छोड़ दीजिए ये 5 आदतें, फिर देखिए हर कोई करेगा आपका सम्मान, दुनिया चूमेगी आपके कदम
हाइलाइट्स :
जीवन में हर कोई चाहता है सम्मान।
सम्मान जीवन की बड़ी संपत्ति, जो काम और व्यवहार से मिलती है।
बहाने बनाने और झूठ बोलने वालों को नहीं मिलती रिस्पेक्ट।
दूसरों को दोष देने से छिन जाती है प्रतिष्ठा।
राज एक्सप्रेस। मनुष्य के रूप में हम सभी अपने आसपास के लोगों से सम्मान और तारीफ की कामना करते हैं। यह एक ऐसी संपत्ति है, जिसकी जरूरत आज हर किसी को है। इसे व्यक्ति अपने काम, व्यवहार और आदतों से कमाता है। हालांकि, सम्मान पाना इतना आसान नहीं है। कई बार तो सम्मान पाने की चाह में लोगों का जीवन गुजर जाता है। जो लोग हर कदम पर दूसरों से सम्मान की उम्मीद रखते हैं, उन्हें उन आदतों की पहचान करनी होगी, जो सम्मान दिलाने की क्षमता में रुकावट पैदा करती हैं। अगर आप अपने दोस्तों और परिवार के लोगों से सम्मान और प्रशंसा हासिल करना चाहते हैं, तो यहां उन आदतों के बारे में बताया गया है, जिन्हें आपको आज ही छोड़ देना चाहिए। कहने को तो यह आदतें काफी छोटी और नजरअंदाज करने वाली हैं, लेकिन इस बात पर बड़ा प्रभाव डाल सकती है कि दूसरे लोग आपका कितना सम्मान करते हैं।
झूठ बोलना बंद कर दें
झूठे इंसान को कोई पसंद नहीं करता और सच्चाई की मूरत बनकर कोई रहना नहीं चाहता। कई बार लोग झूठ की बिनाह पर लोगों से तारीफें बटोर ताे लेते हैं, लेकिन सच सामने आने पर उनकी उतनी ही इंसल्ट होती है। नतीजा लोग सम्मान और प्यार देना बंद कर देते हैं। इसलिए झूठ बोलने से बचें।
टालमटोल वाला व्यवहार न रखें
किसी भी जरूरी काम को आखिरी मिनट तक टालना न केवल गैर जिम्मेदार व्यक्ति की निशानी है, बल्कि इसका रिजल्ट भी खराब हो सकता है। आपको दिए काम को या कही गई बात को पूरा करने पर आप दूसरों को दिखा सकते हैं कि आप पर भरोसा किया जा सकता है और आप काम को समय सीमा में करने की क्षमता रखते हैं।
अपना अपमान न सहें
अक्सर लोग आपको नीचा दिखाने के लिए आप में कमी ढूंढते रहते हैं। इस वजह से कई बार दूसरों के सामने अपमान भी सहना पड़ता है। लेकिन बार-बार अपमान सहने की आदत न डालें। खुद को नीचा दिखाना न केवल आपके मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित करता है, बल्कि दूसरे भी इसे आपकी कमजोरी समझने लगते हैं। बेहतर है कि अपनी ताकत पर फोकस करें और रचनात्मक तरीके से अपनी कमजोरियों को सुधारें।
दूसरों को दोष न दें
कई लोगों को दूसरों से बस खुद की तारीफ चाहिए होती है। 10 में से एक दो लोग तो हर जगह आपको मिल जाएंगे, जो अपनी गलतियों को छिपाने के लिए दूसरों को दोष देते हैं या अपने हिस्से की जिम्मेदारी लेने से इनकार कर देते हैं। उनकी ये हर बार की आदतें विश्वास और सम्मान को कम कर सकती हैं। इसके बजाय अपनी गलतियों को स्वीकार कर उन्हें सुधारना मैच्योरिटी को दर्शाता है।
बात-बात पर बहाने न बनाएं
आमतौर पर लोग अपनी गलतीे को छुपाने के लिए बहानों का सहारा लेते हैं। जबकि बहाने किसी काम के प्रति आपकी जवाबदेही को दर्शाते हैं। समस्याओं के लिए बहाने बनाने के बजाय उनका समाधान ढूंढने में फोकस करें। यकीनन आप सम्मान के हकदार हो जाएंगे।
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