआई की टीम :
जमानत न मिलने पर मंगलवार शाम सीबीआई की टीम चिदंबरम को गिरफ्तार करने उनके घर पहुंची, लेकिन वह घर पर नहीं मिले। कुछ ही देर में ED की टीम भी उनके घर पहुंची, लेकिन अभी तक चिदंबरम फरार है। उन्हें 19-20 घंटे पहले अपने घर पर ही देखा गया था, हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने चिदंबरम पर लुक आउट नोटिस जारी कर दिया है। जिससे वह इंडिया के बाहर तो नहीं जा पाएंगे। सीबीआई की टीम पिछले 15 घंटे में 3 बार चिदंबरम के घर के चक्कर लगा चुकी है। फ़िलहाल उनका मोबाइल फोन भी बंद आ रहा है। सीबीआई उनके घर पर 2 घंटे के अंदर पेश होने का नोटिस लगाकर आई थी, परन्तु अभी तक चिदंबरम का कुछ अता-पता नहीं है।
कैसे खुला मामला :
FIPB से किये विदेशी निवेश को मंजूरी दिलाने का मामला तब सामने आया। जब 2 जी स्पेक्ट्रम घोटाले की जांच चल रही थी। इसी दौरान एयरसेल-मैक्सिस डील की जांच शुरू हुई। तब इस डील में मनी लॉन्ड्रिंग का केस सामने आया और ईडी टीम का ध्यान मैक्सिस से जुड़ी कंपनियों में आये पैसों पर गया। यह कंपनी तत्कालीन वित्त मंत्री चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम से जुड़ी थी। जब ईडी ने जांच पड़ताल शुरू की तब पाया कि, इस केस में रिश्वत का मामला भी सामने आया और फिर पूरी कहानी सामने आगे आ गई। उसके बाद INX की प्रमोटर इंद्राणी मुखर्जी से पूछताछ सरकारी गवहा बन गई और पी. चिदंबरम की मुश्किलें बढ़ गई।
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