जैव विविधता को नुकसान पहुंचा रही हैं इंडियन डिशेज भी।
राजमा और इडली का नाम भी शामिल।
वैज्ञानिकों ने डिशेज को दिया बायोडायवर्सिटी फुटप्रिंट स्कोर।
जीवनशैली का पर्यावरण पर प्रभाव देखने के लिए होता है बायोडायवर्सिटी फुटप्रिंट का उपयोग।
राज एक्सप्रेस। हम भारतीय लोग खाने पीने के बेहद शौकीन हैं। नॉर्थ से लेकर साउथ तक ऐसी कई डिशेज हैं, जिनका स्वाद अब लोगों के जुबान पर चढ़ गया है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि आपकी फेवरेट डिशेज पर्यावरण को नुकसान पहुंचा सकती हैं। जी हां, हाल ही में सिंगापुर में हुई एक नई स्टडी में खुलासा हुआ है कि दुनियाभर के 25 खाद्य पदार्थ बायोडायर्विटी के लिए खतरा हैं। इनमें भारत की भी कुछ डिशेज शामिल हैं। यह स्टडी जर्नल पीएलओएस वन में पब्लिश हुई है। जानते हैं क्या कहती है स्टडी।
स्टडी में वैज्ञानिकों ने सबसे ज्यादा जैव विविधता फ़ुटप्रिंट स्कोर लेचाज़ो को दिया है। यह स्पेन की भुनी हुई मेमने की रेसिपी है। इसके बाद ब्रेजीलियन चार है। उनकी गणना में इडली को छठे स्थान पर रखा गया है और उसके बाद राजमा (किडनी बीन्स करी) को सातवें स्थान पर रखा गया है।
जैव विविधता फुटप्रिंट पृथ्वी पर जीवन की विविधता पर आपकी गतिविधियों या किसी उत्पाद के प्रभाव को मापने का तरीका है। आसान शब्दों में कहें तो हमारी जीवनशैली का पर्यावरण पर कितना प्रभाव पड़ता है, इसकी गणना करने के लिए बायोडायवर्सिटी फुटप्रिंट का उपयोग किया जाता है। नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ सिंगापुर में जैविक विज्ञान के एसोसिएट प्रोफेसर लुइस रोमन कैरास्को ने बताया कि - भारत के लोग अच्छी मात्रा में फलियां और चावल का सेवन करते हैं। बायोडायवर्सिटी फुटप्रिंट हमें बताता है कि हम उस व्यंजन को खाकर कितनी प्रजातियों को विलुप्त कर रहे हैं।
आप प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से कितनी भूमि और उसके संसाधनों का उपयोग करते हैं? इसमें आपके भोजन को उगाने के लिए उपयोग की जाने वाली भूमि से लेकर आपके परिवहन से प्रभावित रेसिडेंशियल एरिया तक सब कुछ शामिल है।
ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन जलवायु परिवर्तन में योगदान देता है। इससे जैव विविधता को नुकसान होता है।
आप कितना पानी निकालते और प्रदूषित करते हैं? इसका पानी पर निर्भर प्रजातियों पर प्रभाव पड़ सकता है।
केमिकल और अन्य प्रदूषक प्रजातियों की विविधता को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
एग्रीकल्चर के बढ़ने से हैबिटेट लॉस तो हुआ है। इसका असर जैव विविधता पर भी पड़ा है। बता दें कि भारत फलियों के टॉप प्रोडयूसर्स में से एक है। यहां पर चावल और फलियों की खेती उन जमीनों पर की जाती हैं, जो जैव विविधता के लिए हॉटस्पॉट थीं, जिससे जैव विविधता को नुकसान होता है।
दाल 25 व्यंजनों की लिस्ट में 20 नंबर है, जो पर्यावरण को नुकसान पहुंचा रही है। दाल भारतीय थाली का मुख्स हिस्सा है। ये प्रोटीन से भरपूर होने के साथ सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होती है।
राजमा एक पॉपुलर इंडियन डिश है। इसे स्पाइसी और गाढ़ी ग्रेवी के साथ बनाया जाता है। यह एक पंजाबी डिश है, जिसे दुनिया के कई हिस्सों में बड़े चाव से खाया जाता है।
25 व्यंजनों की लिस्ट में चना मसाला 22 वे नंबर है। भारत में छोले लोगों की पसंदीदा डिश है। आमतौर पर लोग छोले के साथ भटूरे या फिर नान और चावल खाना पसंद करते हैं।
इडली उड़द की दाल और चावल से बनाई जाती है। यह एक साउथ इंडियन डिश है, जिसे स्टीम करके बनाया जाता है। यह चटनी और सांभर के साथ सर्व की जाती है।
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