पश्चिम बंगाल, भारत। आज आप किसी से भी पूछोगे कि, उसे किसी पुरस्कार की चाह है तो शायद ही कोई ऐसा होगा जिसके मुँह से पहला नाम पद्म विभूषण पुरस्कार का न निकले, लेकिन पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री 'बुद्धदेब भट्टाचार्य' (Buddhadeb Bhattacharjee) ने पद्म विभूषण का पुरस्कार को अस्वीकार कर दिया है। हालांकि, इसका कारण भी उन्होंने बताया है।
पुरस्कार अस्वीकार करने का कारण :
दरअसल, पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य ने पद्म विभूषण का पुरस्कार को अस्वीकार कर दिया है। उन्होंने इसका कारण बताते हुए कहा है कि, "किसी ने भी उन्हें यह सम्मान दिए जाने के बारे में कोई सूचना नहीं दी। अगर सचमुच में उन्होंने मुझे पद्म भूषण देने की घोषणा की है तो मैं इसे अस्वीकार कर सकता हूं।" बता दें, बुद्धदेव भट्टाचार्य पूर्व मुख्यमंत्री और माकपा के वरिष्ठ नेता भी रह चुके है। ख़बरों की मानें तो, यह फैसला केबल बुद्धदेव भट्टाचार्य का नहीं है उनके साथ ही इस फैसले पर पार्टी ने भी हामी भरी है।
इन लोगों के नाम भी हैं शामिल :
बताते चलें, पद्म पुरस्कारों दिए जाने वाले नामों की लिस्ट में विपक्षी दल के नेता बुद्धदेव के साथ गुलाम नबी आजाद का भी नाम शामिल है। उनके अलावा इस लिस्ट में उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह को भी मरणोपरांत पद्म विभूषण दिए जाने का ऐलान किया गया है। बता दें, बुद्धदेव भट्टाचार्य पूर्व मुख्यमंत्री और माकपा के वरिष्ठ नेता भी रह चुके है। बताते चलें, मंगलवार को UP के पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत कल्याण सिंह और हेलीकॉप्टर दुर्घटना का शिकार हुए भारत के पहले CDS जनरल बिपिन रावत को भी मरणोपरांत पद्म विभूषण सम्मान दिए जाने का ऐलान किया गया।
बुद्धदेव भट्टाचार्य से जुड़ी कुछखास बातें :
बुद्धदेव भट्टाचार्य वर्ष 2000 से 2011 तक पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री रहे हैं।
वह जादवपुर विधानसभा क्षेत्र से लगातार 24 साल तक विधायक निर्वाचित हुए।
वे माकपा के शीर्ष नीति निकाय पोलित ब्यूरो के भी सदस्य रहे हैं।
तृणमूल कांग्रेस के बंगाल में जीत के पहले वो ही बंगाल के मुख्यमंत्री रहे।
बुद्धदेव को सिंगुर और नंदीग्राम जैसे आंदोलन के चलते सत्ता से हाथ धोना पड़ा था।
पूर्व केंद्रीय मंत्री का ट्वीट :
बुद्धदेव भट्टाचार्य के पद्म भूषण पुरस्कार अस्वीकार करने से जुड़ी जानकारी देते हुए कांग्रेस के नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश ने एक ट्वीट किया जो काफी चर्चा में है उन्होंने ट्वीट कर कहा, 'सही काम किया, वो गुलाम नहीं आजाद रहना चाहते हैं।'
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