राज एक्सप्रेस। हर साल 28 जुलाई को दुनिया भर में वर्ल्ड हेपेटाइटिस डे (World Hepatitis Day) के तौर पर सेलिब्रेट किया जाता है। इस दिन लोगों को इस बीमारी से बचने के लिए प्रेरित किया जाता है और बीमारी के होने के कारण की जानकारी दी जाती है। इस बीमारी के अंतर्गत वायरस सीधा व्यक्ति के लीवर पर असर डालता है। कई बार तो लीवर का यह इन्फेक्शन इतना अधिक बढ़ जाता है कि व्यक्ति का लीवर ख़राब होने से कैंसर होने तक का खतरा पैदा हो जाता है।
क्या है हेपेटाइटिस?
इस बीमारी से लीवर में इन्फेक्शन पैदा होता है, जिसके चलते लीवर में सूजन आना शुरू हो जाती है। इस सूजन के कारण धीरे-धीर हमारे सेल्स को नुकसान पहुंचता है। इस बीमारी में इन्फेक्शन शुरू होने से इसका प्रभाव बढ़ने तक संक्रमित व्यक्ति को कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। हेपेटाइटिस के पांच स्ट्रेन हैं जिनको अल्फाबेट कहा जाता है। रिपोर्ट से यह बात सामने आती है कि इस गंभीर बीमारी के कारण दुनिया के किसी कोने में हर 30 सेकंड में एक व्यक्ति मौत के घाट उतर जाता है। हालांकि वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन के द्वारा इस बीमारी के गंभीर परिणामों को देखते हुए साल 2030 तक इस बीमारी को खत्म करने का लक्ष्य रखा गया है।
28 जुलाई को ही क्यों मनाया जाता है वर्ल्ड हेपेटाइटिस डे?
आज ही के दिन नोबेल पुरस्कार विजेता वैज्ञानिक और डॉं. बारूक सैमुएल ब्लमबर्ग का जन्मदिन भी है। उन्हें सम्मान देने के लिए इस दिन को वर्ल्ड हेपिटाइटिस डे के रूप में मनाया जाता है। डॉ. बारूक के बारे में बता दें कि उन्होंने ही हेपेटाइटिस बी वायरस की खोज की थी। साथ इस बीमारी के इलाज के लिए डॉ. ने एक डायगोनस्टिक टेस्ट और वैक्सीन का निर्माण किया था। पहली बार वर्ल्ड हेपेटाइटिस डे साल 2008 में मनाया गया था।
क्या है इस बार की थीम?
हर साल की तरह इस साल भी इस दिन को विश्व भर में पूरे जोश और धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस दिन को मनाने के लिए प्रतिवर्ष एक थीम निर्धारित की जाती है। साल 2022 की बात करें तो इस साल वर्ल्ड हेपेटाइटिस डे की थीम आई कांट वेट रखी गई है।
ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।