अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड को कॉस्मेटिक फूड भी कहते हैं।
चीनी और फैट से भरपूर होते हैं प्रोसेस्ड फूड़स।
प्रोसेस्ड फूड से बढ़ता है कैंसर, हार्ट, लंग्स, मेंटल डिसऑर्डर का खतरा।
इससे बचने के लिए हेल्दी स्नैैकस का स्टॉक रखें।
राज एक्सप्रेस। भागती दौड़ती जिन्दगी में लोगों के समय नहीं है। 9 से 5 की जॉब करने वाले लोगों को खाना बनाना तो दूर खाने तक की फुर्सत नहीं होती। ऐसी फैमिली ज्यादातर अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड का सेवन करती हैं। यानी कि ऐसे फूड्स जिन्हें पहले से बनाकर रख दिया जाता है और लंबे समय तक सुरक्षित रखने के बाद ही उपयोग किया जाता है। कोई भी ऐसी चीज जो टिन या बंद डिब्बे में मिले, अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड कहलाती है। अगर आप भी इस तरह के फूड़स को प्रायोरिटी के साथ खा रहे हैं, तो सावधान हो जाएं। क्याेंकि इसके लगातार सेवन से 32 बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है। दरअसल, ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका, फ्रांस और आयरलैंड के रिसर्चर्स की एक इंटरनेशनल टीम को इस बात के पुख्ता सबूत मिले कि अल्ट्रा-प्रोसेस्ड भोजन के सेवन से हृदय रोग से संबंधित मृत्यु का जोखिम लगभग 50 प्रतिशत, मानसिक स्वास्थ्य का 48-53 प्रतिशत और टाइप 2 डायबिटीज का खतरा 12 प्रतिशत ज्यादा होता है। यहां तक की इनके लगातार सेवन से मौत भी हो सकती है। तो आइए जानते हैं क्यों इतना नुकसानदायक है प्रोसेस्ड फूड और कैसे कम कर सकते हैं इसका सेवन।
जिन खाद्य पदार्थों को पहले से तैयार करके रख दिया जाता है, वे अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड होते हैं। इनकी शेल्फ लाइफ बढ़ाने और लंबे समय तक प्रिजर्व करने के लिए इस्तेमाल की गई सामग्री केमिकल से भरपूर होती है। इन्हें आकर्षक बनाए रखने के लिए रंगों, इमलसिफायर्स, एडिटिव्स और आर्टिफिशियल फ्लेवर का यूज किया जाता है। इनमें अच्छी मात्रा में शुगर और हाई फ्रुक्टोज कॉर्न सिरप भी होता है। एक रिसर्च के मुताबिक जो बच्चे हफ्ते में तीन बार प्रोसेस्ड फूड खाते हैं, उनमें अस्थमा होने की आशंका बनी रहती है।
कोल्ड ड्रिंक, चिप्स, चॉकलेट, केक, कैंडी, आइसक्रीम, पैकेज्ड सूप, हॉट डॉग, चिकन नगेट़स, सोडा ,कोल्ड ड्रिंक , ब्रेड जैसे फूड आइटम अल्ट्राप्रोसेस्ड फूड की कैटेगरी में आते हैं।
कई लोगों के घरों में फ्रूट जूस की तैयार बोतल रखी होती हैं। ये बोतलबंद जूस पीने के बजाय साबुत फल खा सकते हैं। बाजार में मिलने वाले जूस में फाइबर हटा दिया जाता है और शुगर की मात्रा भी बहुत ज्यादा होती है। ऐसे में ताजे फल खाने से आपको न केवल पोषण मिलेगा बल्कि सेहत भी बनी रहेगी।
कोई भी खाद्य उत्पाद खरीदते समय, उसका लेबल चैक करें। ऐसे पैकेट खरीदें, जिनमें एडिटिव्स, फैट और शुगर की मात्रा कम हो।
हर दिन पैकेज्ड स्नैक्स के बजाय फलों, मेवों और बीजों को अपनी डाइट का हिस्सा बना सकते हैं। पोषक तत्वों से भरपूर इन खाद्य पदार्थों को बेस्ट हेल्थ बूस्टर माना जाता है।
खाना पकाने से पहले उसकी पहले से प्लानिंग कर लें। इससे आपको पता होगा कि आपको क्या खाना है। यह आदत हर बार रेडी-टू-ईट फूड लेने की इच्छा को कम कर देगी।
पैकेज्ड ड्रिंक्स जैसे जूस और सोडा को शुगर और आर्टिफिशियल एडिटिव्स के साथ बनाया जाता है। हफ्ते में एक बार से ज्यादा इनका सेवन किया जाए, तो बीमारियां पैदा हो सकती हैं। इनसे बचने के लिए होममेड ड्रिंक्स का सेवन बढ़ाना अच्छा विकल्प है।
भूख को कंट्रोल करने के लिए प्रोसेस्ड फूड बेस्ट ऑप्शन है। लेकिन ये अनहेल्दी होने के साथ ही एक्स्ट्रा कैलोरी भी बढ़ा देते हैं। इससे बचने के लिए हेल्दी स्नैक्स को स्टॉक करने की आदत डालें। ये पोषण से भरपूर, स्वाद में स्वादिष्ट और आपको तृप्ति का एहसास कराने के लिए काफी हैं।
अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड से पूरी तरह बचना मुश्किल है। लेकिन छोटे बदलाव करने से आपको आहार में चीनी और अन्य प्रोसेस्ड सामग्री की मात्रा को कम करने में मदद मिल सकती है।
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