हरी प्याज का डंठल स्वास्थ्य के लिए लाभकारी।
सब्जी और सूप में होता है इसका उपयोग।
लीक के सेवन से बढ़ सकती है इम्यूनिटी।
हड्डियों के स्वास्थ्य में सुधार करे लीक।
राज एक्सप्रेस। प्याज तो आमतौर पर हम सभी खाते हैं। पर क्या आपने कभी हरी प्याज का स्वाद चखा है। खाने का स्वाद बढ़ाने के साथ इसे सेहत के लिए गुणकारी माना गया है। सब्जी, सलाद और दाल के साथ यह बेहतर कॉम्बिनेशन बनाती है। आपके कभी गौर किया हो, तो हरी प्याज में डंठल होते हैं, जिसे लीक कहा जाता है। कुछ लोग इसे कचरा समझकर फेंक देते हैं। लेकिन ये बहुत ज्यादा पौष्टिक है। यह प्रोटीन, फाइबर, कार्ब्स, साथ ही मैग्नीशियम, कैल्शियम और पोटेशियम जैसे मिनरल से भरपूर है। अपनी पोषण सामग्री के कारण, लीक हृदय और हड्डियों के स्वास्थ्य के रखरखाव के लिए बहुत अच्छा विकल्प है। हालांकि, मेडिकल जर्नल क्लेरिटी हेल्थ लाइब्रेरी लीक का सेवन कम मात्रा में करने की सलाह देती है। ऐसा इसलिए क्योंकि, फाइबर से भरपूर इस सब्जी के ज्यादा सेवन से पेट में सूजन और आंतों में गैस की समस्या हो सकती है। तो आइए जानते हैं क्यों अपनी डाइट में शामिल करनी चाहिए लीक।
नेशनल हेल्थ सर्विस के अनुसार, लीक विटामिन ए और विटामिन बी 6 से भरपूर होते हैं। इनके सेवन से इम्यूनिटी बढ़ती है। विटामिन ए कैंसर पैदा करने वाले फ्री रेडिकल से बचाता है। वहीं विटामिन बी6, नर्व्स हेल्थ से जुड़ा है। विटामिन बी की कमी वाले लोगों में अवसाद का खतरा ज्यादा होता है। इसलिए, विटामिन बी से भरपूर लीक का सेवन ऐसी कुछ स्थितियों के खतरे को कम करने में मदद करता है।
क्लेरिटी हेल्थ लाइब्रेरी का कहना है कि लीक विटामिन के और मैंगनीज का बेहतरीन सोर्स है। यह ब्लड क्लॉटिंग को बढ़ावा देने के साथ घावों को तेजी से भरने में मदद करते हैं। इन दोनों यौगिकों की मदद से हड्डियों और मांसपेशियों से जुड़े फ्रैक्चर और ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा काफी कम हो जाता है। खासतौर से, महिलाओं को ऑस्टियोपोरोसिस से बचने के लिए बार-बार लीक खाने की सलाह दी जाती है।
दिल की सेहत को ठीक रखने के लिए लीक का सेवन कर सकते हैं। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के अनुसार, लीक फ्लेवोनोइड काएम्फेरोल नामक एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर है, जो कार्डियोवैस्कुलर हेल्थ को ठीक रखता है। इस एंटीऑक्सीडेंट को बैड कोलेस्ट्रॉल के रूप में जाना जाता है, जो ऑक्सीडेशन को रोककर ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में हेल्प करता है। हम सभी जानते हैं कि कोलेस्ट्रॉल और ब्लड प्रेशर का सीधा संबंध दिल की सेहत से है। इसलिए, इनका लेवल नॉर्मल लेवल के अंदर रहे, तो अच्छा है।
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के अनुसार, लीक में सल्फर होता है जिसे "एलिसिन" कहा जाता है। एलिसिन एक एंटीबैक्टीरियल है। अगर कोई हफ्ते में दो बार भी लीक का सेवन करे , तो संक्रामक रोग से दूर रह सकता है। बता दें कि टाइफाइड, निमोनिया और टिटनस जैसे बीमारियां बैक्टीरिया इंफेक्शन के कारण ही होती हैं।
फूड पॉइजन और दस्त के जोखिम को कम करने के लिए, लीक को पकाने या इसका सेवन करने से पहले अच्छी तरह से धोना जरूरी होता है। ताकि यह ई.कोली जैसे पैरासाइट और बैक्टीरिया से मुक्त रहे।
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