क्यों मनाई जाती है हरतालिका तीज? जानिए पूजा विधि से लेकर शुभ मुहूर्त के बारे में
हाइलाइट्स :
भारत में हर साल सावन महीने की तृतीय तिथि को हरतालिका तीज के रूप में मनाया जाता है।
राज एक्सप्रेस। हिंदू धर्म में व्रत एवं त्योहारों का काफी महत्व होता है। इसी सिलसिले में एक नाम हरतालिका तीज का भी शामिल है। भारत में हर साल सावन महीने की तृतीय तिथि को हरतालिका तीज के रूप में मनाया जाता है। यह पर्व महिलाओं के लिए काफी खास होता है। इस दिन सुहागिन महिलाएं भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करती हैं और उनकी लंबी उम्र के लिए कामना करती हैं। इस साल हरतालिका तीज आज यानि 19 अगस्त को मनाई जा रही है। तो ही जानते हैं हरतालिका तीज की पूजा विधि से लेकर इस दिन के महत्व और दान पुण्य के बारे में।
पूजा विधि
सबसे पहले सुहागिन महिला को सुबह जल्दी उठकर एवं नहाकर साफ वस्त्र धारण करना चाहिए। इसके बाद भगवान शिव और माता पार्वती के समक्ष व्रत का संकल्प करना है।
आज के लिए महिला को काली मिट्टी से भगवान की मूर्ति बनाकर उसकी स्थापना करना चाहिए। जिसके बाद विधि विधान के साथ भगवान की पूजा करना चाहिए।
इसके लिए भगवान के समक्ष सोलह श्रृंगार अर्पित करें एवं साथ में भोग भी लगाएं। इसके उपरांत विधिवत भगवान के समक्ष दीपक लगाने के बाद व्रत कथा का पाठ करें एवं आरती करें।
शुभ मुहूर्त
इस साथ पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 6 बजे से लेकर रात 7:30 बजे तक रहने वाला है। इस दौरान भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करने से शुभ फल प्राप्त होता है।
हरतालिका तीज पर इन चीजों का करें दान
हिंदू शास्त्रों के अनुसार आज के दिन पूजा के बाद फल का दान करना शुभ होता है। इसके अलावा किसी जरुरतमंद को कपड़े का दान भी फलदायी होता है। यदि महिला पूजा के बाद अन्न का दान करती हैं तो इससे शुभ फल की प्राप्ति होती है।
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