बेटी के प्यारे डैड हैं आप, तो उसे पीरियड्स के लिए ऐसे करें रेडी
हाइलाइट्स :
बेटियों के शरीर में पहला बदलाव है पीरियड्स।
इसकी नॉलेज देना मां का ही नहीं बल्कि पिता का भी फर्ज।
पिता खुद को शिक्षित करें और पीरियड के पहलू को जानें।
उनकी मदद के लिए तैयार रहें।
राज एक्सप्रेस। बेटियां सबकी प्यारी होती हैं। इनका बचपन कब बीत जाता है, पता ही नहीं चलता। जैसे-जैसे उनकी उम्र बढ़ती है, शरीर में कई तरह के बदलाव होना शुरू हो जाते हैं। पहला बदलाव होता है पीरियड्स। पीरियड के बारे में बेटी से बात करना हर माता-पिता के लिए काफी चैलेंजिंग होता है। आमतौर पर पिता बेटी से इस विषय पर बात करने से बचते हैं। उनके अनुसार, यह उनका नहीं बल्कि उनकी मां का काम है। खासतौर पर सिंगल डैड के लिए बेटी के साथ इस टॉपिक पर बात करना काफी इम्बैरेसिंग हो जाता है। आप एक बेटी के पिता हैं, तो आपको समझना होगा कि एक मां की तरह पिता की भी अपनी जिम्मेदारी और भूमिका होती है। इस तरह के विषयों पर बात करने से बचना आपको बेटी से दूर करता है। विशेषज्ञ कहते हैं कि पिता और बेटियों के बीच पीरियड़ को लेकर बातचीत होना बेहद जरूरी है। यहां कुछ टिप्स बताए गए हैं, जिनकी मदद से आप आसानी से अपनी बड़ी हो रही बेटी को पीरियड के लिए तैयारी कर सकते हैं।
सबसे पहले खुद को तैयार करें
किसी भी लड़की के लिए, मासिक धर्म आना एक नई बात है। यह उसके शरीर में बदलाव का संकेत देता है। शुरूआत में यह उसके लिए र्स्टेसफुल भी हाे सकता है। अगर बेटी आपके ज्यादा क्लोज है, तो उसे इस बारे में कंफर्टेबल महसूस कराना आपकी जिम्मेदारी है। इसलिए इससे पहले कि आप पीरियड्स के बारे में उससे बात करें, पहले खुद को शिक्षित करें। पीरियड के हर पहलू के बारे में जानने की कोशिश करें। इससे आप उसे भी बड़ी आसानी से इस बारे में बता सकते हैं।
सपोर्टर बनें
इस दौरान लड़कियां भावनात्मक बदलाव का अनुभव करती हैं। ऐसे में हर पिता को अपनी बेटी से अच्छे से पेश आना चाहिए। इस दौरान कठोर शब्दों का उपयोग करने से बचें। ऐसा कभी ना कहें कि ये तो सब लड़कियों के साथ होता है। इससे बेटी टूट सकती है। बता दें कि एक मां की तरह पिता के लिए भी बेटी का सपोर्टर बनना बहुत जरूरी है।
विज्युल के माध्यम से बताएं
अगर आपको बेटी से इस बारे में बात करने से झिझक महसूस हो रही है, तो बेहतर है कि आप उसे ऑडियो और विज्युल की मदद से यह सब बताएं। तस्वीरों के जरिए आप उसे बता सकते हैं कि पीरियड क्या होता है। पैड या टैम्पोन का यूज कैसे करें। देखने के बाद उसे समझने में काफी आसानी होगी कि उसका पीरियड कैसा होगा। आप उसे पैड या टैम्पोन का उपयोग करने के चित्र भी दिखा सकते हैं।
आत्मविश्वास महसूस करें
यह टॉपिक काफी पेचीदा है। एक पिता कभी खुद समझ नहीं पाता कि वह इस स्थिति में क्या करे। सिंगल डैड के लिए तो यह सिच्युएशन और भी कठिन होती है। लेकिन घबराएं नहीं और न ही किसी तरह की शर्म महसूस करें। पिता को इस समय अपनी बेटी की मदद करने में आत्मविश्वास महसूस करना चाहिए। आपको उसे एहसास दिलाना होगा कि आप हर मुश्किल घड़ी में उसकी मदद करने के लिए तैयार हैं।
पिता क्या करें, क्या न करें
बेटी के साथ पीरियड पर चर्चा करने के दौरान पिता को क्या करना चाहिए और क्या नहीं, यहां बताया गया है।
पीरियड से जुडी अफवाहों को अपनी बातचीत पर हावी न होने दें।
रूढ़िवादी परंपराओं को दरकिनार कर तथ्यों पर टिके रहें।
बातचीत शुरू करने से पहले खुद पूरी जानकारी लें।
बातचीत के लिए जटिल के बजाय सरल भाषा और शब्दों का इस्तेमाल करें।
उदाहरण देकर चीजों को समझाने की कोशिश करें।
ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।