उत्तर प्रदेश दिवस उत्सव समारोह में बोले CM योगी- विकास यात्रा में यूपी की बदली पहचान
उत्तर प्रदेश, भारत। उत्तर प्रदेश के स्थापना दिवस पर राजधानी लखनऊ के अवध शिल्प ग्राम में कार्यक्रम आयोजित हुआ, जिसमें राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल समेत राज्य के अलग-अलग क्षेत्रों के गणमान्य लोगों ने हिस्सा लिया एवं गोमतीनर विस्तार स्थित अवध शिल्प ग्राम में 'यूपी दिवस' के 3 दिवसीय समारोह का शुभारंभ किया।
CM योगी आदित्यनाथ ने समारोह को किया संबोधित :
उत्तर प्रदेश दिवस के उपलक्ष्य में आज से प्रारंभ हुए तीन दिवसीय उत्सव के दौरान CM योगी आदित्यनाथ ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा- देश की आबादी के लिहाज से सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश की 25 करोड़ जनता को उत्तर प्रदेश के 74वें स्थापना दिवस जिसे 'उत्तर प्रदेश दिवस' के रूप में आयोजित किया जाता है, इस अवसर पर हृदय से बधाई एवं शुभकामनाएं भी देता हूं।
आज उत्तर प्रदेश एक बार फिर से अंगड़ाई लेकर उठ खड़ा हुआ है, आगे बढ़ चला है। उत्तर प्रदेश की स्थापना का यह दिवस 'उत्तर प्रदेश दिवस' के रूप में अपने गौरव व गरिमा को लेकर आगे बढ़ रहा है। हम लोगों ने सीएम अप्रेंटिसशिप स्कीम निकाली थी, जिसके माध्यम से अब तक केवल वोकेशनल व टेक्नीकल एजुकेशन से जुड़े युवाओं को सुविधा का लाभ दे रहे थे। अब भारत सरकार के साथ मिलकर के बीए, बीकॉम, बीएससी करने वाले युवाओं के लिए भी यह योजना लाने जा रहे हैं।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी
देश का प्रथम स्वतंत्र समर का केंद्र उत्तर प्रदेश बना था... प्रदेश का कोई जनपद, कस्बा ऐसा नहीं था जो देश की आज़ादी के साथ जुड़कर भारत को स्वाधीन कराने के संकल्प से न जुड़ा हो। आज़ादी की लड़ाई का गवाह राज्य का चौरी-चौरा और लखनऊ का काकोरी घटना भी रहा है।
उत्तर प्रदेश दिवस मनाने की शुरुआत 2017 में प्रदेश में डबल इंजन सरकार बनने के बाद से हुई थी। इस आयोजन से यूपी की सही तस्वीर उभरकर सामने आ रही है। पिछले पांच वर्षों की विकास यात्रा में यूपी की पहचान बदली है।
2017 के पहले प्रदेश दंगों के प्रदेश के रूप में जाना जाता था। अब प्रदेश की पहचान एक्सपोर्ट प्रदेश के रूप में हो रही है।
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