रौबदार जानवर है बाघ।
बाघ मध्यपद्रेश की शान और पहचान है।
इसका एक वार मनुष्य की सारी हड्डियां तोड़ सकता है।
एक टाइगर की औसत उम्र 25 साल होती है।
राज एक्सप्रेस। मध्यप्रदेश बाघों के लिए मशहूर है। आज की तारीख में प्रदेश में 6 टाइगर रिजर्व बाघों से भरे पड़े हैं। वर्तमान में इनकी संख्या लगभग 706 है। मध्य प्रदेश में बाघों के लिए पर्याप्त जगह न होने से हालात बिगड़ रहे हैं। अपने क्षेत्राधिकार के लिए बाघ आपस में लड़ रहे हैं। मध्य प्रदेश में अब तक आपसी लड़ाई की वजह से 39 बाघों की मौत हो चुकी है। नया मामला बांधवगढ़ के टाइगर रिजर्व का सामने आया है। यहां एक हफ्ते के अंदर 2 बाघों की मौत हो गई है। इससे पहले कूनो में 7 साल के शौर्य नाम के बाघ की मौत हुई थी । बता दें कि बाघ एक क्रूर, फुर्तीला और ताकतवर जानवर है। हर कोई इसके सामने आने से भी डरता है। हालांकि, इनकी मौत पर्यावरण के लिए बड़ा नुकसान है, इसलिए हमें इनके संरक्षण के लिए कदम उठाने चाहिए। आज के इस आर्टिकल में हम आपको बाघ से जुड़े ऐसे रोचक तथ्यों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनसे आप अब तक अंजान हैं।
क्या आप जानते हैं कि नर बाघ का वजन 300 किग्रा तक होता है। यह वजन छह मनुष्यों के वजन के बराबर है। बाघ अगर आपके ऊपर बैठकर अपने पंजे चाटने लगे, तो आप तुरंत मर जाएंगे।
बाघों के विशाल शरीर को छोड़कर उनके अगले हाथ व पैरों को देखें। ऐसा कहा जाता है कि टाइगर के अगले हाथ का एक वार किसी व्यक्ति या जानवर को मारने या कम से कम किसी की हड्डियां तोड़ने के लिए पर्याप्त है।
अफसोस की बात है कि बाघ के बच्चे अंधे पैदा होते हैं और केवल कुछ ही जीवित बचते हैं। नवजात शावक कुछ भी नहीं देख सकते, वे केवल अपनी मां की गंध पहचान सकते हैं।
बाघों को पानी में समय बिताना अच्छा लगता है और उन्हें घंटों तैरना पसंद है। चूंकि मादा बाघ शावकों को शिकार की कला सिखाती है, इसलिए उनमें पानी में भी मारने की क्षमता अच्छी होती है। कहते हैं कि व्यस्क बाघ कई किलोमीटर तक तैर सकते हैं और यहां तक कि एक दिन में उनके 30 किलोमीटर तक तैरने की भी जानकारी मिली है।
बाघों की उम्र 20-25 साल है। चाहे उन्हें कैद में रखा जाए या जंगल में, वे इतना जी सकते हैं। हालांकि, ज्यादातर की मौत 20 वर्ष की आयु से पहले हो जाती है।
बाघ अगर भरपेट खाना खा ले, तो वह 30 घंटों तक आराम कर सकता है।
बाघों में एंटीसेप्टिक सलाइवा होता है, इसलिए जब भी आपको चोट लगे और आप उन्हें कीटाणुरहित करना चाहें, तो डॉक्टर टाइगर के पास जाएं। ये सिर्फ मजाक है। दरअसल, बाघ संक्रमण को रोकने के लिए उस क्षेत्र को चाटते हैं।
बता दें कि जानवरों के साम्राज्य में बाघ सबसे तेज धावक नहीं हैं, लेकिन तथ्य यह है कि बाघों के पैर बहुत मजबूत होते हैं, जिससे वे 60 किलोमीटर प्रति घंटे से ज्यादा या कम दौड़ सकते हैं।
बाघों पर धारियों का अनोखा पैटर्न उनकी पहचान है। अगर आप उनके बाल काट दें, तब भी ये धारियां उनकी त्वचा पर दिखाई देंगी।
सुनने में आपको अजीब जरूर लगेगा, लेकिन बाघ से जुड़ा एक दिलचस्प तथ्य यह है कि बाघ की मूत्र से मक्खन लगे पॉपकॉर्न जैसी गंध आती है।
बाघ अन्य जानवरों की आवाज की नकल कर सकते हैं।
इस टैलेंट के कारण उनके लिए जानवरों का शिकार करना बेहद आसान हो जाता है।
ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।