40 के बाद नहीं मिलेगी मुझे नौकरी, जानिए जॉब सर्चिंग से जुड़े कुछ ऐसे ही मिथकों के बारे में
हाइलाइट्स :
लोगों में बना रहता है 40 के बाद नई जॉब न मिलने का डर।
अपनी खूबियों पर ध्यान देना जरूरी।
मन मुताबिक सैलरी पाने के लिए कंपनी को अपना हुनर दिखाएं।
कंपनी को अपना भरपूर योगदान देने का वादा करें।
राज एक्सप्रेस। आपको एक दशक से ज्यादा का वर्क एक्सपीरियंस है। वीआईपी लोगों के साथ आपका अच्छा कॉन्टेक्ट है, आपका एक सॉलिड ट्रैक रिकॉर्ड भी रहा है, जिससे कई लोग आपसे ईर्ष्या करते हैं। इतनी क्वालिटी होने के बाद आप 40 के बाद नौकरी ढूंढने से डरते क्यों हैं। हममें से अमूमन लोगों को इस बात का डर रहता है कि जब वो 40 साल के हो जाएंगे, तो कौन सी कंपनी उन्हें नौकरी देगी। सच भी है, क्योंकि आजकल ज्यादा कंपनीज ने एंप्लॉयीज को हायर करने के लिए क्राइटेरिया सेट किया है, जिसमें वे 35 की उम्र से ज्यादा वाले लोगों को जॉब नहीं देना चाहते। उनके अनुसार, इस उम्र के बाद लोगों के सीखने की क्षमता कम हो जाती है और वो रचनात्मक तौर पर काम नहीं कर पाते। हालांकि, अगर आप भी इसी चिंता में रहते हैं कि 40 की उम्र के बाद आपके लिए नई जॉब ढूंढना मुश्किल हो जाएगा, तो ये आपकी गलतफहमी है, जो आपको अपने करियर में आगे बढ़ने से रोक रही है। मॉन्स्टर.कॉम ने करियर कोचेस की मदद से 40 के बाद जॉब सर्चिंग के बारे में मिथकों को दूर कर तथ्यों को जानने की कोशिश की है।
मिथक
मैं कहीं भी काम पर रखने के लिए बहुत बूढ़ा हो गया हूं।
तथ्य
जब लोग 40 से ज्यादा उम्र के होते हैं, तो उनमें भ्रम पैदा हो जाता है। यह ऐसा भ्रम है, जिस पर लोग भरोसा कर नई जॉब तलाशने से भी डरने लगे हैं। यह गलत है। अपनी खूबियों पर ध्यान दें। अगर आपके पास बेहतरीन स्किल्स हैं, तो इसे अपने बायोडाटा, कवर लेटर के साथ बातचीत में शामिल करें। इस बात पर फोकस करना आसान है कि आपको नौकरी क्यों नहीं मिल पाती, लेकिन तरकीब यह है कि उस मनोविकार को अपने ऊपर हावी न होने दें।
मिथक
सोशल नेटवर्किंग ही नौकरी पाने का एकमात्र तरीका है।
तथ्य
ऐसा बिल्कुल जरूरी नहीं हैं। तीन स्ट्रेटजी सफलतापूर्वक लोगों को नौकरियां दिलाती हैं। सोशल नेटवर्किंग, विज्ञापन और रिक्रूटर्स के साथ काम करना। लेकिन ये तरीके तभी सार्थक हैं जब इन्हें प्रभावी ढंग से उपयोग किया जाए । हां, नेटवर्किंग जॉब सर्च का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, लेकिन केवल इसके भरोसे न रहें। इन तीनों स्ट्रेटजीस पर प्रभावी ढंग से काम करना नौकरी पाने की आपकी संभावनाओं को बढ़ाने का अच्छा तरीका है।
मिथक
मुझे युवा उम्मीदवारों की तुलना में कम प्रोडक्टिव माना जाएगा।
तथ्य
“सोसायटी फॉर ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट का कहना है कि बढ़ती उम्र और घटती कार्य उत्पादकता के बीच कोई संबंध नहीं है। अगर आपमें स्किल्स हैं, तो कंपनी जरूर इस पर ध्यान देगी।
मिथक
मुझे यंग एंप्लॉयीज सुपरवाइस करें, तो मुझे पसंद नहीं आएगा।
तथ्य
जब आप एक अनुभवी व्यक्ति होते हुए कंपनपी को अपना भरपूर योगदान दे रहे हैं, तो कौन आपको सुपरवाइस कर रहा है, इससे कोइ्र फर्क नहीं पड़ता।
मिथक
रिक्रूटर्स मेरे अनुसार सैलरी नहीं देंगे?
तथ्य
हमेशा इस बात को सच मान लेना सही नहीं है। यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप कितने अनुभवी हैं। अगर आप अच्छी सैलरी पाना चाहते हैं, तो रिक्रूटर्स को यकीन दिलाना होगा कि आप बदले में उन्हें बहुत अच्छा रिजल्ट देने वाले हैं। उन्हें बताएं कि आप अतिरिक्त जिम्मेदारी कैसे ले सकते हैं।
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