सिद्धार्थ नाथ सिंह ने ग्राम मंदरी में बन रहे गोबर गैस प्लांट और मिनी स्टेडियम का किया निरीक्षण
प्रयागराज, उत्तर प्रदेश। प्रदेश का पहला पायलट प्रोजेक्ट गोबर गैस प्लांट जनवरी तक बनकर चालू हो जाएगा, यह बातें उत्तर प्रदेश सरकार के पूर्व कैबिनेट मंत्री शहर पश्चिमी विधायक सिद्धार्थ नाथ सिंह ने ग्राम मंदरी में बन रहे गोबर गैस प्लांट के निरीक्षण के दौरान कही।
ज्ञातव्य हो कि शहर पश्चिमी के ग्राम मंदरी और आसपास गांव के लोगों के सपने में कभी नहीं था, कि प्रचंड अपराध की भूमि पर विकास की किरणों का उदय होगा,जहां पिछले 30 सालों से अतीक अहमद के साए पर डर कर लोग जीवनयापन कर रहे थे। विकास कोसों दूर था। अतीक अहमद और उनके रिश्तेदारों व साढू से कई बीघे जमीन योगी सरकार ने कब्जे से मुक्त कराई। प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी के सपनों को शहर पश्चिमी के विधायक सिद्धार्थ नाथ सिंह साकार कर रहे है, शहर पश्चिमी में माफियाओं की छाती पर गरीबों को आवास,गॉंवों में गैस प्लांट और युवाओं को खेल स्पोर्ट्स आदि कई योजनाओं के जरिए शहर पश्चिमी में नई पहचान स्थापित कर दिया है। मंदर में ढाई बीघे की जमीन पर खादी ग्रामोद्योग विभाग के द्वारा उत्तर प्रदेश सरकार का पहला पायलट प्रोजेक्ट गोबर गैस प्लांट बन रहा है। 3000 पशुओं के गोबर से 5.40 टन का प्रतिदिन गैस निकलेगी जिसमें 18000 किलोग्राम गोबर में 13500 लीटर पानी मिलाकर बायोगैस तैयार की जाएगी। जिसकी क्षमता 1260 क्यूबिक मीटर का प्लांट बन रहा है।जिसमें प्रथम चरण में लगभग 300 परिवारों को गैस सप्लाई दी जाएगी। जबकि लक्ष्य 637 परिवारों को प्रतिदिन 5 घंटे की देने की होगी,इतना ही नहीं 600 किलोवाट का बिजली उत्पादन भी किया जा सकता है,इसके अलावा सिलेंडर गैस भी भरी जा सकती है।बगल में ही बन रहे 7 बीघे की जमीन पर मिनी स्टेडियम बन रहा है जहाँ से शहर पश्चिमी के युवा खेल जगत में प्रतिभा दिखाएंगे।जिसकी प्रगति तेजी से लाने का पूर्व कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने युवा कल्याण मंत्रालय के अधिकारियों को निर्देशित किया।
लघु उद्योग विभाग के अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई, जब उन्होंने देखा हाईटेंशन तार के नीचे मजदूर अपना अस्थायी आवास बनाकर रह रहे थे।उन्होंने कहा अगर खम्भों में बिजली उतर गया तो क्या होगा।उनके लिए अलग से अस्थायी आवास बनाकर मजदूरों को रहने के लिए आवास उपलब्ध कराएं। पशुपालन विभाग के अधिकारी डॉक्टर संजीव कुमार सिंह को भी कड़े शब्दों में निर्देश दिया कि शहर पश्चिमी में बन रहे ऊन प्रोसेसिंग उद्योग में भेड़ ऊन के लिए क्या-क्या करना होगा उसको अध्ययन कर भेड़ पालकों से संपर्क कर प्रगति में तेजी लाएं। किसी भी अधिकारी का कार्य के प्रति कोई लापरवाही न हो नहीं तो कोई बख्शा नहीं जाएगा।
इससे पहले ग्राम कटहुला में जिला उद्योग द्वारा 14 बीघे की जमीन पर लघु एवं कुटीर उद्योग के लिए प्रस्तावित उद्योग भूमि का निरीक्षण किया।जिस पर उन्होंने एसडीएम सदर को कार्य की प्रगति में कार्यवाही तेजी लाने का निर्देश दिया।
इस मौके पर खादी बोर्ड के सदस्य रमा शंकर शुक्ला, एसडीएम सदर शिवदास,जिला खादी ग्रामोद्योग अधिकारी राम औतार यादव, रामलोचन साहू, रामजी शुक्ला, ब्लाक प्रमुख दिलीप प्रजापति, मंदर प्रधान श्रीप्रकाश तिवारी, कानूनगो प्रभाकर सिंह, लघु उद्योग अधिशाषी अधिकारी प्रदीप त्रिपाठी, पशुपालन डॉ. संजीव कुमार सिंह, अखिलेश सिंह, मंजीत कुशवाहा, ज्ञान बाबू केसरवानी, रंजीव सिंह पटेल, पवन मिश्र, संदीप भट्ट, दीना नाथ कुशवाहा, गौरव गुप्ता, प्रदीप साहू, अरुण श्रीवास्तव, वीरेंद्र पासी दिनेश तिवारी आदि सहित ग्रामवासी गण उपस्थित रहे।
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