सुबह या रात क्‍या है पढ़ाई करने का बेस्‍ट टाइम, जानें यहां

वैसे पढ़ाई करने का समय छात्र अपनी सुविधा और माहौल के हिसाब से तय करते हैं। लेकिन मनोवैज्ञानिक दृष्टि से पढ़ाई करने के लिए सुबह ब्रह्म मुहूर्त का समय बहुत अच्छा होता है।
क्‍या है पढ़ाई करने का बेस्‍ट टाइम
क्‍या है पढ़ाई करने का बेस्‍ट टाइमRaj Express
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हाइलाइट्स :

  • हरियाणा सरकार ने छात्राें को सुबह 4:30 बजे पढ़ने की दी सलाह।

  • विशेषज्ञों के अनुसार, जब दिमांग शांत हो, तब पढ़े बच्‍चा।

  • सुबह फ्रेश माइंड के साथ पढ़ना फायदेमंद।

  • आंखों के लिए फायदेमंद होती है सूर्य की रोशनी।

राज एक्सप्रेस। एग्‍जाम से हर किसी को डर लगता है। फिर भले ही वह स्‍कूल के एग्‍जाम हों, बोर्ड के हों या फिर कॉलेज के। एग्‍जाम आते ही बच्‍चे पढ़ाई के लिए एक्टिव हो जाते हैं और दिन रात भूल जाते हैं। कुछ बच्‍चे सुबह उठकर पढ़ाई करते हैं, तो कुछ को रातभर जागकर पढ़ाई करने की आदत होती है। कुछ दिन के समय पढ़ते हैं, तो कुछ को ब्रेक ले लेकर पढ़ना अच्‍छा लगता है। हालांकि, पैरेंटस और बच्‍चे इस बात को लेकर कंफ्यूज रहते हैं कि पढ़ाई करने का सबसे अच्‍छा समय कौन सा है। वैसे कई लोगों का मानना है सुबह उठकर अच्‍छी पढ़ाई होती है, जबकि रात में शांति के साथ पढ़ा जा सकता है। अगर आप भी स्‍टूडेंट हैं, तो जानिए कि सुबह पढ़ना बेहतर है या रात में।

इस समय पढ़ना है बेस्‍ट

हाल ही में हरियाणा सरकार ने बच्‍चाें को परीक्षा के समय सुबह 4:30 बजे उठकर पढ़ने की सलाह दी है। उसके अनुसार, सुबह 4:30 बजे पढ़ाई करने का आदर्श समय होता है। हालांकि, कुछ मामलों में टीचर्स भी सुबह पढ़ने की सलाह देते हैं। ऐसा इसलिए क्‍योंकि दिन के समय छात्र स्‍कूल, कॉलेज जाने और परीक्षा देने जाने में व्‍यस्‍त रहते हैं और थक जाते हैं, जिससे शाम तक उनकी सतर्कता कम हो जाती है। ऐसे समय में उन्हें सुबह पढ़ाई करने से ज्‍यादा फायदा होता है।

सूर्य के साथ पढ़ाई करें

हमारे बड़े हमेशा सुबह पढ़ाने की सलाह देते हैं। इस समय हमारा दिमाग सतर्क और तरोताजा रहता है। सुबह के समय हमारा दिमाग तरोताजा रहता है और जल्‍दी नई चीज को याद करने की क्षमता अच्‍छी होती है। ऐसी भी मान्यता है कि अंधेरे की तुलना में सूरज की रोशनी दिमाग को अधिक सतर्क रहने में मदद करती है। लेकिन हर कोई इस पैटर्न को फॉलो नहीं करता। कुछ लोग रात में ज्‍यादा प्रोडक्टिव होते हैं।

याददाश्त मजबूत होती है

सीनियर साइकोलॉजिस्ट डॉ. कमलेश उदैनिया कहते हैं कि लांग टर्म मेमोरी को मजबूत करने के लिए नींद बहुत जरूरी है। जब हम कुछ नया पढ़ते हैं, तो एक सिनेप्स बनता है, जिसका मतलब है कि जब हम किसी चीज के संपर्क में आते हैं, तो न्यूरॉन्स के बीच एक संबंध बनता है और वह कुछ देर के लिए होता है। अगर आप इसे लांग टर्म मेमोरी में बदलना चाहते हैं, तो नींद की जरूरत है। जब बच्चे पढ़ते हैं और फिर सोते हैं,तो पहले तो उनका माइंड फ्रेश होता है और याददाश्त मजबूत होती है।

भ्रम मुहूर्त में पढ़ने से मिलती है ऊर्जा

डॉ.उदैनिया कहते हैं कि पूरी रात की नींद लेने के बाद, सुबह जागने के बाद छात्रों को आराम और ऊर्जावान दिमाग का फायदा मिलता है। यह ऊर्जा आप जो पढ़ रहे हैं उस पर ध्यान फोकस करने और चीजाें को जल्‍दी ग्रास्प करने में मदद करती है। प्राचीन हिंदू ग्रंथों में भी इसका उल्लेख है - भ्रम मुहूर्त (सूर्योदय से 1-2 घंटे पहले का समय) वह समय है जब व्‍यक्ति के पास ज्‍यादा ऊर्जा और सक्रिय दिमाग होता है।

सुबह जल्दी पढ़ाई करने के अन्‍य फायदे

  • रात की अच्छी नींद के बाद, ब्रेन रिचार्ज हो जाता है और ग्रास्पिंग पॉवर भी अच्‍छी होती है।

  • सुबह की प्राकृतिक रोशनी आंखों के लिए फायदेमंद होती है।

  • यह आपके स्‍लीपिंग रूटीन को डिस्‍टर्ब नहीं करती, इसलिए आप इस समय कोई नई चीज याद करेंगे, तो लंबे समय तक भूलेंगे नहीं।

ध्‍यान रखें ये बातें

  • जहां पढ़ रहे हैं, वहां पर्याप्‍त रोशनी हो।

  • हेल्‍दी ब्रेकफास्‍ट करें, इससे एनर्जी लेवल बना रहता है।

  • हैवी स्‍नैक लेने से बचें। इससे नींद और सुस्‍ती आती है।

विशेषज्ञों के अनुसार, अच्छे मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए औसतन सात घंटे की नींद की सलाह दी जाती है। स्‍टडी बताती हैं कि अगर छात्रों को सात घंटे की नींद मिले, तो इससे उन्हें जो कुछ भी सीखा है उसे लंबे समय तक याद रखने में आसानी होती है।

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