मैंने 4 करोड़'वां पौधा लगाया, खुशी है कि CAPF के प्रयास से 4 करोड़ वृक्ष इस धरती को हरा-भरा बना रहे: अमित शाह
हाइलाइट्स :
अमित शाह ने आज CRPF समूह केंद्र में 4 करोड़'वें पौधे का रोपण किया
CRPF की विभिन्न योजनाओं के ई-लोकार्पण कार्यक्रम में अमित शाह
CAPFs के प्रयास से 4 करोड़ वृक्ष इस धरती को हरा-भरा बना रहे हैं- अमित शाह
उत्तर प्रदेश, भारत। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) समूह केंद्र में 4 करोड़'वें पौधे का रोपण किया एवं गृह मंत्रालय के 'अखिल भारतीय वृक्षारोपण अभियान' एवं CRPF की विभिन्न योजनाओं के ई-लोकार्पण कार्यक्रम में शामिल हुए।
CAPF के लिए आज महत्त्वपूर्ण दिन है :
इस दौरान उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) ग्रुप सेंटर में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने CRPF की विभिन्न योजनाओं के ई-लोकार्पण के कार्यक्रम को सम्बोधित कर अपने संबोधन में कहा- आज सभी CAPFs के लिए महत्त्वपूर्ण दिन है। तीन वर्ष पहले हमने लक्ष्य रखा था कि दिसंबर 2023 से पहले 5 करोड़ वृक्ष लगाएंगे और उनकी जिम्मेदारी संभालेंगे। तब ये काम असंभव लग रहा था, लेकिन आज मुझे पूर्ण विश्वास है कि दिसंबर तक 5 करोड़ वृक्ष का रोपण हो जाएगा। आज मैंने 4 करोड़'वां पौधा लगाया, मुझे खुशी है कि CAPFs के प्रयास से 4 करोड़ वृक्ष इस धरती को हरा-भरा बना रहे हैं। यह एक नई तरह की विरासत है जिसके लिए CAPFs को उनकी वीरगाथा के साथ-साथ पृथ्वी संरक्षण के प्रति उनकी संवेदना के लिए हमेशा याद किया जाएगा। यह वृक्षारोपण अभियान महाकुंभ की तरह है। जिस तरह से महाकुंभ देश की एकता और एकात्मता के साथ संस्कृति व धरोहर को जीवित कर युवाओं को अपनी विरासत का संवाहक बनाने का आयोजन है, उसी तरह से 5 करोड़ वृक्षारोपण पर्यावरण के संरक्षण के लिए महाकुंभ है।
देश की आंतरिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के साथ-साथ CAPFs सभी आपातकाल की स्थिति में देश की जनता के साथ खड़ी रहती है। वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम के माध्यम देश की सीमाओं पर स्थित प्रथम गाँवों में जन सेवा व जनसुविधा को पहुँचाने का काम कर रही है। और अब पर्यावरण संरक्षण के लिए भी 4 करोड़ पौधे लगाने का काम कर चुकी है। जब हम एक वृक्ष को लगाते हैं तब हम आने वाली कई पीढ़ियों को ऑक्सीजन देने का काम करते हैं।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह
जिस तरह आज प्रदूषण बढ़ रहा है उससे ओजोन की सतह के अंदर जो छिद्र हो रहा है, उस छिद्र के बड़े होने के कारण सूर्य की सीधी किरण धरती पर आएगी जिससे असहनीय तापमान बढ़ेगा और उससे पृथ्वी पर मनुष्य जीवन असंभव हो जाएगा। इसके लिए एकमात्र उपाय है कि हम ज्यादा से ज्यादा वृक्ष लगाए और कम से कम कार्बन डाइऑक्साइड का उत्सर्जन करें।
इस अभियान में हमने ग्लोबल वार्मिंग से लड़ने के लिए किस प्रकार के वृक्ष लगाने चाहिए, उसका रिसर्च कर के वृक्षों का चयन किया। वही वृक्ष लगाए गए हैं जिनकी आयु लंबी हो और जो सबसे अधिक ऑक्सीजन देने वाले हो जैसे पीपल, नीम, बरगद और जामुन। हमारे शास्त्रों में भी वृक्षों की महिमा बताई गई है। पीपल शत प्रतिशत ऑक्सीजन देने वाला वृक्ष है। इसलिए भगवान कृष्ण ने गीता में कहा था मैं वृक्षों में पीपल हूँ।
पर्यावरण की सुरक्षा हमारी संस्कृति रही है। उसी संस्कृति को सुरक्षित व संवर्धित करते हुए आज मोदी जी ने क्लाइमेट चेंज और ग्रीन इनिशिएटिव के माध्यम से भारत को दुनिया का लीडर बनाया है। पर्यावरण संरक्षण के लिए किए गए अनेक प्रयासों के कारण ही संयुक्त राष्ट्र ने मोदी जी को ‘Champions of the Earth’ सम्मान से सम्मानित किया।
पर्यावरण के प्रति सजग जीवन शैली के लिए ‘Lifestyle for the Environment (LiFE)' के माध्यम से मोदी जी ने हमारी पारंपरिक जीवन पद्धति को विश्व के सामने प्रस्तुत किया। उन्होंने इसके माध्यम से सिद्ध कर दिया है कि सालों पहले गुलामी के कालखंड में जिस जीवन शैली का मजाक उड़ाया जाता था वही पारंपरिक जीवन पद्धति पृथ्वी को बचाने का साधन बन सकती है।
अमित शाह ने बताया, पर्यावरण के विषय में महत्वपूर्ण 8 मिशन:
1. National Solar Mission
2. National Mission for Enhanced Energy Efficiency
3. National Mission on Sustainable Habitat
4. National Water Mission
5. National Mission for Green India
6. National Mission for Sustaining Himalayan Ecosystem
7. National Mission for Sustainable Agriculture
8. National Mission on Strategic Knowledge for Climate Change
इनके मिशन के माध्यम से मोदी जी ने हमारे देश की युगों से चली आ रही पर्यावरण संरक्षण की संस्कृति को नए सिरे से प्रस्थापित करने का काम किया है।
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