सावन से जुड़े मिथक और तथ्‍य, जान लें क्‍या सही है, क्‍या नहीं

सावन में व्रत रखने को लेकर लोगों को कई तरह के भ्रम हैं। यहां हमने सावन से जुड़े मिथकों और तथ्‍यों के बारे में विस्‍तार से बताया है।
सावन से जुड़े मिथक और तथ्‍य
सावन से जुड़े मिथक और तथ्‍यSyed Dabeer Hussain - RE
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राज एक्सप्रेस। शास्‍त्रों में सावन के महीने का बहुत महत्‍व है। इसे बहुत पवित्र और शुभ माना गया है, क्‍योंकि यह महीना महादेव को समर्पित है। भगवान को प्रसन्‍न करने के लिए कुछ लोग सावन सोमवार तो कुछ पूरे महीने व्रत रखते हैं। इसके कई नियम हैं। सावन सोमवार और सावन में व्रत से जुड़े कई मिथ हैं, जिन्‍हें हम सच मानकर उन पर भरोसा कर लेते हैं। इतना ही नहीं बहुत से लोग इन्‍हें अपने जीवन में उतार लेते हैं। जबकि अगर हकीकत में इन मिथकों की जांच पड़ताल की जाए, तो सच्‍चाई वो नहीं होती, जो लोग मान रहे हैं। कई लोग तो इन भ्रमों के चलते सावन में व्रत करने से भी बचते हैं। तो चलिए जानते हैं सावन के व्रत से जुड़े मिथ और फैक्‍ट के बारे में।

मिथ 1: क्‍या सावन सोमवार का व्रत लड़कियां ही रख सकती हैं

ऐसा नहीं है। धार्मिक मान्‍यता के अनुसार, शिवजी की पूजा करने से उनका आशीर्वाद मिलता है। इसलिए सावन सोमवार पर बच्‍चे, नौजवान, महिलाएं, कुंवारी लड़कियां और बूढ़े सभी व्रत रख सकते हैं।

मिथ 2 : सावन में खट्टी चीजें नहीं खानी चाहिए।

तथ्य : बहुत से लोगों का मानना है कि सावन में खट्टी चीजें जैसे कड़ी, दही नहीं खाना चाहिए। जबकि ऐसा नहीं है। पंडितों के अनुसार, भादो के महीने में खट्टी चीजें खाने की मनाही होती है।

मिथ 3 : शिवजी उन लोगों की कामना पूरी करते हैं, जो व्रत रखते हैं।

तथ्य : शिवजी को प्रसन्न करने के लिए व्रत रखना जरूरी नहीं है। लेकिन सोमवार को भगवान पर जल चढ़ाने से भगवान प्रसन्‍न होते हैं और मनोकामना पूरी करते हैं।

मिथ 4 : सावन सोमवार का व्रत सुयोग्‍य वर के लिए ही होता है।

तथ्य : कहा जाता है कि सावन सोमवार का व्रत सुयोग्‍य वर के लिए होता है। जबकि हकीकत में ऐसा नहीं है। सावन सोमवार का व्रत हर कोई कर सकता है। इस व्रत को करने से लोगों को दुख, कष्‍ट और परेशानियों से छुटकारा मिलता है । कुंवारी कन्‍याएं सुयोग्‍य वर की प्राप्ति के लिए व्रत रखती हैं, वहीं महिलाओं को सौभाग्यवती का आशीर्वाद मिलता है।

मिथ 5 : साेमवार व्रत में बाल काट सकते हैं।

तथ्य : यह नियम उन लोगों के लिए है, जो पूरे सावन व्रत रखते हैं। फिर यह व्‍यक्ति की श्रद्धा पर निर्भर करता है कि वह सावन में बाल या नाखून काटना चाहता है या नहीं।

मिथ 6 : सावन में दूध नहीं पीना चाहिए।

तथ्य : शास्‍त्रों में सावन में प्‍याज, लहसुन, मांसाहारी भोजन और दूध की मनाही होती है। लेकिन यह नियम भी उन लोगों के लिए है, जो पूरे सावन में व्रत रखते हैं। सामान्‍य व्‍यक्ति के लिए ऐसा कोई नियम नहीं है।

मिथ 7 : सावन में तेल नहीं लगाना चाहिए।

तथ्य : कहते हैं सावन के महीने में शरीर पर तेल नहीं लगाना चाहिए। ऐसा करने से भगवान नाराज हो जाते हैं। चातुर्मास करने वाले लोगों पर यह नियम लागू होता है। सामान्‍य व्‍यक्ति बिना किसी डर के शरीर पर तेल लगा सकता है।

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