विश्व नदी दिवस : क्यों मनाया जाता है विश्व नदी दिवस? जानिए नदियों से जुड़े रोचक तथ्य
राज एक्सप्रेस। लंबे समय से यह देखने को मिल रहा है कि दुनिया भर में जल प्रदूषण का स्तर बढ़ता ही जा रहा है। हम इंसानों की लापरवाही के कारण नदियों में तेजी से गंदगी फ़ैल रही है। इसी प्रदूषण को रोकने के लिए हर साल सितम्बर महीने के चौथे रविवार को दुनिया भर में विश्व नदी दिवस मनाया जाता है। इस दिन की शुरुआत साल 2005 से हुई है। जिसे आज दुनिया के कई बड़े देश मनाते हैं।
आज नदी दिवस के मौके पर हम आपको नदियों से जुड़े कुछ रोचक तथ्य बताने वाले हैं।
दुनिया की सबसे लंबी नदी का नाम नील नदी है। इस नदी की कुल लंबाई 6853 किलोमीटर है और यह 11 अफ़्रीकी देशों से होकर गुजरती है।
6400 किलोमीटर की लंबाई के साथ अमेज़न दुनिया की दूसरी सबसे लंबी नदी है। लेकिन पानी की मात्रा के लिहाज से यह पहले नंबर पर है।
चीन की यांगत्जी नदी को 6300 किलोमीटर की लंबाई के साथ दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी नदी माना जाता है।
दुनिया में 18 देश ऐसे हैं जहां एक भी नदी नहीं है।
बांग्लादेश में करीब 700 से भी ज्यादा नदियां हैं। इसलिए इसे नदियों की भूमि भी कहा जाता है।
विश्व की सबसे गहरी नदी का नाम कांगो है। इसकी गहराई कुल 220 मीटर है। पानी की मात्रा के लिहाज से इसका दूसरा नंबर है।
भारत में से होकर बहने वाली सबसे बड़ी नदी सिंधु नदी है।
भारत में करीब 400 से भी ज्यादा नदियाँ हैं। जिनमें गंगा नदी को सबसे बड़ा माना जाता है।
भारत में बहने वाली सबसे छोटी नदी राजस्थान की अरवरी नदी है। इसकी लंबाई केवल 90 किलोमीटर है।
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