महाराष्ट्र और कर्नाटक ही नहीं बल्कि देश के इन राज्यों के बीच भी है सीमा विवाद
राज एक्सप्रेस। इन दिनों महाराष्ट्र और कर्नाटक के बीच 865 गांवों को लेकर सीमा विवाद गहराया हुआ है। इस मामले को लेकर दोनों प्रदेश के नेताओं के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है। एक तरफ महाराष्ट्र की विधानसभा में सभी 865 गांवों को महाराष्ट्र में शामिल करने का प्रस्ताव भी पारित कराया जा चुका है। दूसरी तरफ कर्नाटक विधानसभा में भी पड़ोसी राज्य को एक भी इंच जमीन न देने का प्रस्ताव पारित किया हुआ है। ऐसे में आने वाले समय में दोनों राज्यों के बीच टकराव बढ़ सकता है। हालांकि आपको बता दें कि देश के राज्यों की बीच सीमा विवाद का यह पहला मामला नहीं है। महाराष्ट्र-कर्नाटक के अलावा और भी कई राज्य हैं, जिनके बीच सीमा विवाद चल रहा है।
असम-नगालैंड सीमा विवाद :
साल 1963 में नागालैंड बनने के बाद से ही उसका असम के साथ सीमा विवाद चल रहा है। इसके चलते असम और नगालैंड की सीमाओं पर हिंसा की घटनाएं सामने आती रहती हैं। फिलहाल यह मामला सुप्रीम कोर्ट में है। इसके अलावा दोनों राज्यों के नेता इस मुद्दे को अदालत से बाहर सुलझाने की कोशिश भी कर रहे हैं।
असम-अरुणाचल प्रदेश सीमा विवाद :
असम और अरुणाचल प्रदेश के बीच वन क्षेत्रों को लेकर विवाद है। साल 1987 में अरुणाचल प्रदेश को राज्य का दर्जा मिलने के बाद असम में शामिल किए गए कुछ वन क्षेत्रों को अरुणाचल प्रदेश में स्थानांतरित करने की सिफारिश की गई थी। इसका असम ने विरोध करते हुए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। फ़िलहाल यह मामला अभी भी विचाराधीन है।
असम-मेघालय सीमा विवाद :
असम का अपने पड़ोसी राज्य मेघालय के साथ भी सीमा विवाद है। दोनों राज्यों के बीच मिकिर हिल्स के ब्लॉक I और II सहित 12 जगहों पर सीमा विवाद है। हालांकि इनमे से कुछ विवाद को सुलझा लिया गया है।
असम-मिजोरम सीमा विवाद :
असम और मिजोरम के बीच भी लंबे समय से सीमा को लेकर विवाद है। यह विवाद भी फ़िलहाल सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है।
हरियाणा-हिमाचल प्रदेश सीमा विवाद :
हरियाणा और हिमाचल प्रदेश के बीच परवाणू इलाके को लेकर विवाद है। यह इलाका वैसे तो हरियाणा में आता है, लेकिन हिमाचल प्रदेश ने इसके कुछ हिस्सों पर अपना दावा है।
लद्दाख-हिमाचल प्रदेश सीमा विवाद :
लेह-मनाली मार्ग पर स्थित सरचू को लेकर हिमाचल प्रदेश और केंद्र शासित लद्दाख के बीच विवाद है। दोनों ही प्रदेश इस इलाके पर अपना अधिकार जताते हैं।
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