LJP का चुनाव चिह्न EC ने किया फ्रीज, चिराग-पारस के विवाद में नया मोड़
बिहार, भारत। बिहार में लोक जन शक्ति पार्टी (LJP) में अभी तक चाचा-भतीजे यानी चिराग पासवान और उनके चाचा पशुपति कुमार पारस के बीच की चल रहा और इसी बीच अब चुनाव आयोग के इस एक्शन के बाद इस विवाद में नया मोड़ आ गया है, क्योंकि केंद्रीय चुनाव आयोग की ओर से पार्टी के चुनाव चिह्न 'बंगला' को फ्रीज कर दिया गया है।
अब दोनों गुट चुनाव चिह्न का नहीं कर पाएंगे इस्तेमाल :
बिहार में दो विधानसभा सीटों पर उपचुनाव से पहले चुनाव आयोग का यह फैसला काफी अहम है। केंद्रीय चुनाव आयोग द्वारा पार्टी के चुनाव चिह्न 'बंगला' को फ्रीज यानी रोक लगा दिए जाने के फैसले से केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस को बड़ा झटका लगा है। साथ ही अब रामविलास और चिराग दोनों गुटों में जब तक विवाद का निपटारा नहीं सुलझ जाता तब तक चिराग पासवान और पशुपति कुमार पारस दोनों खेमे LJP के नाम या उसके चुनाव चिह्न 'बंगले' का इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे। यह चुनाव चिह्न किसी गुट को नहीं मिलेगा।
चुनाव आयोग का कहना :
दरअसल, चुनाव आयोग का कहना- पशुपति पारस या चिराग दोनों गुटों में से किसी को भी लोजपा के प्रतीक का उपयोग करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। दोनों गुट अंतरिम उपाय के रूप में नए नाम और चुनाव चिह्न अपने उम्मीदवारों को आवंटित कर सकते हैं। इसके अलावा चुनाव आयोग की और से दोनों गुटों को को 5 नवंबर तक अपने दावों के समर्थन में दस्तावेज प्रस्तुत करने को भी कहा है।
बताते चलें कि, लोक जन शक्ति पार्टी (LJP) के संस्थापक और पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के निधन के बाद से ही पार्टी दो गुटों में हो चुकी है। इसके बाद से ही चाचा-भतीजे में इस कदर विवाद छिड़ा कि अभी तक झुलसा नहीं। ऐसे में बिहार में दो विधानसभा सीटों मुंगेर की तारापुर और दरभंगा की कुशेश्वर पर 30 अक्टूबर को होने वाली वोटिंग से पहले चुनाव आयोगी ने यह बड़ा फैसला लिया। सूत्रों के मुताबिक, चिराग और पारस दोनों गुटों को 4 अक्टूबर को 1 बजे तक अपनी पार्टी का नाम और नए सिंबल के लिए आयोग में आवेदन देना होगा।
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