WHO के अनुसार, 24 महीने बाद करना चाहिए दूसरा बच्चा।
12-18 महीने के अंतर में बच्चों में बॉन्डंग होती है स्ट्रांग।
दो साल बाद कंसीव करना मां और बच्चे की हेल्थ के लिए अच्छा है।
तीन साल बाद प्रेग्नेंट होना रिस्की है।
राज एक्सप्रेस। बढ़ते खर्चे और जिम्मेदारियों के बीच लोगों की सोच केवल एक बच्चा पैदा करने तक ही सीमित रह गई है। इसलिए पहली प्रेग्नेंसी के बाद महिलाएं दूसरा बच्चा करने के बारे में सोचती भी नहीं हैं। लेकिन यह डिसीजन तब फेल हो जाता है जब कुछ साल बाद भाई-बहन, परिवार के दबाव या अपनी खुद की इच्छा के कारण कपल्स अपना दूसरा बच्चा चाहते हैं। हालांकि, इस डिसीजन में कभी-कभी दो प्रेग्नेंसी के बीच लंबा गैप हो जाता है। ऐसे में कपल्स के मन में सवाल आता है कि सेकंड बेबी कब करना चाहिए। गायनाकोलॉजिस्ट डॉ.सीमा गुप्ता कहती हैं कि यह पूरी तरह से एक पर्सनल डिसीजन है, जो कई कारकों पर निर्भर करता है। कुछ लोग दो साल का टाइम पीरियड चाहते हैं, तो कई लोग पांच साल तक इंतजार चाह सकते हैं। लेकिन अगर आप एक स्वस्थ मां और बच्चे की उम्मीद करते हैं, तो आपको पता होना चाहिए कि दोनों बच्चों के बीच कितना एज गैप होना जरूरी है।
दूसरा बच्चा कब पैदा करना है यह आपका निर्णय है। लेकिन मां के स्वास्थ्य से कोई समझौता नहीं करना चाहिए। जब वह अपनी पहली गर्भावस्था से पूरी तरह ठीक हो जाए, तभी उसे दूसरी गर्भावस्था के बारे में सोचना चाहिए।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, आपके पहले और दूसरे बच्चे के बीच कम से कम 24 महीने का अंतर होना चाहिए। इस समय तक, मां का शरीर अपनी पहली गर्भावस्था से पूरी तरह से उबर जाता है और वह अपनी पहली गर्भावस्था में खोए हुए पोषक तत्वों की भरपाई कर लेती है। यदि 24 महीने नहीं तो कम से कम 18 महीने का अंतर किसी भी स्थिति में रखा जाना चाहिए।
जब बच्चों की उम्र में 12 से 18 महीने का अंतर होता है, तो उनकी बॉन्डिंग स्ट्रांग होती है। दोनों हम उम्र होते हैं। लेकिन इस दौरान छोटे बच्चों की जरूरतें जरूरतें मां के स्वास्थ्य पर असर डाल सकती हैं। रात की नींद खराब होना, बच्चों को स्तनपान कराना या उन्हें एक साथ पढ़ाना, हर जिम्मेदारी दोगुनी हो जाती है। साथ ही, यह कम अंतर मां के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है। एक स्टडी में कहा गया है कि जब दो बच्चों के बीच का अंतर 18 महीने से कम होता है, तो समय से पहले जन्म और जन्म के समय कम वजन जैसी समस्याएं सामने आ सकती हैं।
डॉ.सीमा गुप्ता कपल्स को दूसरा बच्चा पैदा करने के लिए दो साल का अंतर रखने की सलाह देती हैं। यह न केवल मां और नवजात शिशु के स्वास्थ्य के लिए अच्छा है, बल्कि पहला बच्चा भी उस लेवल पर पहुंच जाता है जहां वह अपनी भावनाओं को व्यक्त कर सकता है और चीजों को बेहतर ढंग से समझना शुरू कर देता है।
जब तीन साल या उससे ज्यादा का अंतर होता है, तो आपका पहला काफी बड़ा हो जाता है और सुरक्षित महसूस करता है। इस समय तक मां का शरीर भी पहली गर्भावस्था, स्तनपान और जन्म से पूरी तरह स्वस्थ हो जाता है। माता-पिता दोनों बच्चों पर ध्यान दे सकते हैं क्योंकि दोनों बच्चों की डिमांड और इंटरेस्ट अलग-अलग होते हैं। हालांकि, इतने सालों के बाद एक बार कंसीव करना आपके शरीर के लिए आसान नहीं होता।
विशेषज्ञों का यह भी कहना है कि तीन या ज्यादा सालाें के बाद दूसरी गर्भावस्था का मतलब प्रेग्नेंसी और डिलीवरी में रिस्क बढ़ाना है। यदि आप पांच साल तक इंतजार करते हैं, तो आपको हाई ब्लड प्रेशर, किडनी डिसऑर्डर और यहां तक कि डायबिटीज भी हो सकती है।
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