बॉस के बुरे व्यवहार से एम्प्लॉयी की मेंटल हेल्थ होती है खराब।
शॉर्ट टेंपर्ड है बॉस, तो बहस न करें।
बॉस की मैनेजमेंट स्टाइल समझें।
स्ट्रेस न लें।
राज एक्सप्रेस। कंपनीज में अलग-अलग तरह के बॉस मिलते हैं। कोई दयालु किस्म का होता है, तो कोई मददगार। कोई स्ट्रिक्ट होता है, तो कोई टॉक्सिक। कहते हैं कि एक प्रोफेशनल वर्ल्ड में किसी के साथ अच्छे संबंध रखो या ना रखो, लेकिन अपने मैनेजर के साथ आपका रिलेशनशिप अच्छा होना चाहिए। पर क्या हो, अगर आपका मैनेजर टेढ़ा किस्म का हो। ऐसे बॉस के साथ काम करना चैलेंजिंग होता है। कई लोगों को गुस्सैल, सख्त और टॉक्सिक बिहेवियर वाले बॉस के साथ डील करने में काफी दिक्कत आती है। इस कारण कई लोग नौकरी भी छोड़ देते हैं। अगर आपने ऐसी स्थिति का सामना किया है, तो जान लें कि इस प्रोफेशनल चैलेंज से निपटने वाले आप अकेले एम्प्लॉयी नहीं हैं। एक डिमांडिंग मैनेजर के साथ काम करना वास्तव में मुश्किल होता है। ऐसे में अगर आप जॉब छोड़ने का सोचते हैं तो यह आइडिया बेकार है। यहां कुछ स्ट्रेटजी बताई गई हैं, जो डिफिकल्ट बॉस से निपटने में मदद कर सकती हैं।
अगर आपके बॉस गलती होने पर आपको डांट रहे हैं, तो जानें कि इसके पीछे कारण क्या है। मैनेजर को भी अपने सीनियर्स के प्रेशर का सामना करना पड़ता है। इसलिए इसे समझें और फिर उनसे बात करने की कोशिश करें।
हर कंपनी में मैनेजर्स के काम करने का तरीका अलग होता है। हो सकता है पहले आपने जिस तरह के बॉस के साथ काम किया हो, वो ऐसा न हो। इसलिए बॉस अगर झिकझिक करें, तो सबसे पहले उसकी मैनेजमेंट स्टाइल को समझना जरूरी है। इससे आप जान पाएंगे कि वह कुछ चीजों को लेकर इतना सख्त क्यों है। फिर आप उनके मुताबिक काम करना सीख जाएंगे।
अगर आपका बॉस हर छोटी-छोटी बात को लेकर गुस्सा होता है, चीखता, चिल्लाता है, तो इसका मतलब है कि उसे एंगर मैनेजमेंट इशू हैं। इसलिए आपको उनके डांटने का जवाब नहीं देना, बल्कि उनके तनाव का कारण जानना है।
टॉक्सिक बिहेवियर वाले बॉस के साथ डील करना सबसे बड़ी चुनौती है, क्योंकि ऐसे लोग अपने आगे किसी की राय को महत्व नहीं देते। हमेशा खुद को सुपीरियर समझने वाली क्वालिटी इनमें होती है। इसलिए अगर उनसे किसी गलती पर डांट पड़े, तो बहस नहीं करनी चाहिए। अपनी बात को समझदारी और शांति से कहने का प्रयास करें।
यह सच है कि बॉस अगर काम में ज्यादा इंटरफेयर करे, तो काम करने से मन हट जाता है। यह ऐसी गलती है, जो ज्यादातर लोग करते हैं। इसके बजाय अपने काम पर फोकस करना चाहिए। यही आपको आगे तक ले जाएगा। अच्छा काम करने के बाद भी स्थिति न बदले, तो दूसरी जॉब ढूंढ लें।
अगर आप वर्कलोड से परेशान है या बॉस का प्रेशर हैंडल नहीं हो रहा, तो काम को जल्द से जल्द खत्म कर लें, क्योंकि ज्यादा काम आपके मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा असर डाल सकता है।
अगर आपका बॉस आपके काम से संतुष्ट नहीं है, तो बेहतर है कि उसके सुझावों को नोट कर लें। पर्सनल मीटिंग करके उनके सुझावों पर उनसे चर्चा करें। ध्यान रखें, किसी भी चीज को नोट करना याद रखने में मदद करता है। ऐसा करने से आपको अपनी गलतियों से सबक मिलेगा और आप अच्छे से काम सीख पाएंगे।
ध्यान रखें कि एक टॉक्सिक मैनेजर के साथ आपका एक्सपीरियंस आपकी प्रोफेशनल जर्नी का हिस्सा है , न कि इसका अंत। लेकिन हर व्यक्ति से हमें कुछ न कुछ स्किल सीखने को मिलती है। इसलिए टेंशन न लें और यहां बताए गए टिप्स की मदद से उन्हें हैंडल करना सीख लें।
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