आने वाले 10-15 सालों में शहर में तेजी से बढ़ेंगे फेफड़ों की बीमारी के मरीज

आने वाले 10-20 वर्षों में इंदौर सहित पूरे देश में फेफड़ों से संबंधित बीमारियों के मामले उसी तरह से बढ़ेंगे, जिस तरह से गत 10-15 वर्षों में दिल की बीमारी के मामले बढ़े हैं।
आने वाले 10-15 सालों में शहर में तेजी से बढ़ेंगे फेफड़ों के बीमारी की मरीज
आने वाले 10-15 सालों में शहर में तेजी से बढ़ेंगे फेफड़ों के बीमारी की मरीजSocial Media
Published on
Updated on
2 min read

इंदौर, मध्य प्रदेश। आने वाले 10-20 वर्षों में इंदौर सहित पूरे देश में फेफड़ों से संबंधित बीमारियों के मामले उसी तरह से बढ़ेंगे, जिस तरह से गत 10-15 वर्षों में दिल की बीमारी के मामले बढ़े है, लोगों के फेफड़ों को कोविड ने बहुत ज्यादा प्रभावित किया है। साथ ही जो वायु प्रदूषर्ण बढ़ रहा है, यह भी फेफड़ों को तेजी से नुकसान पहुंचा रहा है।

यह बात शनिवार को डॉ. अरविंद कुमार, चेयरमैन, इंस्टीट्यूट ऑफ चेस्ट सर्जरी- चेस्ट ओन्को सर्जरी एंड लंग ट्रांसप्लांटेशन, मेदांता गुरुग्राम ने चर्चा में कही। वो यहां इंदौर में पहली चेस्ट सर्जरी शुरू करने अपनी टीम के साथ पहुंचे हैं। साथ ही रविवार को चेस्ट फिजिशियन की होने वाली कार्यशाला को भी संबोधित करेंगे। डॉ. अरविंद कुमार और उनकी 6 चेस्ट सर्जनों की टीम के सहयोग में डॉ. बेलाल बिन आसफ, एसोसिएट डायरेक्टर, डॉ. हर्ष वर्धन पुरी, कंसल्टेंट, डॉ. सुखराम बिश्नोई, एसोसिएट कंसल्टेंट, डॉ. मोहन वेंकटेश पुले, एसोसिएट कंसल्टेंट, डॉ. विवेक मुंडेल, एसोसिएट कंसल्टेंट और डॉ. सुमित बनगेरिया, एसोसिएट कंसल्टेंट शामिल के साथ इंदौर पहुंचे हैं।

29 प्रतिशत बच्चों में मिले अस्थमा के लक्षण :

डॉ. कुमार ने प्रदूषण को लेकर जानकारी देते हुए बताया कि पिछले दिनों हमारी टीम ने दिल्ली के स्कूलों में एक सर्वे किया था। इसमें यह बात सामने आई थी कि 29% बच्चों में अस्थमा के लक्षण थे। यह लक्षण वायु प्रदूषर्ण के कारण बच्चों में आए हैं। वर्तमान में हमने इस तरफ ध्यान नहीं दिया, तो आने वाले समय में फेफड़ों की बीमारी घातक रूप ले लेगी। कोविड के कारण लोगों को आज भी कृत्रिम ऑक्सीजन लेना पड़ रही है, और फेफड़ों इतने ज्यादा प्रभावित हुए हैं कि आने वाले दिनों में लंग्स ट्रांसफ्लांट की जरूरत पड़ेगी। एक सवाल के जवाब में डॉ. कुमार ने बताया कि लंग्स ट्रांसप्लांट ब्रेन डेड व्यक्ति के आर्गन डोनेशन से संभव है। इसके लिए लोगों को जागरुक करना पड़ेगा।

ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।

और खबरें

No stories found.
logo
Raj Express | Top Hindi News, Trending, Latest Viral News, Breaking News
www.rajexpress.com