राज एक्सप्रेस। जीवन की हर छोटी बड़ी जरूरतों को पूरा करने के लिए पैसा बहुत जरूरी है। पैसा हो तो हम क्या कुछ नहीं खरीद सकते। लेकिन यह कभी-कभी मुसीबत भी बन जाता है। खासतौर से जब बात पति पत्नी के रिश्ते की हो, तो यह उनके बीच लड़ाई की जड़ बनता है, जिससे रिश्तों में दूरियां आ जाती हैं। यहां तक की कई नामचीन कपल्स के बीच तलाक की वजह भी पैसा ही बना है। ऐसा आमतौर पर इसलिए होता है क्योंकि पति पत्नी अपने फाइनेंस को अलग रखते हैं। अगर आप भी इन्हीं लोगों में से एक हैं, तो जरा ध्यान दीजिए। इंडियाना यूनिवर्सिटी केली स्कूल ऑफ बिजनेस की रिसर्च के अनुसार जो कपल्स अपने बैंक, क्रेडिट कार्ड और सेविंग अकाउंट मिलाते हैं, वे लंबे समय तक खुश रहते हैं और उनके बीच पैसों को लेकर विवाद नहीं होता। साथ ही उनके साथ रहने की संभावना बहुत बढ़ जाती है। शोध में इसके कारणों को भी उजागर किया गया है। अगर आपकी लाइफ में पैसों को लेकर मतभेद चल रहा है, तो यहां बताई गई तकनीकों को अपनाइए, फिर देखिए आपको अपनी जिन्दगी से कोई शिकायत नहीं रहेगी।
विशेषज्ञों के अनुसार, इसमें कोई संदेह नहीं है कि आर्थिक शक्ति बेहद जरूरी है। पति-पत्नी का जॉइंट बैंक अकाउंट ट्रांसपैरेंसी शो करते हैं। यहां कपल्स को पता होता है कि उनका पार्टनर क्या कर रहा है और पैसे के मामले में कुछ भी छिपा नहीं रहता। इसलिए यहां ट्रस्ट रेट ज्यादा होती है और पैसों को लेकर लडाई झगडों का तो कभी सवाल ही नहीं उठता। बल्कि जो लोग अपने फाइनेंस को अलग रखते हैं, वे कभी अपने पार्टनर को पता नहीं चलने देना चाहते कि वे कब क्या कर रहे हैं। कितना पैसा कहां खर्च कर रहे हैं, किसे दे रहे हैं। ऐसे में जब दूसरा पार्टनर ऐसे सवाल करता है, तो कपल्स के बीच लड़ाई झगड़े शुरू हो जाते हैं।
जब से महिलाएं कमाने लगी हैं, उनमें “मैं” की भावना आ गई है। इसलिए वे अपना या खुद का पैसा जोड़ना चाहती हैं। खासतौर से जॉइंट अकाउंट जैसी चीजों को तो वे दूर दूर तक सही नहीं मानती। नतीजा पार्टनर एक दूसरे के कॉम्पीटीटर बन जाते हैं। जबकि जो लोग अपने वित्त को जोड़ते हैं, वे पैसे को “हमारा” कहते हैं।
कई बार ऐसे कपल्स भी होते हैं, जो इस बात पर बहस करते हैं कि कौन ज्यादा योगदान दे रहा है। कभी-कभी बहस तो इस हद तक बढ़ जाती है कि किसने और किस महीने में ज्यादा बिल भरा है। इसके अलावा ज्यादातर झगड़े इस बात पर भी होते हैं कि कौन एक दूसरे से खर्च छुपाता है। ऐसे कुछ खर्च हो सकते हैं जहां महिला या पुरुष अपना पैसा अपने लिए या परिवार पर खर्च करना चाहें। जब आप छुपकर कुछ भी ऐसा करते हैं, तो दूसरे साथी को आपके इरादे पर शक हो जाता है। जबकि एक जॉइंट बैक अकाउंट वालों के साथ ऐसा कुछ नहीं देखा गया है।
CreditCards.com के 2022 के सर्वे के अनुसार, 43% कपल्स ने कहा कि उनके पास केवल जॉइंट बैंक अकाउंट हैं। जबकि 34 % कपल्स के पास जॉइंट और सिंगल अकाउंट है और 23% अपने फाइनेंस को पूरी तरह से पार्टनर के फाइनेंस से अलग रखते हैं। कहने का मतलब है कि अगर आपकी इंकम कम है, तो पैसों को मर्ज करने से पैसा बढ़ेगा। जिसके बाद आप अपने और बच्चों के लिए लाइफ के कई बड़े डिसीजन आसानी से ले पाएंगे।
कई कपल्स पैसे पर चर्चा करने से बचते हैं। शोध में कपल्स ने खुद इस बात को स्वीकारा है कि वे अपने साथी के साथ वित्त के बारे में बात करना पसंद नहीं करते। उन्हें लगता है कि अगर वे अपने पैसाें के बारे में बात करेंगे तो उनकी बात लड़ाई पर जाकर खत्म होगी। लेकिन वास्तव में आप एक लंबा और सुखी जीवन साथ में बिताने के लिए पैसों को लेकर कम्यूनिकेशन होना चाहिए। साल में कम से कम एक बार पार्टनर के साथ बैठें और प्लानिंग करें कि पैसे कैसे और कहां खर्च करने हैं। पैसा एक बहुत ही इमोशनल टॉपिक है। इसके बारे में नियमित रूप से बात करना महत्वपूर्ण है।
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