पढ़ाई के दौरान नींद आना आम है।
खराब डाइट और नींद की कमी है इसकी वजह।
सीधे बैठकर पढ़ने से कंसंट्रेट करना आसान होता है।
लिखकर याद करने से नहीं आती नींद।
राज एक्सप्रेस। परीक्षा नजदीक हैं। कहीं बोर्ड, तो कहीं स्कूलों के एग्जाम शुरू होने वाले हैं। परीक्षा के दिनों में अच्छे अंक लाने का इतना प्रेशर होता है, कि रात-रात भर भी जागना पड़ता है। हालांकि, हर बच्चे का पढ़ने का अपना तरीका होता है। कुछ दिन में पढ़ते हैं, तो कुछ रात में जागकर। कुछ को बैठकर पढ़ना अच्छा लगता है, तो कुछ लेटकर पढ़ाई करते हैं। जबकि कुछ सालभर पढ़ाई करते हैं, तो कुछ ऐसे भी हैं, जो लास्ट मिनट पर किताब उठाते हैं। इनमें से कुछ बच्चे ऐसे भी होते हैं, जिन्हें पढ़ते समय नींद आने लगती है। इस कारण वह पढ़ाई पर ठीक से फोकस नहीं कर पाते और पीछे रह जाते हैं। यह दिक्कत ज्यादातर उन बच्चों को आती है, जो लेटकर, शोर-शराबे में या फिर रात में जागकर पढ़ाई करते हैं। इसके अलावा खराब डाइट और नींद की कमी भी इसके लिए जिम्मेदार है। यहां कुछ ऐसे टिप्स बताए गए हैं, जो परीक्षा की तैयारी के दौरान जागते रहने में मदद कर सकते हैं।
जब भी पढ़ने बैठे, अपने कंफर्ट जोन को साइड में रखें। पढ़ाई के दौरान तकिया या सोफा हमारा कंफर्ट जोन होता है। तकिए के सहारे या सोफे पर झुककर बैठने से आपको नींद आ सकती है। लेटकर पढ़ने से आराम करने की इच्छा होती है, इसलिए ज्यादा देर तक पढ़ाई करनी हो, तो बिल्कुल सीधे बैठकर पढ़ें।
पढ़ाई के लिए उन जगहों पर बैठने से बचें जहां आप सोते हैं। जैसे किे बेडरूम। इसके अलावा, पढ़ाई करते समय कुशन और तकिए जैसी चीजें भी आपको झपकी लेने पर मजबूर करती हैं। अगर बेडरूम ही ऑप्शन है, तो एक जगह कुर्सी टेबल पर बैठकर पढ़ें। पर ध्यान रखें , कि पढ़ते वक्त कमरे में तेज रोशनी होनी चाहिए। एक स्टडी के अनुसार, रात में तेज रोशनी आपको देर तक जागने में मदद करती है।
अगर पढ़ते के दौरान आपको नींद जैसा महसूस होता है, तो उठकर थोड़ा टहल लें। एक स्टडी के अनुसार, 10 मिनट की सैर से याददाश्त और एकाग्रता में सुधार होता है। इससे एग्जाम स्ट्रेस भी काफी हद तक दूर हो जाता है। चलने से मस्तिष्क और मांसपेशियों तक ऑक्सीजन ठीक से पहुंचती है। जिससे ब्लड सर्कुलेशन सही रहता है और आप एनर्जेटिक बने रहते हैं। इसलिए, पढ़ाई के बीच में छोटे-छोटे ब्रेक लेने से घबराएं नहीं।
क्या आप जानते हैं कि कम पानी पीने से भी आपको सुस्ती और थकान हो सकती है। डिहाइड्रेशन आपकी एनर्जी को खत्म कर देता है, साथ ही इससे मेमोरी, अलर्टनेस और कंसंट्रेशन भी लो होता है। इसलिए पढ़ाई के दौरान खुद को हाइड्रेट रखना चाहिए, खासकर गर्मियों में। इन दिनों में कम से कम 3-5 लीटर पानी पीना बहुत जरूरी है।
आपका एनर्जी लेवल इस बात पर निर्भर करता है कि आप क्या खाते हैं और कैसे खाते हैं। परीक्षा के दिनों में ज्यादा जंक फूड और मीठे पेय पदार्थ आपको सुस्त बना देते हैं। अगर कुछ खाना ही है, तो आप पीनट बटर, लो फैट डिप्स के साथ गाजर, नट्स और फलों के साथ दही खाएं। परीक्षा के दिनों में संतुलित आहार और बार-बार छोटे-छोटे मील लें। हेल्दी और बैलेंस्ड डाइट आपको पढ़ाई के दौरान झपकी लेने से रोकने में मदद कर सकती है।
एग्जाम टाइम में एक ही चीज को बार-बार पढ़ने से बोरिंगनेस आ जाती है , जिससे नींद आने लगती है। ऐसा न हो, इसके लिए सबसे अच्छा तरीका है लिखकर याद करें। इससे आपका ब्रेन एक्टिव रहता है और लास्ट टाइम पर रिवीजन करने में बहुत आसानी होती है।
रात में पढ़ाई के दौरान नींद आने की संभावना ज्यादा रहती है। इसलिए रात में ऐसे सब्जेक्ट सा टॉपिक पढ़ें, जो आसान हों, या फिर आपको केवल रिवाइज करने हों। कहने का मतलब है कि किसी भी नई या कठिन चीज को रात में पढ़ना अवॉइड करना चाहिए। इसके अलावा, अगर आपको जागते रहने में परेशानी हो, तो किसी दूसरे सब्जेक्ट पर स्विच कर सकते हैं।
जब आपको पढ़ाई के दौरान नींद आने लगे तो उठकर कुछ देर का ब्रेक लें। इस दौरान लंबे समय तक पढ़ाई न करें। आप हर 2 से 3 घंटे के बाद 15 से 20 मिनट का ब्रेक ले सकते हैं। इस समय आप उन एक्टिविटी पर फोकस करें, जो आपकाे अलर्ट और एक्टिव रखती हों। जैसे आप टीवी देख सकते हैं या फिर म्यूजिक सुनने के साथ-साथ कुकिंग कर सकते हैं।
परीक्षा के दिनों में पढ़ाई करते वक्त एकाग्र और सतर्क रहना बहुत चैलेंजिंग है। इसके चलते नींद आने लगती है। यहां बताए गए टिप्स आपको पढ़ाई के दौरान नींद लेने से रोकने में बहुत मदद कर सकते हैं।
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