हाइलाइट्स :
7 मई को होगा दोनों सीट पर मतदान।
गोवा में पुरुष से ज्यादा महिला वोटर्स।
Lok Sabha Election 2024 : गोवा। लोकसभा की दो सीट नॉर्थ गोवा और साउथ गोवा पर इस बार मुकाबला जबरदस्त है। एक सीट भाजपा तो दूसरी सीट कांग्रेस का गढ़ मानी जाती है। नॉर्थ गोवा पर तो 25 साल से भाजपा का कब्जा बरकरार है। वहीं साउथ गोवा सीट से कांग्रेस 16 में से 10 बार चुनाव जीती है। इस तरह भाजपा जहां एक और एंटी इंकम्बेंसी से जूझ रही है, कांग्रेस की जीत की राह भी आसान नहीं है। मतदान के बाद 4 जून को दोनों सीट पर परिणाम देखने लायक होंगे।
देश के सबसे छोटे राज्य गोवा में लोकसभा की सिर्फ दो सीटें हैं, लेकिन दोनों के समीकरण अलग-अलग हैं। इस बार कौन जीतेगा इसे लेकर पॉलिटकल पंडित भी कंफ्यूज हैं। नॉर्थ गोवा सीट से BJP के श्रीपद येसो नाईक 25 साल (1999 और 2004 में पणजी लोकसभा सीट) से सांसद हैं। भाजपा ने उन पर भरोसा जताते हुए उन्हें फिर से मैदान में उतारा है। एंटी इनकम्बेंसी भाजपा के लिए एक चुनौती फैक्टर हो सकता है। साउथ गोवा सीट 1999 और 2014 के अलावा BJP ने कभी नहीं जीती। इस बार भाजपा ने पल्लवी डेम्पो को साउथ गोवा से प्रत्याशी बनाया है। पल्लवी डेम्पो पहली बार चुनावी मैदान में उतरी हैं। बीजेपी की डेम्पो का मुकाबला कांग्रेस के प्रत्याशी कैप्टन विरियाटो फर्नांडीस से है।
नॉर्थ गोवा में पूर्व डिप्टी CM और 5 बार के सांसद के बीच मुकाबला :
नॉर्थ गोवा सीट पर हिन्दुओं के बाद दूसरी सबसे बड़ी आबादी ईसाई समुदाय की है। गोवा की उत्तरी लोकसभा सीट से बीजेपी के उम्मीदवार श्रीपाद येसो नाईक लगातार तीन बार से सांसद हैं। इसके पहले वे दो बार पणजी लोकसभा सीट से चुने गए थे। बाद में नॉर्थ गोवा सीट बनने पर वे यहां से सांसद चुने गए। साल 2019 के लोकसभा चुनाव के परिणाम पर नजर डालें तो श्रीपद येसो नाईक को कुल 2,44,844 वोट मिले थे जबकि दूसरे नंबर पर कांग्रेस उम्मीदवार गिरीश राया चोडनकर को 1,64,597 वोट हासिल हुए हुए। 2014 और 2009 में भी उन्होंने क्रमशः 2,37,903 और 1,37,716 वोट हासिल किए थे। इस तरह उत्तरी गोवा में बीजेपी का दबदबा तो है। कांग्रेस ने इस सीट से पूर्व डिप्टी मुख्यमंत्री रमाकांत खलप को मैदान में उतारा है। इस तरह पूर्व डिप्टी सीएम और 5 बार के सांसद के बीच मुकबला जबरदस्त है।
साउथ गोवा पर भाजपा कांग्रेस ने उतारे नए उम्मीदवार :
साउथ गोवा लोकसभा सीट पर अब तक 16 बार चुनाव कराए गए हैं। इन चुनावों के नतीजों को देखें तो पता चलता है कि इस सीट पर हमेशा से ही कांग्रेस का दबदबा रहा है। यहां ईसाई समुदाय की अधिक आबादी है। कांग्रेस ने 10 बार जीत हासिल की है जबकि बीजेपी ने इस सीट पर पहली बार 1999 और दूसरी बार 2014 में ही जीत हासिल की थी। साउथ गोवा से अन्य दल जैसे महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी, यूनाइटेड गोन्स पार्टी और यूनाइटेड गोअन्स डेमोक्रेटिक पार्टी ने भी इस सीट पर एक - एक बार जीत दर्ज की है। गोवा की दक्षिण लोकसभा सीट से कांग्रेस के फ्रांसिस्को कैटानो सरदिन्हा सांसद हैं। उनकी जगह कांग्रेस ने कैप्टन विरियाटो फर्नांडीस को उम्मीदवार बनाया है। कैप्टन विरियाटो फर्नांडीस नौसेना के पूर्व अधिकारी हैं। वे 2022 में गोवा विधानसभा चुनाव हार गए थे। उनके सामने भाजपा ने पल्लवी श्रीनिवास डेम्पो को उम्मीदवार बनाया है। वे पहली महिला हैं जिन्हे भाजपा ने गोवा से उम्मीदवार बनाया है।
गोवा में पुरूष से ज्यादा महिला वोटर :
गोवा की दोनों लोकसभा सीट पर 7 मई को मतदान है। गोवा में 40 विधानसभा सीट, 2 लोकसभा सीट और 1 राज्य सभा सीट है। गोवा में कुल 11.73 लाख वोटर हैं। जिसमें से 5.7 लाख पुरूष और 6 लाख महिला वोटर हैं। नॉर्थ गोवा में 5.8 लाख वोटर और साउथ गोवा में 5.95 लाख वोटर हैं।
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