घर में चैक कर रहे हैं BP, तो जानिए क्या है सही तरीका
राज एक्सप्रेस। बदलती लाइफस्टाइल और तनाव ने लोगों को कम उम्र में ही क्रॉनिक बीमारियां दे दी हैं। इन्हीं में से एक है ब्लड प्रेशर। यह एक ऐसी बीमारी है, जिसे अगर वक्त रहते कंट्रोल न किया जाए, तो हार्ट अटैक, स्ट्रोक, डायबिटीज जैसी गंभीर बीमारियां हो सकती हैं। कुछ लोगों को लो ब्लड प्रेशर, तो कुछ को हाई ब्लड प्रेशर की प्रॉब्लम होती है। दोनों ही कंडीशन व्यक्ति के लिए घातक हैं। इसे नियंत्रित रखने के लिए नियमित रूप से चैक कराना चाहिए।
बार-बार डॉक्टर के पास जाने का समय न होने के कारण अब लोग घर में ही मशीन से बीपी चैक करने लगे हैं। लेकिन क्या वास्तव में उन्हें बीपी नापने के नियम पता हैं। सटीक ब्लड प्रेशर चैक करने के लिए व्यक्ति के दिनभर का रूटीन, खाने का समय कई चीजें मायने रखती हैं। अगर बिना नॉलेज के ब्लड प्रेशर चैक किया जाए, तो सही स्थिति का पता नहीं चलता। मुंबई के एशियन हार्ट इंस्टीट़यूट के चेयरमैन डॉ.रमाकांत पंडा ने बीपी चैक करने से जुड़ी कुछ जरूरी बातें बताई हैं। अगर आप घर में बीपी चैक कर रहे हैं, तो इन टिप्स को जरूर फॉलो करें।
किस हाथ से मापें बीपी
बहुत से लोगों को यह कंफ्यूजन रहता है कि बीपी किस हाथ से नापना है। दाएं या बाएं। आप किसी भी हाथ से बीपी नाप सकते हैं, बस दोनों के बीच मरकरी का 10 मिमि का अंतर होना चाहिए। अंतर अगर इससे ज्यादा है, तो यह हार्ट डिजीज की ओर इशारा करती है। दाहिना हाथ आमतौर पर ज्यादा रीडिंग देता है। एक शोध के अनुसार, दोनों हाथों से बीपी लेने से हार्ट से जुड़ी समस्याओं का पता लगाया जा सकता है।
पैरों को क्रॉस न करें
शायद ही लोगों को इस बारे में पता हो। लेकिन बीपी चेक करते वक्त कभी पैरों को क्रॉस करके नहीं रखना चाहिए। इससे ब्लड सप्लाई प्रभावित होती है और सटीक माप नहीं मिल पाता।
सही कफ साइज चुने
बीपी मापने में कफ साइज का अहम रोल होता है। हर किसी की बांह का आकार अलग होता है, इसलिए सही रीडिंग के लिए सही कफ साइज चुनना बहुत जरूरी है।
कॉफी ना पीएं
बीपी नापने से 30 मिनट पहले कॉफी का सेवन नहीं करना चाहिए। यह ब्लड प्रेशर और हार्ट रेट को बढ़ा देगी।
सावधानी से मापें बुजुर्गों का बीपी
कभी भी खड़े होकर बीपी मेजर नहीं करना चाहिए। खासतौर से बुजुर्गों के मामले में। ऐसे मामलों में उनमें पोस्टुरल हाइपोटेंशन होने की संभावना रहती है। ऐसा इसलिए क्योंकि बुजुर्गों में पुअर ऑटोनोमिक कंट्रोल के कारण ब्लड शरीर के निचले हिस्से में जम जाता है। ऐसे में लेटने और खड़े होने के बीच बीपी में बदलाव होता है।
पैर से बीपी नापना
कुछ स्थितियां ऐसी होती हैं जहां डॉक्टर बीपी को पैर के जरिए मापने की सलाह देते हैं। ऐसे मामलों में, कफ को घुटने के मोड़ से एक इंच ऊपर रखना चाहिए। आमतौर पर, ब्लड प्रेशर की रीडिंग तब ली जाती है जब कोई व्यक्ति कुर्सी पर पैर फर्श पर रखकर बैठा हो।
अगर आपका ब्लड प्रेशर तीन सप्ताह तक 120/80 से ज्यादा या कम रहता है, तो यह किसी बीमारी का संकेत है। बिना देर किए, तुरंत डॉक्टर से कंसल्ट करना चाहिए।
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