युवाओं में बढ़ रहे हृदय रोग का क्या है राज, कोरोना की वैक्सीन है जिम्मेदार?
भारत: देश और दुनियाभर में लगातार बढ़ रहे हैं हृदय रोग से मौत के मामले, नाचते-नाचते, राह चलते-चलते, वाहन चलाते हुए मौतों के बाद आज मध्यप्रदेश के इंदौर में दूध बांटते-बांटते एक की मौत हो गई। बता दें, नीरज पुरोहित पिता सुरेश सुरावत का आज सुबह नीलकंठ कॉलोनी में दूध बांटते-बांटते आकस्मिक निधन हो गया। नीरज द्वारकाधीश कॉलोनी में रहते थे।
ऐसे और भी सामने आए है मामले
ऐसे और भी मामले सामने आए है जो काफी चौंकाने वाले है। 25 नवंबर को कर्नाटक के उडुपी में शादी के समारोह के दौरान नाचते हुए जोसना कोस्था नाम की 21 वर्ष की लड़की की हार्ट अटैक के कारण मौत,26 नवंबर को हरियाणा के पानीपत के सेंट मेरी स्कूल की दसवीं क्लास की लड़की 100 मीटर रेस के दौरान हार्टाटैक से मौत और इसी दिन ओडिशा में एक मंदिर के पुजारी की कीर्तन करते हुए मौत, 3 दिसंबर को मध्यप्रदेश के जबलपुर में एक ट्रक ड्राइवर की ट्रक चलाते समय मौत जिसके कारण ट्रक गाड़ियों और लोगो को कुचलते हुए गया।
4 दिसंबर मध्यप्रदेश के कटनी में मंदिर में पूजा करते समय अटैक से मौत और इसी दिन भारतीय मूल की मेघा ठाकुर नाम की एक इंस्टाग्राम इनफ्लुएंसर की कनाडा में हार्ट अटैक से मौत, यह सब मौते हार्ट अटैक की वजह से अचानक हुई है। इनमे से कुछ मामलों में पीड़ित 12 से 20 युवक और युवती भी है। यहीं नहीं कई बड़े सेलिब्रिटीज जैसे कॉमेडियन राजू श्रीवास्तव, अभिनेता और बिग बॉस शो के विजेता सिद्धार्थ शुक्ला और हाल ही में अभिनेता सिद्धांत सूर्यवंशी का जिम करते वक्त हार्ट अटैक से मौत हो गई थीं। KK के नाम से प्रसिद्ध गायक की एक इवेंट में गाने गाने के दौरान हार्ट अटैक से मौत हो गई थी। हार्ट अटैक के मामले भारत में बढ़ते ही जा रहे हैं जिसकी चपेट में अब हर वर्ग के व्यक्ति आ रहे हैं।
क्या हो सकता हैं हार्ट अटैक बीमारी के बढ़ने का कारण?
बहुत से चिकित्सक विशेषज्ञ,साइंटिस्ट और रिसर्चर्स ने ये पाया है की हार्ट अटैक का लोगो में खास कर के युवाओं में बढ़ने का कारण कोविड वैक्सीन एस्ट्रेजनेका (astrazeneca) हैं। जानकारों का मानना है की एस्ट्रेजनेका वैक्सीन लोगो में ब्लड क्लॉट्स बना रहा है जोकि लो ब्लड प्लेट्स का कारण बन रहा है।ऑक्सफोर्ड की स्टडी ने बताया कि एस्ट्रेजनेका और फाइजर (pfizer) दोनों ही कोरोनावायरस की वैक्सीन के कारण शरीर में ब्लड क्लॉट्स बनना कोरोनावायरस से भी ज्यादा घातक हैं।
एक और रिसर्च संस्था ने ये बताया की युवाओं में कोविड वैक्सीन के कारण मायोकार्डिटिस (myocarditis) नाम का दुर्लभ हृदय रोग बहुत तेजी से फैल रहा है। मेमोरियल स्लॉन केटरिंग कैंसर सेंटर की रिसर्च के मुताबिक myocarditis नाम की दुर्लभ बीमारी जोकि सिर्फ 40 साल से अधिक आयु वाले लोगो को होती थी अब वह 12 से 35 साल वालो को भी हो रही हैं।इन दुर्लभ साइड इफेक्ट्स में मायोकार्डिटिस, हृदय की मांसपेशियों की मध्य परत की सूजन और पेरिकार्डिटिस, हृदय के चारों ओर अस्तर की सूजन शामिल हैं। इन स्थितियों का अनुभव करने वाले लोग सीने में दर्द, सांस की तकलीफ, या छाती की धड़कन (तेजी से धड़कने, तेज़ या फड़फड़ाने वाले दिल की भावना) की रिपोर्ट करते हैं। ऐसे कई और रिपोर्ट्स भी है जिन्होंने अलग अलग कोरोनावायरस की वैक्सीन को इस बढ़ते हुए हार्ट अटैक के मामलों का कारण बताया हैं लेकिन भारत के इंडियन हार्ट एसोसिएशन ने इस बात से इंकार किया हैं।
भारत और राज्य सरकार का क्या कहना हैं?
राज्य सरकारों और भारत सरकार ने इस बात को मानने से इंकार कर दिया है की बड़े हुए हार्ट अटैक के मामलों का कारण कोविड वैक्सिन है। उन्होंने हार्ट अटैक से द्वारा मृत लोगो के परिवारों को भी राहत राशि देने से मना कर दिया हैं। इंडियन हार्ट एसोसिएशन के अधिकारियों ने कहा है की कोविड वैक्वाइन पूरी तरह सुरक्षित हैं। कई लोगो ये बात भी उठाई थी की वैक्सीन लगवाना या नही लगवाना लोगो के अधिकार में होना चाहिए,लेकिन सरकार ने इसे भी माना कर दिया हैं और सरकार ने यह बताया है की कोविड वैक्सीन लेना सब लोगो के अनिवार्य होगा। इंडियन हार्ट एसोसिएशन यह हिदायत दी हैं की लोग अपने खान पान और सेहत का ध्यान रखें।
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